- उसे गज विचरण क्षेत्र से हटाने के बजाए फोटो खींच लौट गया था वन अमला
- पहली तस्वीर-जंगल में दो अप्रैल को खींची गई तस्वीर में बैठा नजर आ रहा है,दूसरी तस्वीर-उसी जंगल में क्षत विक्षत लाश पड़ी है…
मैनपाट,06 अपै्रल 2024 (घटती-घटना)। मैनपाट वन परिक्षेत्र मैनपाट के जलपरी जंगल में शनिवार को आज प्रातः अज्ञात ग्रामीण का क्षत विक्षत शव मिलने से सनसनी फ़ैल गई। शव बुरी तरह से कुचला होने के साथ कई टुकड़ों में बंटा हुआ है। जिससे हाथी द्वारा कुचले जाने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। जिस जगह पर शव मिला वह क्षेत्र ग्राम डांड केसरा और ललेया के बीच का है। सूचना पर पुलिस और वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच चुका है। वन कर्मचारियों द्वारा यह जानकारी दी गई कि जिस ग्रामीण का शव मिला, वह 2 अप्रैल को जलपरी जंगल में देखा गया था। उसके हाथ में त्रिशूल भी था। शव से दुर्दंध आ रही है जिससे दो,तीन दिन पहले मौत होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। वन कर्मचारियों के द्वारा इस जानकारी से लापरवाही भी उजागर हो रही है। जलपरि क्षेत्र में हाथी होने की या तो वन कर्मियों को जानकारी नहीं थी, या जंगल में ग्रामीण के होने पर सुरक्षा के लिए उसे हाथी विचरण क्षेत्र से हटाने के प्रति घ्यान नही दिया गया। 2 तारीख को वन कर्मियों द्वारा उक्त ग्रामीण की मोबाइल पर तस्वीर खींची गई थी, जिसमें वह बैठा नजर आ रहा है, उसके आसपास आग भी लगी हुई है।