आंसू बहाने मजबूर हुए किसान
उदयपुर,25 सितम्बर 2024 (घटती-घटना)। वन परिक्षेत्र उदयपुर में विगत आठ सितंबर से 12 हाथियों का दल अपनी धमक से ग्रामीणों में भय का वातावरण बनाए हुए है।
हाथी मानव द्वंद के बीच नुकसान जनता का ही होना है इसका उदाहरण मंगलवार की रात को देखने को ग्राम रामनगर में मिला । यहां 12 हाथियों का दल शाम 7 बजे करीब कलेश्वर पारा के नजदीक पहुंचा और ग्रामीणों के धान व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचाना शुरू किया । अंधेरे में हाथी आगमन की सूचना पर ग्रामीण टार्च मोबाइल लेकर अपनी खेती बचाने दौड़ पड़े चारो तरफ से आदमी का झुंड लाइट की रोशनी देखकर झुंझलाहट में इधर से उधर दौड़ना फसलों को रौदना शुरू कर दिया ।
हाथियों को भगाने कोई पटाखा का उपयोग कर रहा तो कोई गुलेल गोरहा चला रहा तो कोई चोँगा लगाकर पेपे की आवाज से हाथियों को बेचैन करने कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इसी बीच उग्र होकर कभी कभी लोगों को दौड़ाता तो लोग बेहिसाब भागते नजर आते रहे।
वन अमला की 15 से 20 लोगों की टीम प्रतिदिन दो वाहनों से अलग अलग चौक चौराहों पर बेरिकेटिंग,रोड बंद ग्रामीणों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने भेजने की कोशिश करते हुए नजर आए। हाथियों के नजदीक नही जाने हाथियों को नहीं छेड़ने की समझाइश देते रहे परंतु आधे अधिक लोग बात मानने को तैयार ही नहीं हुए। सब हाथियों के अगल बगल टार्च लेकर दौड़ते रहे इसी बीच एक दर्जन से अधिक किसानों की फसलों को हाथियों ने बुरी तरह से रौंद डाला। रामनगर / फुनगी फसल क्षति किसानों की जानकारी
(1) माझी राम टेकाम -धान ,मूंगफली,लकड़ा
(2)धन साय टेकाम -धान
(3)फेकू राम सरोटिया -धान
(4)परस राम – धान
(5)श्याम लाल सरोटिया -धान
(6)रामदेव राजवाड़े -मक्का
(7)चैतू बारगाह – धान
(8)जीतन पंडो – मक्का,एवं घर का खिड़की को नुकसान
(9)रंगलाल पंडो -मक्का
(10)नदु पंडो -मक्का
(11)सदम – धान
(12) अवधेश सरोटिया -धान
ग्राम फुनगी
(1)अशोक पैकरा -धान
(2)रामप्रसाद पैकरा -धान
(3)तिलक पैकरा -धान
(4)सुखराम-धान
(5)शिवकुमार-धान
(6)धोबी -धान
(7)धर्मेश -धान
इस प्रकार कुल 19 किसानों का फसल बर्बाद किया है । बस इतना ही कह सकते है कि जिस किसान का फसल बर्बाद होता है उसके दिल में क्या गुजर रहा होगा इसका अंदाजा तो सिर्फ किसान ही लगा सकता है । बाकियों को क्या परवाह।