डीपीओ साहब ने कहा मुझे वसूली की कोई जानकारी नहीं है…
अधिकारी ने कहा सबूत दीजिए कार्रवाई करेंगे…!
सरगुजा में आंगनबाड़ी में कार्य करने वाले महिलाओं से लाखों की ठगी …
परियोजना अधिकारी व सुपरवाइजर की मिली भगत से महिलाओं से की गई अवैध वसूली…!
आरोप लगाने वाली महिलाएं आई खुलकर सामने… वसूली की बताई पूरी कहानी..!
-आदित्य गुप्ता-
सरगुजा,17 सितम्बर 2024 (घटती-घटना)। मामले में महिलाओं का आरोप है कि सहायिकाओं से यह ठगी उन्ही के सुपरवाइजर ने की है। मिनी अम्बा को आंगनबाड़ी में नही बदलने के बाद महिलाएं सुपरवाइजर सहित इनमे शामिल अधिकारियों पर एफ आई आर कराने की तैयारी में हैं। आपको बता दें कि महिला बाल विकास विभाग द्वारा मई से पहले सरगुजा जिले के सभी मिनी आंगनबाड़ी को आंगनबाड़ी में बदलने का आदेश प्रदेश सरकार ने दिया था। इसके बाद लुण्ड्रा लॉक के लगभग सभी 220 मिनी आंगनबाड़ी को आंगनबाड़ी में कन्वर्ट करने की तैयारी थी। मिनी आंगनबाड़ी की सहायिका का कहना है कि इलाके की सुपरवाइजर ने जिला अधिकारी डीपीओ के मिली भगत से सभी सहियकाओं से बीस- बीस हजार की मांग कर बारह – बारह हजार सुपरवाइजर नियति सिन्हा के द्वारा ले लिया गया। सहायिकाओं का कहना है कि अभी तक हमारा आदेश नही मिला है और जब हमने आवाज उठाई और नियति सिन्हा सुपरवाइजर को पता चला तब उन्होंने हमे वॉट्सऐप कॉल पर नौकरी से हटाने की धमकी भी दी और कहा की अगर पत्रकारों को यह बात पता चली तो डीपीओ साहब आपका आदेश रोक देंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने धोखाधड़ी को लेकर सरगुजा कलेक्टर से की शिकायत…
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा दिनांक 17/09/2024 को धोखाधड़ी के मामले को लेकर सरगुजा कलेक्टर से लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है । अब देखना बाकी है कि सरगुजा कलेक्टर के द्वारा इस मामले पर क्या कार्रवाई की जाती है जिससे पीडि़ता को न्याय मिल सके।
मुझे वसुली की कोई जानकारी नहीः डीपीओ
महिला बाल विकास के जिला अधिकारी जे आर प्रधान ने बताया कि लुण्ड्रा लॉक में मिनी आंगनबाड़ी को मेन आंगनबाड़ी में बदलने के लिए सहायिकायों से पैसा लिया गया है इसकी जानकारी मुझे नही है ,मेरा नाम लेकर पैसा लिया गया है पर सुपरवाइजर नियति सिन्हा के वॉट्सएप कॉल पर साफ साफ डीपीओ साहब का नाम लिया जा रहा है ।
सुपरवाइजर नियति सिन्हा ने महिलाओं से ली गई रकम की लिस्ट भी तैयार की ताकि मामला फर्जी न लगे
करौली सेक्टर की सुपरवाइजर नियति सिन्हा ने करौली पटोरा से लगभग 2 लाख40 हजार रुपए की वसुली कर लिस्ट बनाकर साइन भी किया ताकी मामला फर्जी ना लगे और वॉट्सऐप कॉल पर लिस्ट का जिक्र करते हुए कहा की उस लिस्ट से कुछ होना जाना नही है। मिली जानकारी के अनुसार अमड़ी सेक्टर की सुपरवाइजर रानी झा ने भी इसी तरीके से लाखों में वसुली की पर कोई सबूत नहीं होने के कारण कोई कुछ बोल नहीं पा रहा। वॉट्सऐप कॉल पर नियति सिन्हा का बयान है की अमड़ी से भी वसूली हुई है।
परियोजना अधिकारी चिंतामणि सिन्हा ने कहा सबूत दीजिए कार्यवाही करेंगे…
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से पैसा लेकर काम नहीं होने पर अपना ट्रांसफर करा लेने वाली सुपरवाइजर नियति सिन्हा ने किसी भी कार्यकर्ताओं से पैसा लेने से इंकार किया। साथ ही कहा की इस मामले में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है । वही परियोजना अधिकारी चिंतामणि सिंहा ने कहा की आप सबूत दीजिए तब हम जांच करने के बाद कार्यवाही करेंगे। सहायिकाओं से पैसा वसूला गया है इसकी जानकारी नहीं होने की बात कही।