- शराब की फैक्ट्री में 59 बच्चे मिले काम करते…
- सरकार ने डिस्टिलरी को किया सील…
- शराब बनाते-बनाते बच्चों के गल गए थे हाथ…
भोपाल,20 जून 2024 (ए)। मध्य प्रदेश में सोम डिस्टलरी पर के छापे के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है। इस फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। साथ ही इसका लाइसेंस 20 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। सोम डिस्टलरी में बच्चों से शराब का निर्माण करवाया जा रहा था। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने छापेमारी कर यहां से 59 बच्चों को मुक्त करवाया है। गौर करने वाली बात यह है कि इसी कैंपस में आबकारी विभाग का ऑफिस संचालित है और विभाग की नाक के नीचे यह काम हो रहा था। मामला सामने आने के बाद संबंधित अफसरों पर सरकार ने कड़ी कार्रवाई की है। दरअसल, बाल अधिकार संरक्षण आयोग को रायसेन स्थित सोम डिस्टलरी में बाल मजदूरी को लेकर शिकायत मिली थी। आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने यहां पहुंचकर जब जांच की तो शिकायत सही निकली। फैक्ट्री में
नाबालिग लड़के और लड़कियां काम कर रहे थे। इनको शराब बनाने के काम में लगाया गया था।कई बच्चों के हाथों की चमड़ी गली मिली थी
छापेमारी के दौरान कई बच्चों के हाथों की चमड़ी गली मिली। प्रियांक कानूनगो ने बताया कि बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने शिकायत की थी कि फैक्ट्री में बच्चों से 15-16 घंटे तक काम कराया जा रहा है।शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल से इनके हाथ गल गए थे। बच्चों की हालत डराने वाली थी लेकिन फैक्ट्री मालिक को उन पर तरस नहीं था। सोम डिस्टलरी से रेस्क्यू किए बच्चों में 39 लड़के और 19 लड़कियां थीं।