दैनिक घटती-घटना के कलम बंद अभियान को लेकर दी धरना प्रदर्शन की चेतावनी
@ दैनिक घटती-घटना का कलम बंद अभियान लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय…
@ सरकार दे ध्यान…बंद कराए कलम बंद अभियान…यह है गोगपा की मांग…
-रवि सिंह-
कोरिया/एमसीबी,12 जुलाई 2024 (घटती-घटना)। दैनिक घटती-घटना के कलम बंद अभियान के 1२ दिवस गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का उसे समर्थन प्राप्त हुआ है और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के एमसीबी जिलाध्यक्ष केवल सिंह मरकाम ने कलेक्टर एमसीबी को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि दैनिक घटती-घटना समाचार-पत्र का शासकीय विज्ञापन क्यों बंद कराया गया है…इसकी जांच की जाए…और इस संबंध में उचित निराकरण कराया जाए…जिससे सरगुजा संभाग से प्रकाशित दैनिक घटती-घटना के निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से प्रकाशित समाचारों को संभाग सहित जिले के लोग पढ़ सकें। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कलेक्टर एमसीबी को ज्ञापन सौंपकर यह मांग की है कि यदि समाचार-पत्र दैनिक घटती-घटना का मामला,जो कलम बंद का मामला है का निराकरण जल्द नहीं होगा…तो वह धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पूरे मामले में चिंता जाहिर करते हुए ज्ञापन में यह भी लिखा है कि प्रदेश में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के समाचार-पत्र को कलम बंद अभियान चलाना पड़ रहा है, क्योंकि कलम बंद अभियान चला रहा समाचार-पत्र सरकार और नेता मंत्रियों की कमियां प्रकाशित कर रहा था जिसके कारण उसका शासकीय विज्ञापन बंद कराया गया है।ज्ञापन में इस बात का भी उल्लेख है कि एक समाचार-पत्र लगातार 1२ दिन से प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहा है… पूछ रहा है…कि वह क्या प्रकाशित करे…कमियां प्रकाशित करे या न करें…फिर भी सरकार मौन है,यह बड़ी विचित्र स्थिति है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने ज्ञापन में इस बात का उल्लेख किया है कि नई सरकार को जनता ने बड़े विश्वास के साथ चुना था और लोगों को विश्वास था कि नई सरकार के राज में रामराज्य की स्थापना होगी,समाचार-पत्रों को लिखने की स्वतंत्रता होगी ,निष्पक्ष लेखन और कमियां उजागर करने का समाचार-पत्रों को अधिकार होगा लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है बल्कि कमियां उजागर करने पर समाचार-पत्र का विज्ञापन ही बंद किया जा रहा है और एक तरह से उसे कुचलने का प्रयास किया जा रहा है जो की गलत है।
जिम्मेदार लोग जिन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है वह भी अपने पद का सदुपयोग नहीं कर पा रहे हैं उन्हें जिन्हें दंडित करना है…जिन पर कार्यवाही तय करनी है…उन्हें वह संरक्षण प्रदान कर रहे हैं…वहीं जिनकी पीठ थपथपाई जानी चाहिए…उन्हे दंडित किया जा रहा है…। यह भी ज्ञापन में उल्लेखित करते हुए सरकार पर प्रश्न उठाया गया गया है। कुल छः महीने की सरकार में जो कुछ देखने को मिल रहा है वह कहीं से यह साबित नहीं करता कि सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को स्वतंत्रता देने के पक्ष में है ,यह उल्लेखित करते हुए गोगपा ने ज्ञापन में मांग की है कि दैनिक घटती-घटना समाचार-पत्र का मामला क्या है…उसकी जांच कर उसका निराकरण जल्द किया जाए …जिससे संभाग के लोग निष्पक्ष समाचार पढ़ सकें। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के ज्ञापन से यह स्पष्ट हो गया कि दैनिक घटती-घटना की निष्पक्षता पर लोगों को विश्वास है…वहीं वह स्वतंत्र लेखनी को बढ़ावा देने की बात कहते हुए शासन से जो मांग कर रहे हैं समाचार-पत्रों की स्वतंत्रता की वह अति आवश्यक है समाचार-पत्रों के लिहाज से।