- पकड़े जाने वाले में दो सटोरिया अंबिकापुर के भी…
- अंबिकापुर के पकड़ाने वाले सटोरिया कई बार चढ़ चुके हैं पुलिस के हत्थे…पर पकड़ाने पर पुलिस की शिकायत करके ही खुद करते थे बचने का प्रयास…
- अंबिकापुर के पकड़े गए सटोरियों को आखिर किस सफेद पोश का मिलता है संरक्षण?
- क्या जिस-जिस पुलिस वाले ने की कार्यवाही उसका हुआ तबादला…आखिर सटोरियों की पहुंच कहां तक?
-भूपेन्द सिंह-
अंबिकापुर,13 मई 2024(घटती-घटना)। इस समय आईपीएल का खुमारी सर चढ़कर है और सटोरिया सक्रिय…सटोरिये इस हद तक सक्रिय है कि प्रतिदिन करोड़ का दावा आईपीएल में लगा रहे है उसके साथ महादेव ऐप का सट्टा अलग चल रहा है, जहां छत्तीसगढ़ में अवैध कारोबार को बंद करने का आदेश नई सरकार ने जारी कर रखा है वहीं अवैध कारोबार का तीव्र गति से होना कहीं ना कहीं आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है, अंबिकापुर पुलिस सटोरियों पर नक¸ल कसने के लिए बिलासपुर पहुंची जहां से कई सटोरियों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली,पुलिस सूत्रों की मानें तो बिलासपुर से पकड़े गए सटोरियों में अंबिकापुर का दो नाम शामिल है पहला नाम आयुष उर्फ दीप सिंह व दूसरा नाम अमित मिश्रा उर्फ पहलू जो दोनों अंबिकापुर सतीपारा के निवासी बताए जा रहे हैं, सट्टा के मामले में इनका पकड़े जाना लगा रहता है,कई बार पुलिस इन्हें पकड़ चुकी है पर पकड़ने वाले को भी यह नहीं छोड़ते आते ही उनकी शिकायत कर उन्हें सफेदपोश वालों के दम पर ट्रांसफर करवा देते हैं, आखिर इनकी पहुंच कितनी है कि इनके विरुद्ध कार्यवाही करने वाले पुलिसकर्मी को ही यह नुकसान पहुंचा देते हैं? एक बार फिर यह पुलिस के हत्थे चढ़े हैं क्या इस बार भी पकड़ कर लाने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध यह शिकायत करवा के या फिर सफेदपोश से कहलवाकर इन्हें अन्य जगह भेज देंगे। लंबे समय से यह सटोरिया सट्टा का काम कर रहे हैं। इन्हें सफेदपोश का संरक्षण भी मिल रहा है जिस वजह से यह इस कारोबार में लंबे समय से पनप रहे हैं क्या इस बार भी बचने का प्रयास करेंगे या फिर अंबिकापुर पुलिस उनके कार्यों के अनुरूप सजा दिलाने में सफल होगी?