- प्रतापपुर अंबिकापुर मार्ग का निर्माण कुछ साल पहले सड़क विकास निगम द्वारा कराया गया था
संबंधित विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की उठने लगी है मांग
प्रतापपुर, 11 अपै्रल 2024 (घटती-घटना)। प्रतापपुर से अंबिकापुर तक बनी सड़क में जगह जगह गड्ढो के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं।मंगलवार को चिटका बहरा के पास भी टैंकर के पलटने और युवा शिक्षक की मौत का कारण भी इसी गड्ढो को माना जा रहा है। जानकारी के बावजूद इन्हें ठीक न करने वाले ठेकेदार और संबंधित विभाग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग उठने लगी है।
गौरतलब है कि प्रतापपुर अंबिकापुर मार्ग का निर्माण कुछ साल पहले सड़क विकास निगम द्वारा कराया गया था जिसके ठेकेदार छाीसगढ़ से बाहर के थे और अंबिकापुर के एक बड़े ठेकेदार ने पेटी कांट्रेक्टर के रूप में काम किया था।सड़क तो जैसे तैसे बनकर तैयार हो गई थी लेकिन धीरे धीरे कई स्थानों पर जर्क की स्थिति निर्मित होनी शुरू हो गई थी।खासकर जहां पर पूल पुलिया बने हैं,इनके दोनों ओर सड़क दब गई है और वहां जर्क के कारण स्थिति खतरनाक हो गई है।प्रतापपुर,धरमपुर,गणेशपुर सहित कई गांवों के पास यह देखा जा सकता है कि जब यहां से कोई भी गाड़ी पर होती है तो उन्हें धीरे करना पड़ता है किंतु कोई नया चालक होता है तो गति के साथ इसे पार करता है और गाड़ी उछल जाती है,अनियंत्रित हो जाती है।कई बार ये बातें सामने आई हैं कि इन जर्क वाले स्थानों में गाडि़यों के उछलने के कारण उनमें बैठे लोगों को चोटे आई हैं,पहले मैं भी हो चुकी है।अब मंगलवार को भी हुए हादसे के लिए चीटका बहरा नाला के पास बने जर्क को ही माना जा रहा है।बताया जा रहा है कि जब टैंकर अंबिकापुर की ओर से आ रहा था तब कहीं पर जर्क पड़ा और झटके के कारण कोई पार्ट्स टूट गया जिस कारण स्टीयरिंग फेल हो गया और टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया था।इस दुर्घटना में एक शिक्षक की भी दर्दनाक मौत हो गई थी।सड़क में जर्क के कारण बन रही स्थिति और इसमें सुधार करने के लिए प्रतापपुर के एक जनप्रतिनिधि ने पेटी ठेकेदार को फोन लगा सुधारने भी कहा था, तब तो उसने आश्वासन दिया लेकिन फिर काम नहीं किया।अब एक और बड़े हादसे के बाद नगरवासी संबंधित ठेकेदार और सड़क विकास निगम के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और प्रतापपुर से अंबिकापुर तक सभी जगहों पर बने जर्क वाले स्थानों को सुधारने की मांग कर रहे हैं।
इस नई सड़क को बने करीब पांच साल हुए हैं और यह लैक स्पॉट बन गई है।प्रतापपुर से अंबिकापुर तक पूरी सड़क में आए दिन हादसे होते हैं और एक अनुमान के मुताबिक अब तक सौ के लगभग निर्दोष लोगों ने अपनी जान गवां दी है।वाहनों की तेज रफ्तार,गन्ना लेकर जाने वाले ट्रेक्टर,सजी वाली पिकप,बड़ी ट्रकें हादसों का कारण बनी हैं तो सड़क में जर्क भी बड़ा कारण है।
अल्पसंख्यक विभाग कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जिशान खान ने ठेकेदार और विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सड़क अमानक स्तर की बनाई थी और इसके विरोध में कई आंदोलन हुए थे।सड़क में आए दिन हादसों के कारण जिस तरह मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है,प्रशासन को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।पहले तो जर्क वाली स्थिति के लिए संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही और मरम्मत जरुरी है।इसके साथ प्रशासन ऐसे उपाय करे ताकि हादसों को रोका जा सके।