बैकुण्ठपुर@दस्तावेज हो गए गायब,आवेदक ने की अपील

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जांच में स्वास्थ्य विभाग के भी गायब हो सकते हों दस्तावेज: सूत्र

रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर,06 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ तत्कालीन प्रभारी डीपीएम के जाति के दस्तावेज उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण समिति के कार्यालय से गायब हो चुके है, अब मामले में प्रार्थी समजिंक कार्यकर्ता संजय जायसवाल ने अपील की है।
जानकारी के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता ने तत्कालीन प्रभारी डीपीएम की जाति से संबंधी प्रमाणित दस्तावेजों की मांग उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण समिति रायपुर से की थी, सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी में उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण समिति में जाति जांच के प्रभारी अधिकारी ने पत्र लिखकर बताया है कि चाही गई जानकारी कार्यालय में काफी खोज बीन के बाद नही होना पाया गया है, अतः जानकारी प्रदाय करना संभव नही है। अब श्री जायसवाल ने मामले में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के अपर संचालक के यहां जानकारी दिलाने के लिए अपील की है। हैरान करने वाली बात यह है कि इतना संवेदनशील मामले में दस्तावेजों का गायब होना कहीं न कहीं कुछ न कुछ दाल में काला होने के संकेत दे रहा है या पूरी दाल ही काली है।
नर्सिंग होम की जांच प्रतिवेदन हो गया था गायब
सामाजिक कार्यकर्ता ने न्यू लाइफ नर्सिंग कॉलेज की शिकायत की थी जिसके बाद मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर से आए जांच दल में जांच कर जांच प्रतिवेदन मेडिकल चिकित्सा विभाग को सौंपा था, परंतु जब उसकी जानकारी की मांग उन्होंने की तो बताया गया दस्तावेज गायब है जिसके बाद उन्होंने मामले की लिखित शिकायत की,जैसे ही मामले की जांच शुरू हुई आनन-फानन में गायब दस्तावेज लौट आये और उन्हें सूचना के अधिकार के तहत जांच प्रतिवेदन प्रदान किया गया। यहां यह बताने का मतलब यह है कि जिन दस्तावेजों में झोलझाल है उन्हें कार्यालयों से गायब करवा दिया जा रहा है,जबकि दस्तावेज गायब होने पर मामले में एफआईआर भी हो सकती है जिससे ऐसे लोग अनजान बने हुए है।
स्वास्थ्य विभाग में दस्तावेज गायब होने की है संभावना
कोरिया के स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ आरएस सेंगर और पूर्व डीपीएम के खिलाफ दर्जनों शिकायत मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक पहुंच चुकी है, ऐसे में कोरिया जिले के स्वास्थ्य विभाग से भी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को ठिकाने लगाए जाने की संभावना से इनकार नही किया जा सकताज़ यही कारण है सीएमएचओ ने आज तक पूर्व डीपीएम का न तो चेम्बर खाली करवाया है और न ही किसी व्हाट्सएप ग्रुप से उसे हटाया है, अब नए डीपीएम को विाीय चार्ज लेने के पुर्व सभी दस्तावेजों को संभाल के रख ने की जरूरत है नही तो सीएमएचओ और पूर्व डीपीएम से उन्हें बच कर रहना होगा, दस्तावेज गायब हो जाएंगे तो इल्जाम नए डीपीएम पर लग जायेगा।


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