@ अब कवर्धा में हुई दो की मौत…
@ दुर्ग जिले में भी मचा हाहाकार…, सुन लो सरकार…
@ क्या आपको मंत्री की कुर्सी…सिर्फ हवा-हवाई दावा करने और बुलडोजर चलवाने के लिए दिया गया है…?
@ मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के नेतृत्व में लगातार दुर्दशा का शिकार…प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग…
-रवि सिंह-
रायपुर/अंबिकापुर 04 अगस्त 2024 (घटती-घटना)। प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल के नेतृत्व में लगातार दुर्दशा का शिकार हो रहा है…शासकीय अस्पताल में मरीज सुविधा के अभाव में कराह रहे हैं…प्रदेश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं ने दम तोड़ दिया है…। आलम यह है कि कई जिलों में डायरिया ने तेजी से पांव पसार लिया है,अब तो डायरिया पीçड़तों की मौतें भी हो रही हैं,बीजापुर के बाद खुद स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले में कुछ दिन पहले ही डायरिया से महिला की मौत हो गई थी और अब राजधानी रायपुर के करीब ही कवर्धा मे डायरिया से मौत की खबर आई है। लगातार हो रही मौत इस बात का संकेत है कि प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग डायरिया पीçड़त मरीज का उपचार ठीक ढंग से नहीं कर पा रहा है। मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल सच प्रकाशित करने वाले अखबार के संपादक और पत्रकारों के खिलाफ षडयंत्र और द्वेषपूर्वक कार्यवाही कराने में व्यस्त हैं उन्हे प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य और लगातार हो रही मौत से कोई लेना देना नही है। बतलाया जाता है कि कवर्धा जिले में अब तक डायरिया से दर्जन भर से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। डायरिया के मामले में कवर्घा डेंजर जोन बन चुका है। कवर्धा जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डायरिया ने विकराल रूप धारण कर लिया है स्वास्थ्य विभाग बीमारी नियंत्रण करने में विफल नजर आ रहा है। एक ताजा मामला कवर्धा जिले के पंडरिया विकासखंड अंतर्गत ग्राम देवसरा का है जहां गुरूवार को दो व्यक्तियों की उल्टी दस्त से मौत हो गई। 5 गंभीर मरीजों को उपचार हेतु भर्ती किया गया है।
दुर्ग जिले में बिगड़े हालात
एक तरफ कवर्धा में मौत का आंकड़ा बढता जा रहा है तो राजधानी के समीपस्थ दुर्ग जिले में भी हालात और बिगड़ता जा रहा है। बतलाया जाता है कि इस जिले में डायरिया पीçड़त 213 मरीजों की पहचान की जा चुकी है। धमधा,मेडेसरा और अहिवारा क्षेत्र से आने वाले इन मरीजों के घर में हाहाकार मचा हुआ है। वर्तमान में 33 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इस क्षेत्र में पिछले 18 जुलाई के बाद से हर दिन 5-10 मरीज मिल रहे हैं। लगातार बढते डायरिया के प्रकोप से नागरिकों में दहशत का माहौल है।