केंद्रीय मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को राज्यसभा में सदन के नेता होंगे…वह राज्यसभा में पीयूष गोयल की जगह लेंगे…
नई दिल्ली,24 जून 2024 (ए)। देश की 18 वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो चुका है।18 वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत हो चुकी है। 3 जुलाई तक चलने वाले सत्र के शुरुआती 2 दिन नए सांसदों को शपथ दिलाई जा रही है। हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में गोयल महाराष्ट्र से निर्वाचित हुए हैं। गोयल ने आज लोकसभा सदस्य के तौर पर शपथ ली। नड्डा के पास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और उर्वरक व रसायन मंत्रालय का जिम्मा भी है। राज्यसभा की वेबसाइट पर भी नड्डा का नाम बतौर सदन का नेता अपडेट किया गया है।
एबीवीपी से शुरू
हुआ सियासी सफर
भाजपा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो गया था। उन्हें आम चुनाव के चलते छह महने का विस्तार दिया गया था। उनका कार्यकाल जून में समाप्त हो रहा है। नड्डा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी एबीवीपी से अपने सियासी सफर की शुरुआत की थी। वह 1991 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष बने।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रहे स्वास्थ्य मंत्री
उन्हें साल 2012 में राज्यसभा के लिए चुना गया। इसके बाद 2014 में अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनने पर उन्हें भाजपा संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। नड्डा ने मोदी सरकार के पहल कार्यकाल में भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा संभाला था। उसके बाद 2019 में उन्हें भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष पद का जिम्मा दिया गया। फिर 2020 में अमित शाह के केंद्रीय गृह मंत्री बनने पर उन्हें पार्टी का पूर्ण अध्यक्ष बना दिया गया। मोदी 3.0 सरकार में उन्हें दोबारा स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ-साथ रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भी आवंटित किया गया है।
कांग्रेस ने दी नड्डा को बधाई
कांग्रेस ने नड्डा को राज्यसभा में सदन का नेता नामित किए जाने पर उन्हें बधाई दी और कहा कि यदि सदन के नेता सभी को समायोजित करेंगे तो विपक्ष सहयोग करेगा। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जेपी नड्डा जी को राज्यसभा में सदन के नेता के रूप में नामित किए जाने पर बधाई। जैसा कि वेंकैया नायडू (पूर्व उपराष्ट्रपति एवं उच्च सदन के पूर्व सभापति) ने कहा था-यदि सदन के नेता समायोजित कर सकते हैं, तो विपक्ष सहयोग कर सकता है।
18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत होते ही सदन में भाषाई विविधिता देखने को मिली। दरअसल नवनिर्वाचित सांसदों ने संस्कृत, हिंदी,डोगरी,बंगाली, असमिया और उडि़या और अंग्रेजी भाषाओं में शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जय श्री राम’ के नारों के बीच हिंदी में शपथ ली। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी, दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हिंदी भाषा में शपथ ली।
सत्र शुरु होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर मीडिया को संबोधित किया। मोदी ने कहा, आज का दिवस
वैभव का दिन है. आज़ादी के बाद पहली बार हमारी अपनी नई संसद में ये शपथ समारोह हो रहा है,अब तक ये प्रक्रिया पुराने सदन में हुआ करती थी।
सरकार चलाने के लिए बहुमत पर देश चलाने के लिए सहमति जरूरी
पीएम मोदी ने नए सांसदों का स्वागत करते हुए कहा कि जब देश की जनता ने तीसरे कार्यकाल के लिए एक सरकार पर मुहर लगाई है। मैं देश की जनता का आभार व्यक्त करता हूं। सरकार चलाने के लिए बहुमत होता है, पर देश चलाने के लिए सहमति बहुत ज़रूरी होती है। हमारी कोशिश होगी कि सबकी सहमति लेकर मां भारती की सेवा करें।
देश को एक जिम्मेदार
विपक्ष की आवश्यकता
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में 25 जून 1975 को आपातकाल लगाए जाने का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा कि सांसदों से देश को बहुत अपेक्षाएं हैं। मैं सांसदों से अपील करूंगा कि हम इस मौक¸े का उपयोग करें और जनहित में कदम उठाएं। पीएम ने कहा कि सदन में सामान्य मानवी की अपेक्षा रहती है कि बहस हो, निगरानी रखी जाए. लोगों की ये अपेक्षा नहीं है कि नखरे होते रहें, लोग नारे नहीं चाहते हैं. देश को एक जç¸म्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है।
26 जून को होगा लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 26 जून को होगा। जब तक नया अध्यक्ष नहीं चुना जाता, प्रो-टेम स्पीकर लोकसभा के पहले कुछ सत्रों की अध्यक्षता करेंगे और नए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के लिए चुनाव करवाएंगे। अध्यक्ष का चुनाव साधारण बहुमत से होता है, जिसका मतलब है कि भाजपा द्वारा चुने गए व्यक्ति के असफल होने की संभावना कम है। नए अध्यक्ष के चुने जाने के बाद प्रो-टेम स्पीकर का पद समाप्त हो जाता है, जिससे सत्र के बाकी हिस्सों में स्थिरता बनी रहती है।
राष्ट्रपति का संबोधन 27 जून को
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। वह अगले पांच साल के लिए नई सरकार का रोडमैप बता सकती हैं। यह संबोधन महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह सरकार की प्राथमिकताओं और योजनाओं को स्पष्ट करेगा। राष्ट्रपति का संबोधन आमतौर पर सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत करता है और सांसदों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि आने वाले समय में क्या अपेक्षित है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
संसद सत्र के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि देश में अघोषित आपातकाल चल रहा है। कुछ देर पहले ही पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि 25 जून को देश के लोकतंत्र पर काला धब्बा लगाया गया था, लेकिन अब कोई भी आपातकाल लगाने की हिम्मत नहीं करेगा।
संसद सत्र के बीच परिसर में मार्च कर रहे हैं टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है. ये नरेंद्र मोदी की सरकार कर रही है।
सपा बनी देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी
लोकसभा में विपक्ष की बेंच में अखिलेश यादव को मिली पहली कतार में सीट
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 37 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। इस कामयाबी के बाद सपा अब देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.।लोकसभा में सपा को महत्वपूर्ण स्थान मिला है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को लोकसभा में विपक्ष की बेंच में पहली कतार में सीट मिली है. लोकसभा में अखिलेश यादव सदन के नेता प्रतिपक्ष वाली लाइन में बैठेंगे. समाजवादी पार्टी लोकसभा में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके पास 37 लोकसभा सदस्य हैं.
धर्मेंद्र प्रधान ने उडि़या, सुरेश गोपी ने मलयालम भाषा में ली शपथ
ओडिशा के संभलपुर से सांसद और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उडç¸या भाषा में शपथ ली। जैसे ही धर्मेंद्र प्रधान ने शपथ लेना शुरू किया तो विपक्षी सांसदों ने ‘नीट-नीट’ के नारे लगाए। बता दें कि देशभर में नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर बवाल मचा हुआ है। केरल से निर्वाचित होने वाले पहले भाजपा सांसद सुरेश गोपी ने भी 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। मलयालम भाषा में शपथ लेने से पहले उन्होंने भगवान को याद करते हुए ‘कृष्णा गुरुवायुरप्पा’ कहा। बता दें सुरेश गोपी पर्यटन और पेट्रोलियम राज्य मंत्री हैं। उन्होंने केरल के त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी। विद्युत एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। नाइक ने उत्तरी गोवा निर्वाचन क्षेत्र से छठी बार जीत हासिल की थी।केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने बंगाली भाषा में शपथ ली।
पुणे से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मराठी भाषा में शपथ ली
जम्मू कश्मीर की उधमपुर लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने डोगरी भाषा में शपथ ग्रहण की। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल असमी भाषा और केंद्रीय मंत्री राममोहन नायडू ने तेलगू भाषा में शपथ ली।केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने और प्रह्लाद जोशी ने कन्नड़ भाषा में शपथ ली।
कैबिनेट मंत्रियों ने ली शपथ
कैबिनेट मंत्रियों राजनाथ सिंह,अमित शाह,नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान और मनोहर लाल ने 18 वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। सबसे पहले पीएम मोदी सांसद के तौर पर शपथ ली. इसके बाद अमित शाह,राजनाथ,पीयूष गोयल,शिवराज सिंह चौहान समेत सभी मंत्रियों ने शपथ ली। जैसे ही सांसदों ने शपथ लेना शुरू किया,सदन के अंदर और बाहर विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी खेमा प्रोटेम स्पीकर पर भर्तृहरि महताब के चयन को लेकर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि लोकसभा की परंपरा तोड़ी गई है. परंपरा के मुताबिक,भर्तृहरि महताब से ज्यादा सीनियर सांसद के. सुरेश हैं,लेकिन सरकार ने एक बार फिर विपक्ष का मजाक बनाया है.सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी, फिर अमित शाह,राजनाथ ने ली शपथ इसके साथ ही स्पीकर पद पर चुनाव भी होगा। प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी फिर अमित शाह,राजनाथ सिंह,नीतीन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को संसद पद की शपथ दिलाई।
भर्तृहरि महताब ने ली प्रोटेम स्पीकर की शपथ
लोकसभा चुनाव के बाद संसद का पहला सत्र सोमवार 24 जून से शुरू हो चुका है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित नव-निर्वाचित सांसद शपथ लेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब ने प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई। महताब नए स्पीकर के नियुक्त होने तक इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। सत्र पहले दिन सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी समेत 280 सांसद शपथ लेंगे। दूसरे दिन 264 सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी। कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक में शामिल पार्टियां सात बार के सांसद महताब को प्रोटेम स्पीकार बनाए जाने से नाराज है। इंडिया ब्लॉक के सांसदों का कहना है कि यह नियुक्ति परंपरा को तोड़कर की गई है। 8 बार के कांग्रेस सांसद के सुरेश की जगह 7 बार के बीजेपी सांसद भ्रातृहरि मेहताब को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है।
बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद पद की शपथ ली
बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद पद की शपथ ली। 18 वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। सबसे पहले सदन में राष्ट्रगान हुआ,उसके बाद पिछले सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद पीएम मोदी ने लोकसभा सदस्य की शपथ ली। मोदी के बाद उनकी कैबिनेट के लोकसभा सांसदों ने शपथ ली। सदन को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लंच के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का नाम जब शपथ के लिए बुलाया गया तो विपक्ष ने नीट-नीट,शेम-शेम बोलना शुरू कर दिया। विपक्ष नीट पेपर धांधली में उनके इस्तीफे की भी मांग कर चुका है। सत्र शुरू होने से पहले संसद पहुंचे पीएम मोदी ने कहा- देश चलाने के लिए सबकी सहमति जरूरी है। हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं। संविधान की मर्यादाओं का पालन करते हुए देश को आगे बढ़ाना चाहते हैं। देश को एक जिम्मदार विपक्ष की जरूरत है।
कोयला और खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने तेलगू भाषा में शपथ ली
कन्नड़,असमिया,तेलुगु,गुजराती, मराठी, मलायलम और संस्कृत में मंत्रियों ने शपथ ली
केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी और प्रह्लाद जोशी ने कन्नड़ में शपथ ली, जबकि धर्मेंद्र प्रधान और जुएल ओराम ने उडि़या भाषा में शपथ ली। एक अन्य केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असमिया में और केन्द्रीय मंत्री के. राम मोहन नायडू और जी किशन रेड्डी ने तेलुगु भाषा में शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने गुजराती भाषा में शपथ ली। वहीं, प्रताप राव जाधव ने मराठी और डॉ. जितेन्द्र सिंह ने डोगरी भाषा में शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने मलयालम और सुकांता मजूमदार ने बंगाली भाषा में शपथ ली। केन्द्रीय मंत्री दुर्गा दास उइके ने संस्कृत में शपथ ली।