@ चर्बी के आरोपों के बीच एक और मामला आया सामने…
नई दिल्ली 24 सितम्बर 2024 (ए)। तिरुपति स्थित मंदिर के प्रसाद में कथित तौर पर चर्बी होने से विवाद जारी है। इसी बीच अभी यह मामला खत्म भी नहीं हुआ है और एक महिला की तरफ से दावा किया जा रहा है कि श्री वेंकटेश्वरा मंदिर में मिले लड्डू के अंदर तंबाकू की पुडि़या मिली है। हालांकि, इसे लेकर मंदिर प्रबंधन की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। आंध्र प्रदेश के सीएम नायडू ने आरोप लगाए थे कि जगन मोहन रेड्डी की सरकार में तिरुपति मंदिर में बांटे जाने वाले लड्डुओं में जानवर की चर्बी पाई गई थी।
एक रिपोर्ट के अनुसार, खम्मम जिले की रहने वालीं दोन्थु पद्मावति ने आरोप लगाए हैं कि उन्हें प्रसाद के रूप में मिले लड्डू के अंदर कागज में तंबाकू था। वह 19 सितंबर को तिरुपति मंदिर गई थीं। उस दौरान वह प्रसादम लेकर आई थीं। एक चैनल से बातचीत में उन्होंने बताया कि वह बांटने से पहले ही उन्हें लड्डू के अंदर तंबाकू मिल गया था। उन्होंने कहा, ‘मैं लड्डू बांटने ही वाली थी कि अचानक एक छोटे से कागज के टुकड़े में तंबाकू के अंश मिलने से मैं घबरा घबरा गई। उन्होंने कहा, ‘प्रसादम पवित्र होना चाहिए और ऐसी मिलावट का पता चलना दिल तोड़ने वाला है।’वहीं भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तिरुपति लड्डू बनाने में पशुओं की चर्बी के कथित इस्तेमाल की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने
अदालत की निगरानी में जांच किए जाने की अनुरोध किया है।
एफएसएसएआई का नोटिस
खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने तमिलनाडु स्थित एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड को इस मिलावट के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। एफएसएसएआई ने कंपनी से पूछा है कि खाद्य सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने के लिए उसका लाइसेंस क्यों न रद्द कर दिया जाए।
कैसे सामने आई मिलावट?
मिलावट की जानकारी तब सामने आई जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने एनडीडीबी (राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड) की रिपोर्ट के आधार पर चिंता जताई। एक जांच रिपोर्ट के अनुसार तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को घी की आपूर्ति करने वाली एआर डेयरी फूड प्राइवेट लिमिटेड ने घी में पशुओं की चर्बी मिलाई थी। घी की घटिया गुणवत्ता की जांच के लिए मंदिर प्रशासन ने सभी आपूर्तिकर्ताओं की घी की गुणवत्ता की जांच कराई, जिसमें यह खुलासा हुआ।
शंकराचार्य का सख्त रुख
उत्तराखंड के ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाने की घटना को लेकर कड़ी आलोचना की है। उन्होंने मंदिर प्रशासन को इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया है। शंकराचार्य ने कहा, इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी मंदिर के ट्रस्ट और अधिकारी दोषी हैं, क्योंकि यह उनके कार्यकाल में हुआ है।
बड़ी साजिश है प्रसाद में मिलावटःपंडित प्रदीप मिश्रा
तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। इस मामले को लेकर राजनीतिक सियासत भी गरमा गई है। आरोप लगाया जा रहा है कि प्रसाद में मिलावट कर हिंदुओं की आस्था से छेड़छाड़ की गई है। अब तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलने वाले प्रसाद को लेकर अंतराष्ट्रीय कथावाचक प्रदीप मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने तिरुपति मंदिर के प्रसाद में मछली का तेल मिलाने का मामले को साजिश बताया है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि किसी भी तरह से सनातन धर्म के प्रति घात पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। कुछ चाल के तहत यह कृत्य किया जा रहा है।