अस्पताल ले जाते समय एम्बुलेंस से कूदकर हो गया था फरार
- संवाददाता –
अंबिकापुर,30 मई 2024 (घटती-घटना)।केन्द्रीय जेल का विचाराधीन बंदी बुधवार की शाम को एम्बुलेंस से कूदकर फरार हो गया था। वह तबियत खराब होने का बहाना बनाया था। जेल प्रबंधन द्वारा तबियत खराब समझकर उसे दो जेल प्रहरी द्वारा एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी रास्ते में दोनों जेल प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया था। ड्यूटी में लापरवाही पर जेल अधीक्षक ने दोनों जेल प्रहरियों को निलंबित कर लिया था। इसी बीच फरार बंदी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर लुंड्रा थाना क्षेत्र से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।
सेंट्रल जेल अंबिकापुर में ग्रामचिखलाडीह निवासी संजीव दास हत्या के आरोप में विचाराधीन बंदी के रूप में बंद था। बुधवार की शाम तबियत खराब होने की शिकायत पर उसे सेंट्रल जेल के डॉक्टर शाहरुख फिरदौसी के निर्देश पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया था। इस पर 2 जेल प्रहरी दयाराम व वेद प्रकाश पांडेय उसे एम्बुलेंस से शाम 7 बजे मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जा रहे थे। इसी दौरान बीही बाड़ी के पास बंदी एम्बुलेंस से कूदकर फरार हो गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान जेल प्रहरी दयाराम एम्बुलेंस चला रहा था, जबकि वेद प्रकाश पांडेय सामने ही बैठा था। दोनों ने हत्या के विचाराधीन बंदी को अकेला पीछे छोड़ दिया था। जेल प्रहरियों की सूचना पर मणिपुर पुलिस ने अपराध दर्ज किया था। इस मामले में सरगुजा के सभी थाना-चौकी की पुलिस आरोपी की खोजबीन में जुटी थी। हत्या जैसे संगीन अपराध में बंद आरोपी के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में जेल अधीक्षक ने दोनों जेल प्रहरियों को निलंबित कर दिया था। वहीं पुलिस ने आरोपी को गुरुवार की दोपहर लुंड्रा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने धारा 224 के तहत अपराध दर्ज कर दोबारा उसे जेल भेज दिया है। सूत्रों के अनुसार सेंट्रल जेल में संगीन आरोपों में बंद बंदियों को वहां पदस्थ डॉ. फिरदौसी द्वारा छोटी-मोटी बीमारियों में रेफर करने का खेल किया जा रहा है। जो बंदी एम्बुलेंस से कूदकर भागा, यदि उसकी हालत गंभीर होती तो वह भाग नहीं पाता। वहीं जमीन घोटाला मामले में सेंट्रल जेल में बंद आकाश अग्रवाल उर्फ गोलू नामक बंदी को भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसकी शिकायत किसी ने कलेक्टर से करते हुए कहा था कि मोटी रकम लेन-देन कर सेंट्रल जेल के डॉक्टर द्वारा उसे यहां रेफर किया गया है। इस मामले में कलेक्टर के निर्देश पर जांच की जा रही है।