भ्रष्टाचार के आरोपी को होना था सस्पेंड,वह सरकार से ले रहा पदोन्नति…
उल्टा बांस बरेली वाली कहावत लागू है छत्तीसगढ़ में…
पुलिस से सांठगांठ केस खात्मे का कोर्ट में लगवाया आवेदन, अब कोर्ट लेगी संज्ञान…
पंकज नाम का फायदा उठाकर भूपेश का खास अब साय का भी बन गया खास…
अपर संचालक पंकज वर्मा के खिलाप फर्जी सर्टिफिकेट केस में हो चुका है एफआईआर…
सस्पेंड होने के बदले पदोन्नति ये कैसे हुआ पुलिस ने कार्रवाई के नाम पर की खानापूर्ति…
रायपुर,26 जून 2024 (ए)। पिछले दिनों सभी अखबारों की सुर्खिया में बना रहा समाज कल्याण विभाग के अपर संचालक पंकज वर्मा के कारनामे, जो अपने आप को भूपेश बघेल का रिश्तेदार होने का स्वांग रचा और फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये सरकारी नौकरी हथिया लिया और तो और अधिकारियों को बघेल का रिश्तेदार होने का झूठी बात प्रचारित कर प्रमोशन भी पा लिया। अब उसी फर्जीवाड़े को दोहरा कर लोगों बता रहा है कि मैं सीएम साय का खास हूं। अब सवाल यह भी उठता है प्रमोशन के लिए किसी नेता-अभिनेता का रिश्तेदार होना जरुरी है या नहीं? यदि आपमें योग्यता है तो आपको प्रमोशन मिलना तय है। मगर यहां मामला कुछ और ही है संस्कृति विभाग में फर्जी सर्टिफिकेट से भर्ती होकर संस्कृति विभाग के सारे हथकंड़े सीख कर सरकार के सामने सरकार के मुखिया के खास होने का ढोंग करना पंकज के आदत में शुमार हो चुका है, और उसके आड़ में सरकार बदलते ही रंग बदल रहा है क्योंकि वह मूल रूप से रंगमंच का कलाकार रहा है जो नाचा पार्टी में जोकर बनता था, उसके एक्शन को लोग खूब शबाशी देते थे, और बख्शीस भी मिलता था।