अंबिकापुर,27 अपै्रल 2024 (घटती-घटना)। एमएसएसव्हीपी शक्ति सदन में पहली बार मुस्लिम कन्या का निकाह संपन्न हुआ। मां के द्वारा दूसरा निकाह करने के बाद सौतेले पिता की गलत नजर और प्रताड़ना झेल रही बालिका ने वर्ष 2020 में बालिका गृह में आसरा लिया था। 18 वर्ष पूर्ण होने के बाद वह वर्ष 2022 से शक्ति सदन में रह रही थी। मूलतः सतपता बिश्रामपुर निवासी उक्त मुस्लिम युवती जब बालिग अवस्था में पहुंची तो एमएसएसव्हीपी की डायरेक्टर डॉ. मीरा शुक्ला ने उसके भविष्य को देखते हुए सवाल किया तो उसने घर वालों से निकाह के लिए बात करने की इच्छा जाहिर की। एक बार परिवार के कुछ सदस्य शादी के लिए पहल शुरू किए, बाद में चाचा-चाची और दादा-दादी ने निकाह करने से इन्कार कर दिया। बाद में डॉ. मीरा शुक्ला ने उसका भविष्य संवारने के लिए आगे कदम बढ़ाया और उन्होंने जयनगर बिश्रामपुर निवासी गोलू उर्फ मोहम्मद जसीम पिता अदुल रसीद से शफीकुन निशा का निकाह मुस्लिम रीति-रिवाज से संपन्न कराया। इस दौरान स्थानीय अंजुमन कमेटी के लोगों व मौलाना की भी उपस्थिति रही। बड़ी बात यह है कि जिस मुस्लिम युवक से शफीकुन का निकाह हुआ, वह उससे विवाह करने के लिए स्वयं रजामंदी दी थी। युवक बिरयानी दुकान का संचालन करता है। बता दें डॉ. मीरा शुक्ला के द्वारा इसके पहले 22 विवाह संपन्न कराते हुए स्वयं कन्यादान किया है। देखा जाए तो इस मौके पर भी लड़की पक्ष की ओर से किसी की मौजूदगी नहीं रहने की स्थिति में अभिभावक के रूप में उनकी ही उपस्थिति रही। शफीकुन को मां के रूप में डॉ. मीरा शुक्ला का ममत्व मिला, उनके ही ममता की छांव में वह किशोरावस्था के दो वर्ष और युवावस्था के दो वर्ष गुजारी थी, विदाई की बेला में वह उनसे लिपटकर रो पड़ी। इस दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग से संरक्षण अधिकारी संस्थागत देखरेख मो. ताजुद्दीन व जयन्ती सिंह सिटी मिशन मैनेजर एवं एमएसएसव्हीपी शक्ति सदन व बालिका गृह के समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।
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