अंबिकापुर@इस वर्ष भी नवनिहाल जर्जर स्कूल में ही बैठकर ग्रहण करेंगे शिक्षा

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नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत 18 से 328 स्कूलों में मरम्मत कार्य नहीं हो सकता पूर्ण

अंबिकापुर,16 जून 2024 (घटती-घटना)। सरकारी स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत 18 जून से होगी। इसके लिए महज दो दिन शेष बचे हैं। वहीं जिले के अधिकांश स्कूलों में मरम्मत कार्य अभी भी पूर्ण नहीं हो सका है। बच्चे इस वर्ष भी जर्जर स्कूल भवन में ही पढ़ाई करने को मजबूर होंगे। क्यों के स्कूलों में मरम्मत कार्य कछुए की चाल से चल रही है। बारिश के मौसम में स्कूल की छत से टपकते पानी व गिरने प्लास्टर के खतरों के बीच बैठकर बच्चे शिक्षा ग्रहण करेंगे।
शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण इस वर्ष भी बच्चे जर्जर स्कूल भवनों में ही शिक्षा ग्रहण करेंगे। इस दौरान बच्चों को कई परेशानियों से होकर गुजरना पड़ेगा। जबकि जिले में 1404 स्कूल भवन जर्जर स्थिति में है। जिन्हें मरम्मत की आवश्यकता है। वहीं मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत जर्जर स्कूल भवनों को मरम्मत कराया जाना था। शिक्षा विभाग व निर्माण एजेंसियों की उदासिनता के कारण जिले के 217 जर्जर स्कूल भवनों का निर्माण कार्य तक शुरू नहीं कराया गया। वहीं 111 स्कूलों में निर्माण कार्य चल रहे हैं। जो अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। जबकि वर्ष 2024-25 शैक्षणिक सत्र की शुरूआत 18 जून से होनी है। दो दिन बाद सभी सरकारी स्कूल खुल जाएंगे। वहीं जिले के 328 स्कूलों का हाल अभी भी ठीक नहीं है। 111 स्कूलों में निर्माण कार्य चल रहा है। निर्माण पूर्ण होने में अभी और सजय लग सकता है। इस स्थिति में 18 जून से बच्चे स्कूल में बैठकर कैसे पढ़ाई कर पाएंगे। जबकि शिक्षा विभाग द्वारा 1076 स्कूल भवनों का मरम्मत कार्य पूर्ण होने का दावा किया जा रहा है। जिले के सबसे पुराने मल्टीपरपज स्कूल का भी मरम्मत कार्य अभी पूर्ण नहीं हो सका है। चारों तरफ निर्माण सामग्री बिखरे पड़े हैं। वहीं भवनों का मरम्मत कार्य अभी भी चल रहा है। मरम्मत कार्य पूर्ण होने में भी दो से तीन माह का समय और लग सकता है। जबकि यह स्कूल जिला मुख्यालय के अंदर है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहरी स्कूलों का यह हौल है तो ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का क्या हाल हो सकता है। शिक्षा विभाग व निर्माण एजेंसी की लापरवाही के कारण जिले के 217 स्कूल भवनों में मरम्मत कार्य शुरू नहीं हो सका है। वहीं 111 स्कूल का मरम्मत कार्य चल रहा है। वहीं जिन स्कूलों में मरम्मत कार्य चल रहा है वहां निर्माण सामग्री पड़े हुए हैं। स्कूल के कमरों से डेस्क-बेंच बाहर फेंका पड़ा है। कमरों का निर्माण आधे-अधूरे हैं। ऐसे स्थिति में 18 जून से बच्चे स्कूल में बैठकर पढ़ाई करना कितना मुश्किल होगए यह अंदाजा लगाया जा सकता है। जिले में 1404 स्कूल भवन जर्जर हैं। इन स्कूल भवनों में निर्माण व मरम्मत कार्य के लिए मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत 110 करोड़ रुपए जारी किया गया है। इसके बावजूद भी 328 स्कूल भवनों का मरम्मत कार्य समय पर पूर्ण नहीं हो सकता है। वहीं शिक्षा विभाग का दावा है कि जिले के 1076 स्कूल भवनों में निर्माण कार्य समय पर पूर्ण करा लिया गया है।
स्कूलों में मरम्मत कार्य अभी चल रहे हैं। 1076 स्कूलों का मरम्मत कार्य पूर्ण करा लिया गया है। शेष स्कूलां में मरम्मत कार्य चल रहा है। जल्द ही पूर्ण करा लिया जाएगा। निर्माण एजेंसी को जल्द से जल्द निर्माण पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
अशोक सिन्हा,
जिला शिक्षा अधिकारी


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