- सटोरियों ने पूरे सिस्टम को अपने जैसा बना रखा है, कानून से बचने के पैंतरे भी आजमा रखा है… सट्टा खिलाना है पर सट्टा से इनका कोई लेना देना नहीं वह यह साबित कर ले जाते हैं…
- सटोरिया इतना शातिर है कि अपने लिए वकील भी अच्छा रखते है ताकि बचने का कानूनी सलाह भी मिलता रहे और काम चलता रहे…
- सटोरियों को पकड़कर पुलिस ही गुनाहगार हो जाती है क्योंकि सटोरिया न जाने किस अधिवक्ता के दिमाग से पहले से ही शिकायत लिखकर तैयार रखता है और अपने आप को पाक-साफ बताता है…वहीं कार्यवाही करने वाली पुलिस को आरोपी समझता जाता है?
–भूपेन्द्र सिंह –
सरगुजा,14 मई 2024 (घटती-घटना)। सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ऑपरेशन विश्वास के तहत आईपीएल मैच के दौरान सट्टा लगाकर लाखो करोड़ो का दाव लगाने वाले 03 मास्टरमाइंड सटोरियों को पकड़ने मे सरगुजा पुलिस को मिली सफलता में आरोपी से 19 नग मोबाइल एवं 20100/- रुपये नगद बरामद किया गया । साइबर रेंज थाना एवं थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही मे मामले के तीनो आरोपियों कों गिरफ्तार कर की जा रही सख्त वैधानिक कार्यवाही में अवैध कारोबार बंद करने के विरुद्ध अपना संदेश दे दिया है। पुलिस को अवैध कारोबार अपने क्षेत्र में नहीं चाहिए क्योंकि प्रदेश के मुखिया का आदेश का पालन कर रहे हैं पर बड़ी मेहनत से जिन आरोपियों को पकड़ कर पुलिस लाई है वह आरोपी पुलिस से दो कदम आगे निकलते हैं जिन्हें पुलिस पकड़ के लाई है वह सटोरिया अपने आप को पाक साफ बताते हैं। अब ऐसे में सवाल यह उठता है की पुलिस बड़ी मेहनत से कार्यवाही करे और आरोपी इतने शातिर हैं की शिकायत कर पुलिस की पूरी कार्यवाही पर ही पानी फेर दें। आरोपी पकड़ाते नहीं है कि उनसे पहले उनका शिकायत तैयार रहता है और कार्यवाही करने वाले पुलिस गुनहगार रहते हैं…ऐसा हम नहीं कह रहे हैं ऐसा पकड़े जाने वाले आरोपी की शिकायत कहती है ।
मिली जानकारी के अनुसार अंबिकापुर पुलिस ने जिन सटोरियों के विरुद्ध कार्यवाही की है वह सटोरिया कई बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और जब-जब पुलिस के हत्या चढ़ते हैं तब तक उनकी शिकायत तैयार रहती है और सटोरिया गुनहगार नहीं पुलिस गुनहगार रहती है, सरगुजा पुलिस में जहां आईपीएल के सीजन में सटोरियों पर बड़ी कार्यवाही कर अपना पीठ थप-थपा रही है और थप-थपाना भी चाहिए क्योंकि सटोरिया को विरुद्ध कार्रवाई करना भी कोई मामूली बात नहीं है जिन आरोपियों द्वारा अपने जान-पहचान के लोगो कों मोबाइल मे स्काई एक्सचेंज का लिंक भेजकर अवैध सट्टा खिलाने का किया जा रहा था काम वह आरोपियों के कजे से घटना मे प्रयुक्त 19 नग मोबाइल, 03 नग पासबुक, 02 नग चेकबुक, 21 नग एटीएम कार्ड, 20100/- रुपये नगद एवं दस्तावेज किया गया है बरामद। आरोपियों से जप्त मोबाइल मे फ़ोन पे ऐप मे लेन देन सम्बन्धी सट्टा खेलने एवं खिलाने के साक्ष्य मिलने पर एवं सट्टा मे हार-जीत का लेखा-जोखा रखने हेतु प्रयोग किये गए दस्तावेजो से पुष्टि होने पर सटोरियों के विरुद्ध की गई सख्त कार्यवाही पर पकड़े गए मोबाईल फ ोन,एटीएम कार्ड को उल्टा करके प्रदर्शित किया गया है जबकि पकड़े गए पासबुक वगैरह से सट्टा में शामिल अन्य आरोपियों के नामों का खुलासा किया जाता तो कार्यवाही निष्पक्ष जान पड़ता और सफ ेदपोश समाज के सामने आ जाते।
अभियान के तहत मिली सफलता…पर सफलता का श्रेय पुलिस को ना मिले आरोपियों की तैयारी
सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ऑपरेशन विश्वास के तहत आपराधिक गतिविधियों मे संलिप्त संदेहियो/आरोपियों की लगातार धरपकड़ की जा रही हैं, इसी क्रम मे मामले का संक्षिप्त विवरण में बताया गया कि दिनांक 13/05/24 कों थाना कोतवाली पुलिस,पेट्रोलिंग टीम कों मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि तीन सटोरी आयुष सिन्हा उफऱ् दीप सिन्हा, अमित मिश्रा उम्र पहलू,शुभम केशरी मिलकर अपने सम्पर्क एवं जानपहचान के लोगो कों स्काई एक्सचेज लिंक भेजकर आईपीएल मैच गुजरात टाइटन्स व कोलकता किंग राइडर्स के बीच चल रहे टी-20 मैच में ऑनलाईन सट्टा खेलने व खेलाने का काम कर रहे है। पुलिस टीम द्वारा सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए रेड कार्यवाही करने पर तीन संदिग्ध व्यक्ति मोबाइल ऑपरेट करते हुए मिले, पुलिस टीम द्वारा तीनो संदिग्ध से पूछताछ करने पर अपना नाम (01) आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा उम्र 30 साल (02) अमित मिश्रा उफऱ् पहलू उम्र 30 साल (03) शुभम केसरी उम्र 28 साल सभी साकिन साीपारा शिव मंदिर के पास अम्बिकापुर का होना बताये,आरोपी अमित मिश्रा ऊर्फ पहलू से जप्त एप्पल मोबाइल फ़ोन आईफोन-15 से वाट्सअप ऐप मे किये गए चैट, फोन पे ऐप में लेन देन संबंधि सट्टा खेलने व खेलाने का साक्ष्य प्राप्त हुआ,आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा से सट्टा खेलने व खेलाने वाले लोगों द्वारा दिया गया एटीएम कार्ड तथा शुभम केशरी से हार-जीत का लेखा-जोखा रखने से संबंधित सट्टा खेलने व खेलाने वाले लोगों का पासबुक व चेक बुक तथा मोबाइल जिसमें सट्टा खेलने वाले लोगों का फोन पे एप्लीकेशन डाउनलोड कर पैसे की लेन-देन रखने हेतु साक्ष्य पाये जाने पर तीनों आरोपियों के कजे से घटना मे प्रयुक्त 19 नग मोबाइल,03 नग पासबुक,02 नग चेकबुक,21 नग एटीएम कार्ड एवं 20100 रुपये नगद व अन्य दस्तावेज बरामद किया गया हैं,पर आरोपी इतने शातिर हैं की पुलिस की सफलता पर पानी फेरने के लिए अपनी कहानी पहले से ही तैयार कर रखी है आरोपी पकड़े नहीं जाते हैं कि उनकी शिकायत उससे पहले से तैयार रहता है और पुलिस गुनहगार रहती है और आरोपी पाक-साफ होता है।
मुख्य सरगना कौन? जो पर्दे के पीछे है…
मामले का निष्पक्ष खुलासा क्यों नही होता? पुलिस के विरुद्ध सटोरियों की शिकायत पर कई सवाल उठते हैं?
अभियान के तहत मिली सफलता…पर सफलता का श्रेय पुलिस को ना मिले आरोपियों की तैयारी
सरगुजा पुलिस द्वारा जारी अभियान ऑपरेशन विश्वास के तहत आपराधिक गतिविधियों मे संलिप्त संदेहियो/आरोपियों की लगातार धरपकड़ की जा रही हैं, इसी क्रम मे मामले का संक्षिप्त विवरण में बताया गया कि दिनांक 13/05/24 कों थाना कोतवाली पुलिस,पेट्रोलिंग टीम कों मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि तीन सटोरी आयुष सिन्हा उफऱ् दीप सिन्हा, अमित मिश्रा उम्र पहलू,शुभम केशरी मिलकर अपने सम्पर्क एवं जानपहचान के लोगो कों स्काई एक्सचेज लिंक भेजकर आईपीएल मैच गुजरात टाइटन्स व कोलकता किंग राइडर्स के बीच चल रहे टी-20 मैच में ऑनलाईन सट्टा खेलने व खेलाने का काम कर रहे है। पुलिस टीम द्वारा सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए रेड कार्यवाही करने पर तीन संदिग्ध व्यक्ति मोबाइल ऑपरेट करते हुए मिले, पुलिस टीम द्वारा तीनो संदिग्ध से पूछताछ करने पर अपना नाम (01) आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा उम्र 30 साल (02) अमित मिश्रा उफऱ् पहलू उम्र 30 साल (03) शुभम केसरी उम्र 28 साल सभी साकिन साीपारा शिव मंदिर के पास अम्बिकापुर का होना बताये,आरोपी अमित मिश्रा ऊर्फ पहलू से जप्त एप्पल मोबाइल फ़ोन आईफोन-15 से वाट्सअप ऐप मे किये गए चैट, फोन पे ऐप में लेन देन संबंधि सट्टा खेलने व खेलाने का साक्ष्य प्राप्त हुआ,आयुष सिन्हा उर्फ दीप सिन्हा से सट्टा खेलने व खेलाने वाले लोगों द्वारा दिया गया एटीएम कार्ड तथा शुभम केशरी से हार-जीत का लेखा-जोखा रखने से संबंधित सट्टा खेलने व खेलाने वाले लोगों का पासबुक व चेक बुक तथा मोबाइल जिसमें सट्टा खेलने वाले लोगों का फोन पे एप्लीकेशन डाउनलोड कर पैसे की लेन-देन रखने हेतु साक्ष्य पाये जाने पर तीनों आरोपियों के कजे से घटना मे प्रयुक्त 19 नग मोबाइल,03 नग पासबुक,02 नग चेकबुक,21 नग एटीएम कार्ड एवं 20100 रुपये नगद व अन्य दस्तावेज बरामद किया गया हैं,पर आरोपी इतने शातिर हैं की पुलिस की सफलता पर पानी फेरने के लिए अपनी कहानी पहले से ही तैयार कर रखी है आरोपी पकड़े नहीं जाते हैं कि उनकी शिकायत उससे पहले से तैयार रहता है और पुलिस गुनहगार रहती है और आरोपी पाक-साफ होता है।
सटोरियों के लिए कौन सा अधिवक्ता बना हुआ है सलाहकार?
वैसे सटोरियों का कोई अधिवक्ता है जो पहले से उनके लिए तैयारी करके रखता है।
सटोरिया जैसे ही पकड़े जाते हैं वह सटोरियों को पाक-साफ बताने में भिड़ जाता है। यह कौन अधिवक्ता है जो सारे सबूत खिलाफ होने के बाद भी सटोरियों की खुलकर मदद करता है और पुलिस वालों को ही जो कार्यवाही में शामिल होते हैं उन्हे दोषी साबित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ता। वैसे प्रदेश के मुखिया का अभियान प्रदेश को अवैध कारोबार से मुक्त करना यह तब तक संभव नहीं है जब तक ऐसे लोग अवैध कारोबारियों को बचाने सामने आते रहेंगे।
सटोरियों को पकड़ने इनका रहा योगदान
सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना अम्बिकापुर से उप निरीक्षक अखिलेश सिंह,सहायक उप निरीक्षक अभिषेक पाण्डेय,सहायक उप निरीक्षक अभिषेक दुबे,प्रधान आरक्षक छत्रपाल सिंह,आरक्षक उपेंद्र सिंह, मंटू गुप्ता, रिंकू गुप्ता शिव राजवाड़े शामिल रहे।