सूरजपुर@क्या धंधे में रुकावट बन रहे पत्रकार की हत्या की रच रहे साजिश?

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-ओंकार पाण्डेय-
सूरजपुर 03 मई 2024 (घटती-घटना)। लगातार प्रकाशित हो रही खबर से सूरजपुर जिले के एक व्यापारी जो लोगों का पैसा करते हैं दुगना …आ रही है उसके कारोबार में गिरावट, क्या उसके बौखलाहट में पत्रकार विरोधियों के साथ मिलकर रच रहे हैं पत्रकार की हत्या की साजिश? सरगुजा संभाग में पैसा दुगना करने को लेकर एक नाम काफी चर्चा में है फिलहाल इसकी चर्चा पूरे प्रदेश में हैं और बड़े-बड़े व्यापारी इसके पास पैसा निवेश कर रहे हैं और अच्छा खासा कमीशन वह पा रहे हैं अब कमीशन कहें या फिर ब्याज का कारोबार यह समझ के परे है,असफ़ाक नाम का व्यक्ति इस समय लोगों के पैसे दुगना करने व लोगों को कार,मोटरसाइकिल व महंगे मोबाइल गिफ्ट करने को लेकर सुर्खियों में है,यह बात सभी को पता है कि असफ़ाक के पास अच्छे-अच्छे व्यापारी सहित कई लोग अपना पैसा निवेश कर रहे हैं और उससे अच्छा खासा रिटर्न लेकर अपने पैसे को दुगना करने की जुगत में है, पर सवाल यह है कि यह कारोबार कैसा है अवैध है या फिर वैध यदि वैध होता तो अभी तक इसकी जानकारी सभी को हो जाती,आखिर महज 22 साल की उम्र में एक युवा लड़का इतना संपçा कैसे अर्जित कर रहा है, शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने की चक्कर में कहीं युवा खुद भी तो किसी साजिश का शिकार तो नहीं बन रहा है? और लोगों को भी जोखिम में तो नहीं डाल रहा है? अभी हाल में सूत्रों से पता चला है की उक्त युवा खबरों से काफी परेशान है और यह भी सूत्रों का कहना है कि खबरों से उसके धंधे को नुकसान हो रहा है जिस वजह से वह आग बबूला होकर कुछ विरोधियों के साथ मिलकर पत्रकार की हत्या की भी साजिश कर रहा है, यदि यह बात जरा भी सही है तो फिर पत्रकार को भी सचेत रहने की जरूरत है पर यह भी संदेह उत्पन्न हो रहा है कि आखिर यह कारोबार कितना खतरनाक है कि इसके लिए इस हद तक भी जाने को व्यापारी तैयार है?
जिला प्रशासन तो हर परिस्थितियों से वाकिफ है फिर भी ना जाने कार्यवाही के लिए किस घड़ी का इंतजार है?
बता दे कि जिले में असफाक का नाम अब ऐसा नाम है जो पहचान का मोहताज नहीं है वहीं यदि यह कहा जाए की यह नाम पूरे प्रदेश में ख्याति प्राप्त नाम हो चुका है जो कहा जा सकता है और पूरे प्रदेश के लोग इस नाम से वाकिफ हैं। असफाक उल्लाह का नाम ऐसे ही ख्याति प्राप्त नहीं कर सका है,इसके पीछे की वजह भी काफी महत्वपूर्ण है,असफाक उल्लाह इसलिए प्रसिद्ध हैं क्योंकि वह लोगों का पैसा कम समय में दुगना कर देते हैं और जिसके कारण लोग उनके पास निवेश करते हैं,वहीं असफाक के प्रसिद्ध होने के पीछे की दूसरी वजह यह भी है, अपने निवेशकों को फोर व्हीलर,टू व्हीलर से लेकर महंगे मोबाइल भी गिफ्ट करता है, जिसकी कई फोटो सोशल मीडिया पर मौजूद है और कई लोग तो अपने मोबाइल में भी उसे सेव करके रखे हुए हैं, यह बातें पूरी तरह से जग जाहिर हैं,यहां तक कि जांच करने वाले भी इस बात से अनजान नहीं है, जिला प्रशासन तो हर चीजों से वाकिफ है फिर भी ना जाने कार्यवाही के लिए किस घड़ी का इंतजार है? युवा विदेशी गाडि़यों में चलता है उनका रहन-सहन उनके शौक महंगे हैं वहीं वह बेशकीमती चीजों के शौकीन हैं। अब यह तो उनकी प्रसिद्धि की बात हुई वहीं यह प्रसिद्धि उनकी संपन्नता से आई और यह संपन्नता उन्हे कैसे हासिल हुई यही महत्वपूर्ण एक विषय है जो यह बताता है की कहीं न कहीं आयकर विभाग,जीएसटी विभाग अन्य जिम्मेदार विभाग असफाक के मामले में मौन हैं और अनभिज्ञ बन रहे हैं जबकि खबर लगातार प्रकाशित हो रहे हैं और यह आशंका जाहिर की जा रही है की चिटफंड जैसा कोई व्यापार है यह जो जारी है जहां पैसा दोगुना किए जाने का लालच दिया जा रहा है। वैसे असफाक और उनके पिता के नाम से केजीएन हार्डवेयर नाम की फर्म है जिसमें असफाक के पिता फर्म के संचालक हैं। वैसे केजीएन फर्म का रजिस्ट्रेशन साथ ही उसका जीएसटी नम्बर हाल ही में जारी हुआ है जिसमे असफाक उल्लाह के पिता का जीएसटी हार्डवेयर रजिस्ट्रेशन कुछ माह पूर्व का है वहीं असफाक का जीएसटी रजिस्ट्रेशन इसी माह का है जबकि सूत्रों की माने तो उनका व्यवसाय वर्षों से जारी है और करोड़ों का लेनदेन वह अपने खातों से करते रहे हैं। वैसे पूरे मामले में सवाल यह उठता है की क्या जब बिना जीएसटी रजिस्ट्रेशन के करोड़ों का लेनदेन ट्रांजेक्शन होता रहा तब आयकर विभाग का ध्यान इस ओर क्यों नहीं गया?
3 साल में इनकम 16 लाख कैसे पहुंची…आखिर इनकम का क्या है सोर्स?
22 वर्षीय युवा का व्यापार से जुड़े कई सवाल है सवालों के जवाब तलाशने के लिए यदि जांच एजेंसी निकल जाए तो परत दर परत सारी चीज साफ हो जाएगी पर आखिर सवालों के जवाब खोजने प्रशासन भी जहमत नहीं उठा रहा आखिर ना जाने उसे किस घड़ी का इंतजार है? सूत्रों से मिले दस्तावेज के अनुसार असफ़ाक की आय 2020 से लेकर 2022 तक 5 लाख के अंदर थी जो उसका इनकम टैक्स रिटर्न बताता है पर वही 2023 में उसकी आय अचानक बढ़कर 16 लाख पार कर गई, सूत्रों का यह भी कहना है कि टैक्स 2 से 3 लाख जमा भी किया गया पर 16 लाख का रिटर्न तो भर दिया गया पर 16 लाख के रिटर्न का सोर्स क्या है? यह नहीं बताया गया यह भी आयकर विभाग के लिए एक जांच का अहम पहलू है…पर जांच होगी कि नहीं यह तो समय पर पता चलेगा। आखिर एक साल में 16 लाख की इनकम कैसे हुई किस काम से हुई यह बहुत बड़ा पहलू है जो पूरे राज को खोलकर रख देगा।
खुश करके अपना व्यवसाय कर रहे हैं जिसमें सभी का हिस्सा बंधा हुआ है और इसीलिए जिम्मेदार हैं मौन?
वैसे अब असफाक उल्लाह और उसके पिता के जीएसटी रजिस्ट्रेशन की कॉपी घटती-घटना के पास उपलब्ध है जो यह साबित करता है की असफाक का व्यवसाय जीएसटी रजिस्ट्रेशन अभी प्राप्त कर सका है जबकि करोड़ों का लेनदेन वह करते आ रहे हैं। इस मामले में अब आयकर विभाग,जीएसटी विभाग अन्य सतर्कता विभाग सवालों के दायरे में हैं क्योंकि यदि असफाक उल्लाह और उनके पिता के फर्म को लेकर लगातार समाचार प्रकाशित हो रहा है जिसमे गड़बड़ी की आशंका जाहिर की जा रही है तो संबंधित सभी विभाग जांच क्यों नहीं कर रहे हैं मौन क्यों हैं बड़ा सवाल है। वैसे असफाक उल्लाह की संपत्ती भी काफी बढ़ी है हाल फिलहाल में और बताया जा रहा है की उन्होंने कई बेशकीमती संपत्ती अर्जित की है जो सूत्रों के हवाले से खबर है ऐसे में आय से अधिक संपत्ती का भी मामला उनके ऊपर बनता है जो जांच का ही विषय है। वैसे बताया जा रहा है वह सभी को खुश करके अपना व्यवसाय कर रहे हैं जिसमें सभी का हिस्सा बंधा हुआ है और इसीलिए जब जिम्मेदार मौन हैं।
क्या अपने व्यापार व अपना राज खुलने से बचने के लिए पत्रकार की हत्या करवाने की भी कर रहे हैं षड्यंत्र?…
असफाक को और उनके गुप्त व्यवसाय को लेकर घटती-घटना लगातार समाचार प्रकाशित कर रही है और घटती-घटना इस मामले में सच्चाई सामने लाने के अभियान में जुटी हुई है की आखिर असफाक कैसे लोगों का पैसा दुगना कर रहे हैं और कैसे वह महंगी गाडियां बांट रहे हैं और विदेशी गाड़ी खुद चढ़ रहे हैं। बताया जा रहा है सूत्रों का कहना है की युवा व्यवसायी फिलहाल खबरों से काफी परेशान है और वह पत्रकार की हत्या का भी षड्यंत्र कर सकता है जो दुर्घटना सहित कोई अन्य माध्यम इसके लिए अपना सकता है। यह आशंका नहीं सूत्रों से मिल रही सूचना पर एक अंदेशा है पत्रकार का…वैसे असफाक का व्यवसाय क्या है जो वह ऐसा भी कोई कृत्य करने की सोच सकते हैं यह भी बड़ी बात है जांच का विषय है।
युवा को पत्रकार के विरुद्ध मोहरा बनाना चाहते हैं कुछ दिग्गज और कराना चाहते हैं उससे अपराध: सूत्र
युवा के साथ मिल कर कुछ शासकीय विभागों के जिम्मेदार पदों पर बैठे अधिकारी कर्मचारी जिनके विरुद्ध पूर्व में उनके कारगुजारी की खबर प्रकाशित हो चुकी है जो पत्रकार से द्वेष की भावना रखते हैं वह सभी पत्रकार की हत्या का षड्यंत्र रच रहे हैं,सूत्रों से जानकारी मिली है उसके अनुसार युवा के साथ मिलकर जो षड्यंत्र कर रहे हैं उसमे प्रभारी डीपीएम, तत्कालीन तहसीलदार, कोरिया के प्रधान आरक्षक, एक डिप्टी कलेक्टर जो जल्द ही आईएएस बनने वाले हैं, एक मंत्री के विशेष सलाहकार व ओएसडी, सहित बसदेई पुलिस के कुछ पुलिस कर्मचारी मिलकर हत्या का षणयंत्र रच रहे है।
शिवप्रसादनगर का ग्रामीण बैंक भी संदेह के घेरे में
शिवप्रसादनगर का ग्रामीण बैंक भी संदेह के घेरे में इसलिए माना जा रहा है क्योंकि इस बैंक से असफाक के पिता व अन्य परिवारों का लोन है,एक करोड़ का सीसी है तो वही करोड़ों की गाडि़यां भी फाइनेंस है पर समझने की बात यह है कि आखिर इतना लोन उस बैंक से कैसे मिल रहा और कैसे उस लोन की किस्त पट रही है। सरगुजा संभाग का शिवप्रसादनगर ग्रामीण बैंक कार लोन को लेकर काफी आगे बढ़ चुका है गिफ्ट वाली गाडि़यां भी लगभग उसी बैंक से फाइनेंस बताई जा रही हैं फाइनेंस भी असफाक के कहने पर होता है ऐसा विशेष सूत्रों का मानना है।
फाइनेंस कंपनी असफाक को गाड़ी फाइनेंस करने से कर दी थी मना…
सूत्र यह भी बताते हैं की महंगी गाडि़यों के शौकीन असफ़ाक एक महंगी विदेशी गाड़ी खरीदने गया हुआ था जिसमें फाइनेंस कंपनी ने यह कह मना कर दिया कि आपका उम्र कम है और आप इतने कम उम्र में इतनी महंगी किस्त कैसे पटा पाएंगे,आपका आइटीआर भी कम का है जिस चक्कर में असफ़ाक ने 16 लाख का आईटीआर ही फाइल कर दिया और 3 लाख का टैक्स भी पटा दिया…पर गलती यह कर गए की 16 लाख का इनकम का सोर्स उन्होंने सही नहीं बताया पेटी कॉन्टैक्टर वर्क बताकर फाइल कर दी फिर भी गाड़ी फाइनेंस नहीं हुई।
पत्रकार सहित संपादक के विरुद्ध षड्यंत्र की तैयारी
असफाक नाम का सूरजपुर जिले के शिवप्रसादनगर का युवक जिसकी उम्र मात्र लगभग 22 वर्ष है जो आय से ज्यादा संपत्ती अर्जित कर चुका है उसके व्यापार का सोर्स क्या है यह कोई पता नहीं लग पा रहा। चिटफंड का व्यवसाय करता है उसके विरुद्ध दैनिक घटती-घटना ने हाल फिलहाल में काफी समाचार प्रकाशित किया है जिसका कारण यह है की लोगों को जागरूक कराया जा रहा था ताकि लोग किसी भी धोखे में ना रहें,जहां खबर को संज्ञान लेकर संबंधित विभाग को जांच में असफाक की संपत्तियों की जांच करनी थी वहां पर जांच न होने की वजह से खबर छापने वाले पत्रकार व अखबार के संपादक पर ही जान का खतरा मंडराने लगा है। बताया जा रहा है की इस षड्यंत्र में कई लोग शामिल हैं जिनमे भ्रष्टाचार से जुड़े लोग शामिल हैं।
खबरों से क्षुब्द विरोधियों के संपर्क में है युवा व्यवसायी?
घटती-घटना की खबरों से युवा व्यवसायी काफी क्षुब्ध हैं जैसा बताया जा रहा है और वह कुछ अन्य ऐसे लोगों के संपर्क में हैं जो पत्रकार से खबरों को लेकर क्षुब्ध हैं। ऐसे लोगों में हर वर्ग के लोग हैं खासकर भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों की पूरी एक टीम है जिनके खिलाफ घटती-घटना में समाचार प्रकाशित हो चुका है। यह लोग राजधानी में बैठक कर चुके हैं एक साथ यह भी सूत्रों का कहना है जिसमे युवा व्यवसाई को सभी अन्य पत्रकार विरोधियों के द्वारा भड़काया गया जो बताया जा रहा है।

पत्रकार करेगा प्रदेश के राज्यपाल से शिकायत,मांगेगा अपने लिए सुरक्षा
घटती घटना के पत्रकार को जान से मारने का षड्यंत्र हो रहा है यह सूत्रों का दावा है और यह षडयंत्र हत्या का दुर्घटना स्वरूप में भी किया जा सकता है जो बताया जा रहा है। इस मामले में अब पत्रकार प्रदेश में राज्यपाल से सुरक्षा की मांग करने वाला है और इसके लिए वह जल्द ही पत्र लिखकर अपनी जान की सुरक्षा की मांग करने वाला है।

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