ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाएं हुई ठप्प, सीएचओ बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर,उपस्वास्थ्य केंद्र हुए बन्द…
कोरिया, 22 जून 2024 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के सभी सीएचओ (सामुदायिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य अधिकारी) प्रेमाबाग स्थित धरना स्थल पर धरने पर बैठे है। उनकी मांगों पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी तरह की सुनवाई नही की है। आज से प्रदेश भर के सीएचओ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है, ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र पूरी से तरह से बन्द हो चुके है, इससे ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी कार्य प्रभावित हो रहे।
विदित हो कि सीएचओ को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि बैकुण्ठपुर विकासखंड में बीते 8 माह, सोनहत में 3 माह और बचरपोड़ी में 8 माह से पेंडिंग है। 18 जून से प्रदेश भर के सीएचओ ने ऑनलाइन रिपोर्टिंग का बहिष्कार किया परंतु उनकी मांगों पर किसी तरह का विचार नही किया गया जिसके बाद अब उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। जिला कोरिया मुख्यालय के धरना स्थल प्रेमाबाग में 21 जून से शुरू है आज दो दिन हो चूका है, 57 सीएचओ मांगो के समर्थन में है, जिलाध्यक्ष एसएस जयसवाल, ब्लॉक अध्यक्ष बैकुठपुर सत्येंद्र सिंह, दीपक पाण्डेय महामंत्री, अमरनाथ साहू, संजय कुर्रे जिला सहसंगठन सचिव, सीएचओ प्रकोष्ठ के अविनाश तिग्गा,प्रशांत गौतम,अनिल कुशवाहा, रीता राजवाड़े, रेखा खाड़े, मधु एक्का व समस्त सीएचओ उपस्थित रहे।
ऑनलाइन रिपोर्टिंग का बहिष्कार
प्रदेश के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा दिनांक 18 जून 2024 दिन मंगलवार से चरणबद्ध आदोलन का आगाज कर रहे है। सीएचओ द्वारा 18.06.2024 से 20.06.2024 तक समस्त आनलाईन रिर्पोटिंग कार्य का बहिष्कार किया जावेगा। तत्पश्चात् मांग पूरी नहीं होने पर अब वे दिनांक 21.06.2024 से पूर्ण रूप से कार्य बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे।
शासन के पत्र के बाद भी नही दे रहे
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक ने प्रदेश भर के सीएमएचओ को 12 जून को पत्र लिखकर भेजी गई राशि की जानकारी देते हुए उन्हें प्रोत्साहन राशि देने के निर्देश दिए है, 11 दिन से ज्यादा बीत जाने के बाद भी उन्हें राशि प्रदान नही की गई है।
ये है उनकी मांग
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियो का लंबित कार्या अधारित वेतन पीएलपी का भुगतान माह मई 2024 तक का पूर्ण किया जावे एवं अगामी माह से नियमानुसार प्रत्येक माह के 15 तारीख के भीतर भुगतान करना सुनिश्चित किया जावे। महिला सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उनके गुह जिले मे स्थानान्तरण देने के लिए छूट प्रदाय किया जावे एवं मुख्यालय निवास का दायरा मुख्यालय से 8 कि.मी. के परिधी में निवास करने के लिए छूट दिया जाये। पवन कुमार वर्मा, जिला संयोजक कांकेर की सेवा समाप्ति के आदेश को तत्काल निरस्त कर सेवा मे बहाल करते हुए दोषी अधिकारियों के उपर नियमानुसार कार्यवाही किया जाये।