नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार लगातार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर नेहरू के रिकॉर्ड की बराबरी की
तीसरी बार बन गई मोदी सरकार
नई दिल्ली,09 जून 2024 (ए)। नरेंद्र दामोदर दास मोदी… नरेन्द्र मोदी ने रविवार को लगातार तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार भारत के पीएम पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति के नियुक्ति पत्र पर साइन किए। इसके साथ ही वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता और जवाहरलाल नेहरू के बाद दूसरे ऐसे नेता बन गए हैं। बहुत कम ही लोगों ने सोचा होगा कि भाजपा का कोई नेता यह उपलब्धि हासिल कर सकेगा। मोदी को तीसरे कार्यकाल में जनादेश पूर्व के दो कार्यकालों की तरह नहीं मिला है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करने में विफल रही। चुनाव से पूर्व भाजपा ने चार सौ पार का नारा दिया था लेकिन वह अपने गठबंधन के सहयोगियों के साथ तीन सौ के आंकड़े को भी पार नहीं कर सकी।
इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और ‘इंडिया गठबंधन ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया और उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान सहित कई हिन्दी पट्टी के क्षेत्रों में भाजपा के रथ को रोकने में सफलता हासिल की। यही कारण रहा कि नतीजों के बाद विपक्षी दलों ने चुनाव परिणामों को मोदी की ‘नैतिक हार’ करार दिया। कांग्रेस को इस चुनाव में 99 सीटों पर सफलता मिली। बहरहाल, यह भाजपा की विशाल राजनीतिक उपस्थिति का ही परिणाम है कि लगातार तीसरे लोकसभा चुनाव में उसने 240 सीटें हासिल कर सबसे बड़े दल का तमगा हासिल किया। भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 293 सीटें जीती हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे किसी भी चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी सफलता करार दिया है। चुनावों से मिली चुनौतियों के बावजूद, आने वाले वर्षों में भारतीय राजनीति 73 वर्षीय मोदी के इर्द-गिर्द ही घूमने वाली है। हालांकि, इस दौरान उन्हें गठबंधन की राजनीति के विभिन्न पहलुओं का सामना करना पड़ेगा।
गोधरा ट्रेन अग्निकांड के बाद राज्य में हुए दंगों के साये में 2002 में गुजरात विधानसभा चुनावों में पहली बार भाजपा का नेतृत्व करने के बाद से मोदी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालांकि उनके विरोधियों ने 2002 में उन्हें राजनीतिक रूप से खारिज कर दिया था, लेकिन वह अपनी पार्टी के लिए हिंदुत्व और विकास का विजयी मिश्रण बनकर ताकत के साथ उभरते चले गए। मोदी ने 2002, 2007 और 2012 में गुजरात में पार्टी का नेतृत्व किया और सत्ता में पहुंचाया और इसके बाद 2014 और 2019 में केंद्र में अपनी पार्टी को जीत दिलाने और सत्ता तक पहुंचाने में सबसे अहम भूमिका निभाई। हालांकि इस बार भाजपा की जीत सबसे अलग है क्योंकि वह अपने दम पर बहुमत लाने में विफल रही। साल 2014 में पहली बार पदभार संभालने के बाद मोदी को पहली बार इस दफे एक मजबूत विपक्ष का सामना करना पड़ा है।
राजनाथ और अमित शाह ने ली मंत्री पद की शपथ
मोदी के पीएम पद की शपथ लेने के बाद राजाथ सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। उनके बाद अमित शाह को शपथ लेने के लिए बुलाया गया. उन्होंने भारत के संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों और पद की गोपनीयता की शपथ ली।
नितिन गडकरी और नड्डा ने ली शपथ
बीजेपी के दिग्गज नेता रहे नितिन गडकरी और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंत्री पद की शपथ ली। पार्टी अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल इसी महीने के अंत तक है। ऐसे में उनके स्थान पर किसी नए नेता को पार्टी बनाया जा सकता है।
शिवराज और सातवें पर निर्मला सीतारमण ने ली शपथ
मोदी सरकार के शपथ ग्रहण में एमपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने छठे नंबर पर हिंदी में शपथ ली. वहीं निर्मला सीतारमण ने सातवें नंबर पर अंग्रेजी में शपथ ली।
जयशंकर ने आठवें नंबर पर अंग्रेजी में ली शपथ
निवर्तमान विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने अंग्रेजी में पद और गोपनीयता की शपथ ली. उनके आने पर पब्लिक ने जोरदार तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया।
हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर और एचडी कुमारस्वामी ने ली पद की शपथ
हरियाणा के पूर्व सीएम रहे मनोहरलाल खट्टर ने नौवें और कर्नाटक के पूर्व सीएम रहे एचडी कुमारस्वामी ने दसवें नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली। कुमारस्वामी अपनी पारिवारिक पार्टी जेडीएस के नेता हैं. उनकी पार्टी ने बीजेपी के साथ मिलकर कर्नाटक में चुनाव लड़ा था।
किरेन रिजिजू और हरदीप सिंह पुरी
ने ली मंत्री पद की शपथ
अरुणाचल पश्चिम सीट से बीजेपी सांसद किरेन रिजिजू ने एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली. वे पहली बार 2004 में सांसद चुने गए थे। उनके बाद आईएफएस से नेता बने हरदीप सिंह पुरी ने मंत्री पद की शपथ ली।. वे पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं। रिजिजू ने हिंदी और पुरी ने इंग्लिश में पद की शपथ ली।
मनसुख मांडविया तीसरी और जी किशन रेड्डी दूसरी बार बने मंत्री
गुजरात की पोरबंदर सीट से सांसद मनसुख मांडविया भी लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं। उन्होंने हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली. तेलंगाना की सिकंद्राबाद सीट से बीजेपी सांसद जी किशन रेड्डी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं। वे पिछली सरकार में भी मंत्री थे।. उन्होंने भी हिंदी में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
धर्मेंद्र प्रधान ने ओडिया जैकेट में ली पद की शपथ,जीतन मांझी का भी आया नंबर
निवर्तमान शिक्षा मंत्री रहे बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान एक बार फिर मोदी कैबिनेट में मंत्री बन गए हैं। ओडिया जैकेट पहनकर आए धर्मेंद्र प्रधान ने वरीयता क्रम में 12 नंबर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली। उनके बाद बिहार की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने मंत्री पद की शपथ ली।
गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और
भूपेंद्र यादव भी बने मंत्री, ली पद की शपथ
कांग्रेस से बीजेपी में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया की किस्मत लगातार सुनहरी बनी हुई है. वे मोदी सरकार 3.0 में भी मंत्री बने हैं. वे मध्य प्रदेश की गुना सीट से चुनाव जीतकर आए हैं. वे लगातार दूसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बन रहे हैं. उनके बाद अलवर से बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने हिंदी में मंत्री पद की शपथ ली. वे लगातार दूसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बन रहे हैं.
राव इंद्रजीत एवं जितेंद्र सिंह ने
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की ली शपथ,
गुरुग्राम से बीजेपी सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने मोदी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. उन्होंने इन चुनाव में कांग्रेस के हैवीवेट नेता राजबब्बर को हराया था। उनके बाद ऊधमपुर से सांसद बने जितेंद्र सिंह ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. वे पीएम मोदी के भरोसेमंद माने जाते हैं.
गिरिराज सिंह का
चमकता भाग्य, लगातार तीसरी बार बने मंत्री
गिरिराज सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली. वे बिहार की भूमिहार जाति से आते हैं मोदी सरकार में लगातार तीसरी बार मंत्री बने हैं. वे बेगूसराय से बीजेपी सांसद हैं. उनके बाद अश्विनी वैष्णव ने मंत्री पद की शपथ ली. आईएएस से रिटायरमेंट के बाद मोदी उन्हें 2019 में राजनीति में लाए. उन्हें इस साल फिर से राज्यसभा सांसद बनाया गया है.
प्रह्लाद जोशी तीसरी बार केंद्र में बने मंत्री, ली
पद की शपथ
कर्नाटक बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रह्लाद जोशी तीसरी बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं. वे नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं. उनके बाद जुएल उरांव ने मंत्री पद की शपथ ली. वे तीन बार ओडिशा में बीजेपी अध्यक्ष रहे हैं.
राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने ली मंत्री पद की शपथ, जेडीयू से है नाता
जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने 14वें नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली। वे शिष्टाचार का लिहाज करते हुए पीएम मोदी के सामने से आने के बजाय उनके पीछे से गुजरे।. उनके बाद बीजेपी नेता और असम के पूर्व सीएम रहे सर्बानंद सोनोवाल ने मंत्री पद की शपथ ली।
एमपी से बीजेपी सांसद बीरेंद्र कुमार खटीक ने
ली मंत्री पद की शपथ
एमपी से बीजेपी के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र कुमार खटीक ने मंत्री पद की शपथ ली. उनके बाद टीडीपी नेता राम मोहन नायडू ने मंत्री पद की शपथ ली. वे आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम सीट से लोकसभा सांसद बने हैं.
अर्जुन राम मेघवाल और प्रताप राव
जाधव बने राज्य मंत्री
अर्जुन मेघवाल एक बार फिर मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. उन्होंने 2019 में बीकानेर से पहली बार सांसद का चुनाव जीता था. इसके बाद वे 2016 से लेकर अब तक मोदी सरकार में लगातार मंत्री बने हुए हैं. उनके बाद महाराष्ट्र के बुलढाणा से शिवसेना सांसद प्रताप राव जाधव ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. वे पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं.
जयंत चौधरी और जितिन प्रसाद
भी मोदी सरकार में बने मंत्री
आरएलडी सांसद और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी भी बतौर मंत्री मोदी सरकार में शामिल हो गए हैं. उन्हें सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है. वे किसान नेता रहे चौधरी चरण सिंह पोते हैं. चरण सिंह को मोदी सरकार ने हाल में भारत रत्न दिया था. उनके बाद पीलीभीत से बीजेपी सांसद जितिन प्रसाद ने राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. वे पहले कांग्रेसी नेता थे और राहुल गांधी की यंग बिग्रेड में शामिल थे लेकिन बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गए.
काली अचकन में आए पीयूष गोयल ने 11 नंबर पर ली शपथ
काली अचकन में आए बीजेपी के कोषाध्यक्ष पीयूष गोयल ने 11वें नंबर पर मंत्री पद की शपथ ली. वे पार्टी के पूर्व कोषाध्यक्ष रहे वेद प्रकाश गोयल के पुत्र हैं और मुंबई से लोकसभा चुनाव जीतकर आए हैं.
काली अचकन में आए चिराग पासवान भी बने मोदी के मंत्री
काली अचकन पहनकर आए एलजेपी नेता चिराग पासवान भी पहली बार मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. उन्होंने हिंदी में मंत्री पद की शपथ ली और उसके बाद पीएम मोदी समेत मंच पर बैठे नेताओं का आभार जताया. उनके बाद गुजरात के नवसारी से सांसद बने सीआर पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली.
गजेंद्र शेखावत लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में बने मंत्री
राजस्थान के जोधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बनने में कामयाब रहे हैं. पिछली सरकार में वे जलशक्ति मंत्रालय का जिम्मा देख रहे थे. इसके साथ ही वे पंजाब में बीजेपी प्रभारी का काम देख रहे थे
मलयाली एक्टर सुरेश गोपी को मिला बड़ा मौका, मोदी सरकार में बने मंत्री
केरल की त्रिशूर सीट से जीतकर आए बीजेपी नेता और मलयाली एक्टर सुरेश गोपी पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बन गए हैं. वे 2016 में बीजेपी के राज्यसभा सांसद बने थे. उनकी जीत ने केरल में बीजेपी का खाता खोला है. उनके बाद तमिलनाडु से बीजेपी के राज्यसभा सांसद एल मुरुगन ने राज्य मंत्री पद की शपथ ली. वे पेशे से वकील हैं और पिछली मोदी सरकार में भी बतौर मंत्री शामिल थे.
बीएल वर्मा और शांतनु ठाकुर बने मोदी सरकार के मंत्री
बदायूं के रहने वाले और बीजेपी के राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. उन्होंने राज्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके बाद बंगाल में मतुआ समाज के नेता शांतनु ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली. वे पिछली मोदी सरकार में भी राज्य मंत्री के रूप में काम कर रहे थे.
शोभा करंदलाजे और कीर्तिवर्धन सिंह बने मंत्री, ली पद की शपथ
कर्नाटक में बीजेपी की वरिष्ठ नेता शोभा करंदलाजे भी मंत्री बनने में कामयाब रही हैं. वे बेंगलुरु उत्तर सीट से चुनाव जीतकर आई हैं. वे पिछली मोदी सरकार में भी राज्य मंत्री के रूप में शामिल थीं. उनके अलावा गोंडा से बीजेपी सांसद कीर्तवर्धन सिंह भी मंत्री बनने में सफल रहे.
चंद्रशेखर पेम्मासानी और एसपी सिंह बघेल भी बने मोदी सरकार का अंग
आंध्र प्रदेश की गुंटूर सीट से टीडीपी सांसद चंद्रशेखर पेम्मासानी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. वे डॉक्टर हैं और चिकित्सा पेशे से अब राजनीति में आए हैं. आगरा से लगातार दूसरी बार जीतकर आए एसपी सिंह बघेल भी पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं. इससे पहले योगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं.
नित्यानंद राय लगातार दूसरी बार बने मंत्री, अनुप्रिया पटेल ने भी ली शपथ
बिहार के उजियारपुर से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले नित्यानंद राय एक बार फिर मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. उन्होंने मोदी सरकार में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली. वहीं अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी एक बार फिर मंत्री पद की शपथ ली.
भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर के बेटे बने मोदी सरकार में मंत्री, ली मंत्री पद की शपथ
भारत रत्न से सम्मानित बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के बेटे रामनाथ ठाकुर भी पहली बार मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. वे 2020 में राज्यसभा के लिए चुने गए थे.
कृष्णपाल गुर्जर और रामदास अठावले फिर बने मंत्री, ली पद की शपथ
फरीदाबाद से लोकसभा सांसद कृष्णपाल गुर्जर लगातार तीसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बनने जा रहे हैं. वे हरियाणा सरकार में भी मंत्री रहे हैं और गुर्जर समाज के कद्दावर नेता माने जाते हैं. उनके बाद महाराष्ट्र के राज्यसभा सांसद रामदास अठावले ने राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ ली.
श्रीपद येस्सो नाइक और पंकज चौधरी को भी मिला मौका
श्रीपद येस्सो नाइक उत्तरी गोवा सीट से बीजेपी सांसद हैं. वे अटल सरकार और मोदी सरकार, दोनों में मंत्री रह चुके हैं. वे अब एक बार फिर मंत्री बनने में कामयाब रहे हैं. उनके बाद यूपी के महाराजगंज से बीजेपी सांसद पंकज चौधरी को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार की शपथ दिलाई गई. वे दूसरी बार मोदी सरकार में मंत्री पद संभालने जा रहे हैं.
सुकांता मजूमदार पहली बार केंद्र में बने मंत्री, सावित्री ठाकुर को भी मौका
पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष सुकांता मजूमदार भी पहली बार केंद्र में मंत्री बन गए हैं. वे शिक्षा के क्षेत्र से राजनीति में आए थे. वे बंगाल की बालुरघाट सीट से चुनाव जीतकर आए हैं. उनके बाद सावित्री ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली. वे एमपी के धार सीट से चुनकर आई हैं. वे पहली बार केंद्र में मंत्री बनी हैं.
दुर्गादास उइके और रक्षा खडसे बने केंद्र में मंत्री
दुर्गादास उइके बैतूल से दो बार सांसद हैं. वे पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं. राजनीति में आने से पहले वे शिक्षक थे. उनके बाद महाराष्ट्र की रावेर सीट से चुनी गईं रक्षा खडसे को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई. वे बीजेपी नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं.
रवनीत सिंह बिट्टू बने मोदी के नगीने, ली मंत्री पद की शपथ
पंजाब की लुधियाना सीट से हारने वाले बीजेपी नेता रवनीत सिंह बिट्टू को राज्य मंत्री बनाया गया है. वे पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते हैं और वर्ष 2014 और 2019 में कांग्रेस टिकट पर लुधियाना से चुनाव जीत चुके हैं.
सतीश चंद्र दुबे और संजय सेठ बने मोदी सरकार में मंत्री, ली पद की शपथ
सतीश चंद्र दुबे राज्यसभा सांसद हैं. वे 2014 में बाल्मीकिनगर से सांसद का चुनाव जीत चुके हैं. वे पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं. रांची सीट से सांसद का चुनाव जीतने वाले संजय सेठ को भी मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. वे पहली बार मोदी सरकार में मंत्री बने हैं.
कमलेश पासवान और भागीरथ चौधरी ने ली मंत्री पद की शपथ
कमलेश पासवान पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं. वे बांसगांव सीट से जीतकर सांसद बने हैं. उनके बाद अजमेर से दूसरी बार चुनाव जीतने वाले भागीरथ चौधरी ने मंत्री पद की शपथ ली. वे पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं.
अजय टम्टा और बांदी संजय कुमार ने ली मंत्री पद की शपथ
उत्तराखंड की अल्मोड़ा सीट से बीजेपी सांसद अजय टम्टा ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. वे दूसरी बार मोदी सरकार में मंत्री बने हैं. वे वर्ष 2007 में पहली बार विधायक बने थे. उन्होंने जिला पंचायत सदस्य से अपनी राजनीति शुरू की थी. तेलंगाना की करीमनगर सीट से जीत हासिल करने वाले बीजेपी सांसद बांदी संजय कुमार ने भी मंत्री पद की शपथ ली. वे तेलंगाना में बीजेपी अध्यक्ष भी रहे हैं.