1990 के दशक में मुंबई (जिसे पहले बॉम्बे के नाम से जाना जाता था) में अक्सर गैंग वॉर होते थे। उस समय अखबारों में भी सबसे ज्यादा अंडरवर्ल्ड की लड़ाई पर ही ध्यान दिया जाता था। श्रवण तिवारी द्वारा निर्देशित वेब सीरीज मुर्शिद उस दौर के एक अपराधी पर बेस्ड है जो अंडरवर्ल्ड से भाग निकला था, लेकिन लंबे समय के बाद किस्मत उसे वहीं वापस ले आती है। इस गैंगस्टर ड्रामा सीरीज की कहानी मुर्शिद (के के मेनन) के इर्द-गिर्द घूमती है जो अपने दौर का एक बहुत बड़ा माफिया डॉन है जो कुछ बदलाव के बाद सोशल वर्क करने लगता है। वह अपने बेटे को खतरे में देख और उसकी मौत की धमकियां मिलने के बाद अपराध की दुनिया में वापस लौट आता है। अराजक बॉम्बे अंडरवर्ल्ड और उसके गैंगस्टर वॉर पर आधारित ये नई वेब सीरीज आपको 1980 और 1990 के दशक में ले जाती है, जब शहर अपराध से त्रस्त था और यहां तक कि पुलिस बल भी माफिया डॉन को पकड़ने में असफल रहे थे। तनुज विरवानी, जाकिर हुसैन, राजेश श्रृंगारपुरे, करमवीर चौधरी और अनंग देसाई जैसे कलाकारों की सात एपिसोड की यह सीरीज राजनीति, हेरफेर, गैंगस्टर की लड़ाई, फैमिली के बीच चल रही उथल-पुथल और मुंबई के बदलते रंगों को दिखाती है।इस गैंगस्टर ड्रामा सीरीज की कहानी में मुर्शिद पठान (के के मेनन) है, जो 1990 के दशक में मुंबई का एक जाना-माना अंडरवर्ल्ड डॉन था। दो बच्चे होने के बावजूद, वह कुमार प्रताप (तनुज विरवानी) को गोद लेने का फैसला करता है जो एक अनाथ था और बड़ा होकर पुलिस इंस्पेक्टर बन गया। वह अंडरवर्ल्ड छोड़ने का फैसला करता है क्योंकि उसे लगता है कि उसके बड़े बेटे की मौत के लिए वह जिम्मेदार है। परिस्थितियों को देखते हुए, जाकिर हुसैन का किरदार फरीद मुर्शिद की जगह लेता है और मुंबई पर राज करना शुरू कर देता है। मुर्शिद का एक बच्चा फरीद के गिरोह में शामिल हो जाता है और बहुत बड़ी मुसीबत में उलझ जाता है। परिस्थितियों और दूसरे बेटे को खोने के डर से, मुर्शिद मुंबई अंडरवर्ल्ड में वापसी करता है। फरीद जो कि दुश्मन है, अब वो भी उसी लेवल पर पहुंच गया है, जिस स्तर पर मुर्शिद पहले था। क्या दोनों गैंगस्टर के बीच की ये लड़ाई खत्म होगी? क्या मुर्शिद अपने छोटे बेटे को वापस ला पाएगा? इन सवालों के जवाब जानने के लिए आपको यह सीरीज देखनी चाहिए। हालांकि, कई खतरनाक एक्शन सीन्स भी देखने को मिलेंगे, जिन्हें देख आपकी रूह कांप जाएगी। सीरीज मुर्शिद के कुछ सीन आपको थोड़े खींचे हुए और बोरिंग भी लग सकते हैं, लेकिन हर एपिसोड खत्म होते ही दूसरा एपिसोड देखने का मन करने लगता है। डायलॉग्स और पंचलाइन वाकई कमाल की हैं। भले ही कहानी माफिया डॉन पर है, लेकिन हर किरदार ने अपना रोल बहुत अच्छे से निभाया है।
इस सीरीज में, अभिनेता के के मेनन ने गैंगस्टर बन एक बार फिर सभी का दिल जीत लिया है। उन्होंने मुर्शिद पठान के किरदार को बहुत ही शानदार तरीके से निभाया है। उनके डायलॉग्स बोलने के तरीके से लेकर लुक तक, उनके किरदार को इतना दमदार बना दिया है कि उन्हें देखकर आप भी उनकी तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। उन्होंने बहुत ही कमाल का अभिनय किया। वहीं अभिनेता तनुज विरवानी ने भी अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया है। हालांकि, मेनन हमेशा की तरह इस बार भी पूरी स्टार कास्ट पर भारी पड़ गए। अनंग देसाई, राजेश श्रृंगारपुरे, करमवीर चौधरी, जाकिर हुसैन और अन्य कलाकारों ने भी अपने किरदारों को बखूबी निभाया है
