@ भ्रष्टाचार की खबरों से दिक्कत… @ कमी दिखाओ तो दिक्कत… @ जनता की परेशानियों को दिखाओ तो दिक्कत…
अम्बिकापुर, १४ अगस्त २०२४(घटती-घटना)। आखिर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ करें तो क्या करें? सरकारी तंत्र भ्रष्टाचार की ओर बढ़ रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने पत्रकार दौड़ रहा पर पत्रकार की दौड़ के पीछे निर्वाचित जनप्रतिनिधि उसकी दौड़ की गति को कम करने का प्रयास कर रहे हैं,भ्रष्टाचार बढ़ता रहे पर पत्रकार ना दिखाएं क्या यही चाहता है जनप्रतिनिधि या फिर सरकारी तंत्र।
@क्या छापें माननीय मुख्यमंत्री जी?