अंबिकापुर@राजमोहिनी देवी भवन के पीछे स्थित 4.22 एकड़ जमीन घोटाले मामले में शामिल बंशु लोहार ने कोर्ट में किया सरेंडर…

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अंबिकापुर,10 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। शहर के राजमोहिनी देवी भवन के पीछे स्थित 4.22 एकड़ जमीन घोटाले मामले में शामिल बंशु लोहार ने बुधवार को सीजीएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड पर पुलिस को उसे सौंपा है। गौरतलब है कि 28 मार्च को कलेक्टर ने उक्त जमीन की सभी रजिस्टि्रयां शून्य घोषित कर दी थीं। उन्होंने नजूल अधिकारी को गोचर मद की भूमि को पुन: गोचर मद में दर्ज करते हुए शासकीय मद में दर्ज करने का आदेश दिया था।
जमीन बिक्री करने वाले व्यक्तियों के समूह द्वारा राजमोहिनी देवी भवन के पास स्थित 4.22 एकड़ जमीन को बंसू पिता भुटकुल के नाम दर्ज कराकर कई लोगों को बिक्री की थी। इस फर्जीवाड़े में तात्कालीन नजूल अधिकारी नीलम टोप्पो, नजूल कार्यालय में पदस्थ रीडर अजय तिवारी, आरआई नारायण सिंह व राहुल सिंह के खिलाफ धारा 420,467,468 व 471 के तहत अपराध भी दर्ज किया गया है। कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद से ये फरार चल रहे हैं। इधर जमीन घोटाले के मामले में कलेक्टर न्यायालय में 28 मार्च को ऑनलाइन सुनवाई की गई थी। घोटाले में शामिल बंसू पिता भुटकुल को बुलाया गया था लेकिन 14 मार्च व 21 मार्च की सुनवाई की तरह ही वह उपस्थित नहीं हुआ था। उसकी लगातार अनुपस्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने 19 पृष्ठ का आदेश जारी किया कि बंसू प्रति छत्तीसगढ़ शासन मामले में प्रावधानों व संहिता के विपरीत पाए जाने से निरस्त किया जाता है एवं नमनाकला स्थित भूमि 243/1 रकबा 1.710 हे. (4.22 एकड़) भूमि को पूर्ववत शासकीय मद में दर्ज किए जाने का आदेश जारी किया जाता है। साथ ही नजूल अधिकारी को रिकार्ड दुरुस्त कर प्रतिवेदन भेजने कहा गया है। बंसू आत्मज भुटकुल ने गलत तरीके से शासकीय भूमि का पटटा अपने नाम कराया था, इसलिए उसके द्वारा बेची गई भूमि आदेश को भी निरस्त किया जाता है।
30 मार्च को हुई जिला स्तरीय समिति (अधोसंरचना) की बैठक में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अम्बिकापुर द्वारा अंबिकापुर में जिला न्यायालय अंबिकापुर के नवीन न्यायालय भवन निर्माण एवं जिला मुख्यालय अंबिकापुर के न्यायिक अधिकारियों के शासकीय आवास गृह निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। मांग के अनुसार राजमोहिनी भवन के पीछे स्थित शासकीय नजूल भूमि रकबा 1.70 हेक्टेयर यानी कुल 4.22 एकड़ भूमि को जिला न्यायालय अंबिकापुर के नवीन न्यायालय भवन निर्माण हेतु अग्रिम आधिपत्य प्रदान किया गया है। यह जमीन बंशु लोहार मामले से जुड़ा था। इसी प्रकार जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंबिकापुर के मांग के अनुसार पॉवर हाउस रोड शनि मंदिर के पास नमनाकला स्थित भूमि रकबा 4.11 एकड़ भूमि को जिला मुख्यालय अंबिकापुर के न्यायायिक अधिकारियों के शासकीय आवास गृह निर्माण हेतु प्रदान किया गया। मामले में शामिल बंशु लोहार आत्मज भुटकुल ने अंततः बुधवार की दोपहर 12 बजे सीजीएम न्यायालय में सरेंडर कर दिया। मामले में प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट खुलेश्वरी सिन्हा के समक्ष बंद कमरे में बंशु लोहार का बयान दर्ज किया गया। बयान दर्ज करने के बाद पुनः उसे सीजीएम न्यायालय में भेज दिया गया। यहां पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए न्यायालय से 8 दिन की रिमांड की मांग की गई थी। जबकि सीजीएम न्यायालय द्वारा पुलिस को 4 दिन की रिमांड दी गई है।
राजमोहिनी भवन के पीछे, नमनाकला वाली 4.22 एकड़ शासकीय नजूल भूमि नवीन जिला न्यायालय निर्माण हेतु कलेक्टर सरगुजा द्वारा आबंटित

जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अंबिकापुर की मांग पर कलेक्टर सरगुजा द्वारा जिला न्यायालय अम्बिकापुर के नवीन न्यायालय भवन निर्माण और न्यायायिक अधिकारियों के शासकीय आवास गृह निर्माण हेतु भूमि आबंटित कर दी गई है। बीते दिनों अनावेदक बंसू से जुड़े जिस शासकीय भूमि क्षति के मामले में बड़ी कार्यवाही करते हुए कलेक्टर सरगुजा द्वारा भूमि को शासकीय मद में दर्ज कराया गया, उस भूमि का कलेक्टर द्वारा सिविल कोर्ट निर्माण हेतु जिला एवं सत्र न्यायाधीश, अंबिकापुर को अग्रिम आधिपत्य प्रदान किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों 30 मार्च को हुई जिला स्तरीय समिति (अधोसंरचना) की बैठक में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अम्बिकापुर द्वारा अंबिकापुर में जिला न्यायालय अम्बिकापुर के नवीन न्यायालय भवन निर्माण एवं जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के न्यायिक अधिकारियों के शासकीय आवास गृह निर्माण हेतु भूमि उपलध कराने की मांग की गई थी। जिसपर कार्यवाही करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश अम्बिकापुर के मांग के अनुसार राजमोहिनी भवन के पीछे, पी.जी.कॉलेज के सामने नमनाकला,अम्बिकापुर स्थित शासकीय नजूल भूमि रकबा 1.70 हेक्टेयर यानी कुल 4.22 एकड़ भूमि को जिला न्यायालय अम्बिकापुर के नवीन न्यायालय भवन निर्माण हेतु अग्रिम आधिपत्य प्रदान किया गया है। इसी प्रकार जिला एवं सत्र न्यायाधीश अम्बिकापुर के मांग के अनुसार पॉवर हाउस रोड, शनि मंदिर के पास, नमनाकला, अम्बिकापुर स्थित भूमि रकबा 4.11 एकड़ भूमि को जिला मुख्यालय अम्बिकापुर के न्यायायिक अधिकारियों के शासकीय आवास गृह निर्माण हेतु प्रदान किया गया।


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