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रायपुर@छत्तीसगढ़ में आबकारी नीति बदलते हीकारोबारियों में गलाकाट प्रतिस्पर्धा शुरू

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रायपुर,02 अप्रैल 2024(ए)।
छत्तीसगढ़ में आबकारी नीति बदलते ही शराब कारोबारियों में गलाकाट प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई है। सोम ग्रुप के सिरगिट्टी स्थित डिस्टलरी पर कार्रवाई जारी है। बताते हैं कि शराब कारोबारी एमपी का रहने वाला है और 20 हजार करोड़ रुपए का उनका कारोबार है। सिरगिट्टी इंडस्ट्रीयल एरिया में उनका मेसर्स लीजेंड के नाम से बॉटलिंग प्लांट है। भोपाल से सोम ग्रूप का संचालन किया जाता है। मैनेजिंग डायरेक्टर भोपाल के जगदीश अरोरा हैं।
रायपुर के गंज थाना मे एफ आईआर 27 मार्च को दर्ज की गई है लेकिन पुलिस की तरफ से मीडिया को कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। कंपनी के रायपुर और बिलासपुर ऑफिस के दो मैनेजरों पर भी स्टेट आबकारी और पुलिस कार्रवाई कर रही है। विभागीय सूत्रों की मानें तो मैनेजर शुक्ला की पिटाई भी की गई है जिससे वे चोटिल हैं। आबकारी विभाग कंपनी के खिलाफ बेहिसाब स्टॉक और पुलिस आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई कर रही है।
छत्तीसगढ़ में आबकारी अमले ने सोम डिसलरी के बिलासपुर और रायपुर स्थित ऑफिस, गोदाम और डिसलरी में छापेमारी की है। शराब की अफरा तफरी और अन्य गड़बçड़यों को लेकर मिली शिकायत के बाद आबकारी अमले और प्रशासन ने सोम डिसलरी में इस कार्यवाही को अंजाम दिया है।
इस बीच एक अन्य मामले में सोम डिसलरी के मालिक जगदीश अरोरा और उनके भाई समेत अन्य तीन लोगों के खिलाफ साइबर थाने में आईटी एक्ट की धारा 66(स्र) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। साइबर सेल द्वारा विवेचना के दौरान सोम डिसलरी के रायपुर और बिलासपुर के ब्रांच मैनेजर से पूछताछ के बाद जगदीश अरोरा समेत अन्य तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।


छत्तीसगढ़ में पूरवर्ती सरकार का शराब घोटाला काफी चर्चित है। बताते हैँ कि विष्णुदेव साय सरकार की पैनी नज़र शराब कारोबार पर है। खासकर उन कारोबारियों पर जो विवादित रहे हैं। बीजेपी सरकार नही चाहती कि कांग्रेस की तर्ज पर बदनामी झेलना पड़े। लिहाजा शराब कारोबार को नियंत्रित करने के साथ साथ उसे पारदर्शी बनाया जा रहा है। नई आबकारी नीति के तहत शराब की बिक्री और उत्पादन के तौर तरीकों को पारदर्शी बनाया गया है इससे अवैध शराब की बिक्री पर रोक लग सकेगी।


सोम ग्रूप के सिरगिट्टी स्थित डिस्टलरी पर कार्रवाई जारी है। बताया जा रहा है कि शराब कारोबारी एमपी का रहने वाला है और 20 हजार करोड़ रुपए का उनका कारोबार है। सिरगिट्टी इंडस्ट्रीयल एरिया में उनका मेसर्स लीजेंड के नाम से बॉटलिंग प्लांट है। भोपाल से सोम ग्रुप का संचालन किया जाता है। मैनेजिंग डायरेक्टर भोपाल के जगदीश अरोरा हैं। सूत्रों का दावा है कि मध्यप्रदेश के सोम ग्रूप का वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से भी खासी नज़दीकियां हैं।


छत्तीसगढ़ में पूरवर्ती शासनकाल में हुए शराब कारोबार के कई तरह के घोटालों को रोकने प्रदेश की साय सरकार ने नई आबकारी नीति बनाई है। इसके लागु होते ही बाहरी राज्यों के लिकर किंग नए सिरे से छत्तीसगढ़ में सक्रीय हो गए हैं। ऐसा नहीं है कि छत्तीसगढ़ के शराब कारोबारी खामोश बैठे हैं। सोम ग्रुप पर कार्रवाई व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा का नतीजा बताया जा रहा है। खैर इसमें कितनी सच्चाई है यह तो वक्त बताएगा पर आबकारी विभाग की गुपचुप सोम पर कार्रवाई और सायबर पुलिस का एक्शन भी पुरे मामले पर सवाल उठाने लगा है।


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