- बैकुंठपुर की पूर्व विधायक के नेतृत्व में एकजुट नहीं होना चाहते कांग्रेसी…
- उनका व्यक्तिगत विरोध पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी के लिए होगा घातक…
- नेता प्रतिपक्ष ने भले ही जिले के कांग्रेसियों को एकजुट करने का किया प्रयास,प्रयास पूर्व विधायक को आगे करते ही हुआ असफलःसूत्र
- भाजपा से लोकसभा प्रत्याशी ने भी ब्राह्मण समाज पर जताया अन्य समाज से ज्यादा भरोसा,होली मिलन समारोह में पार्टी प्रत्याशी के भाई की उपस्थिति बनी चर्चा की वजह
- क्या भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी को भी केवल ब्राह्मण समाज पर ही है भरोसा, अन्य समाज से उन्हे नहीं ज्यादा भरोसा?
- ब्रह्मण समाज के होली मिलन समारोह में पहुंचे लोकसभा प्रत्याशी के भाई,होली मिलन कार्यक्रम के आयोजक बने प्रत्याशी के भाई यह भी है चर्चा
–रवि सिंह –
कोरिया/कोरबा,02 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। कोरबा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार की कमान उनके पति नेता प्रतिपक्ष ने सम्हाल रखी है, वह कोरिया जिले में भी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में लगे हुए हैं होली मिलन कार्यक्रमों का आयोजन कर उन्होंने प्रचार कार्यक्रम का आगाज भी कर दिया है लेकिन उनके प्रयासों को कोरिया जिले में सफलता मिलेगी कांग्रेस प्रत्याशी के लिए कांग्रेसी एकजुट होकर काम करेंगे फिलहाल ऐसा लगता नहीं। कोरिया जिले में कम से कम कांग्रेस प्रत्याशी के लिए राह आसान नहीं नजर आ रही है क्योंकि जिले में पूर्व विधायक को नेतृत्व प्रदान करते ही अन्य नेताओं को प्रचार अभियान से हटना तय है यह सूत्रों का कहना है और खासकर पूर्व विधायक को यदि चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली पार्टी के लोग बड़े नेता छोटे कार्यकर्ता बगावत भी अंदरखाने कर सकते हैं इसकी संभावना बढ़ गई है। कुल मिलाकर पूर्व विधायक को दूर करके ही लोकसभा प्रत्याशी साथ ही उनके पति नेता प्रतिपक्ष इस चुनाव में कोरिया जिले से खुद को बढ़त दिला पाएंगे वरना जिले से कांग्रेस प्रत्याशी का पिछड़ना तय है इस बात की चर्चा कांग्रेस पार्टी को लेकर जारी है वहीं जिले में भाजपा प्रत्याशी ने भी सक्रियता अपनी बढ़ाई है और उनका प्रचार अभियान भी तेज हुआ है जिसकी कमान उनके भाई ने सम्हाल ली है जो देखने को मिल रहा है।
भाजपा कोरबा लोकसभा प्रत्याशी के भाई कोरिया जिले सक्रिय नजर आए और ब्राह्मण समाज पर सिर्फ भरोसा?
भाजपा से कोरबा लोकसभा प्रत्याशी के भाई कोरिया जिले में पिछले दिनों सक्रिय नजर आए उन्हे जिले के ब्राह्मण समाज के होली मिलन कार्यक्रम में सम्मिलित देखा गया और सूत्रों की माने तो यह भी खबर है की ब्राह्मण समाज का होली मिलन कार्यक्रम कहीं न कहीं भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी के भाई द्वारा ही प्रायोजित था जिसका मुख्य उद्देश्य भाजपा प्रत्याशी जो ब्राह्मण समाज से ही हैं के लिए ब्राह्मण समाज का समर्थन मिल सके इसलिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था और जिसमे विलंब से ही सही भाजपा की लोकसभा प्रत्याशी के भाई शामिल नजर आए जिनका इंतजार भी करते समाज के लोग नजर आए। ब्राह्मण समाज के होली मिलन कार्यक्रम में एक बात और ऐसी नजर आई जिसके बाद कार्यक्रम भाजपा प्रत्याशी के भाई द्वारा चुनावी रूप से प्रायोजित किया गया ऐसा माना जा रहा है वह यह की कार्यक्रम में ही उपस्थित लोगों की माने तो कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ साथ ही कांग्रेस पार्टी के भी वरिष्ठ नेता नजर नहीं आए और उन्होंने समाज के नाम पर होने वाले होली मिलन कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। सूत्रों का यह कहना है की भाजपा की कोरबा लोकसभा प्रत्याशी के भाई की उपस्थिति के बाद ही यह भी तय हो गया की भाजपा प्रत्याशी ब्राह्मण समाज को लेकर कितनी सजग हैं और किस तरह वह ब्राह्मण समाज को यह विश्वास जताना चाहती हैं की उनकी जीत समाज की जीत होगी और जिसका ही एक प्रयास था उनके भाई का ब्राह्मण समाज कोरिया के होली मिलन कार्यक्रम में पहुंचना। अपने समाज को एकजुट करना और उसे पूर्ण विश्वास में लेना इस बात का भी संकेत है की समाज भी समाज के प्रत्याशी को लेकर एकजुट हो और उसे जीत दिलाने वह पूरा प्रयास जल्द से जल्द जारी करे।
कांग्रेस सहित भाजपा का लोकसभा चुनाव के दौरान कोरिया जिले में प्रचार और अपनी अपनी जीत का प्रयास
कांग्रेस सहित भाजपा का लोकसभा चुनाव के दौरान कोरिया जिले में प्रचार और अपनी अपनी जीत का प्रयास जिस तरीके से जारी है उसमे एकतरफ कांग्रेस प्रत्याशी के लिए बैकुंठपुर विधानसभा की पूर्व विधायक रोड़ा बन रहीं हैं उनकी कांग्रेस नेताओं कार्यकर्ताओं से दूरी उनके प्रति व्यवहार के कारण उनके नेतृत्व में कांग्रेस नेता पार्टी प्रत्याशी के लिए एकजुट होंगे ऐसा बिलकुल नजर नहीं आ रहा है वहीं एक तरफ भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रत्याशी का समाज एकजुट नजर आ रहा है और उनके जीत के लिए अपनी एकजुटता साबित कर रहा है। वैसे भाजपा प्रत्याशी या उनके परिवार के किसी सदस्य के किसी कार्यक्रम में उपस्थिति को महत्वपूर्ण इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि ऐसा उनके द्वारा केवल ब्राह्मण समाज के ही कार्यक्रम में उपस्थिति प्रदान की गई या सूत्रों की माने तो आयोजन का जिम्मा भी उठाया गया अन्य समाज के मामले में कोई कार्यक्रम न उनके द्वारा जिले में आयोजित किया गया न ही उनकी उपस्थिति नजर आई। खैर इस बीच कांग्रेस नेताओं की अनुपस्थिति साथ ही कुछ भाजपा नेताओं की अनुपस्थिति ने इस बात पर मुहर लगाने का काम किया की कार्यक्रम कहीं न कहीं लोकसभा प्रत्याशी के जीत के लिए सामाजिक आयोजित किया गया और जिसे समाज का बेहतर समर्थन प्राप्त हुआ।
भाजपा प्रत्याशी के लिए उनके भाई कर रहे प्रयास,ब्राह्मण समाज को विश्वास में लेना उनकी पहली प्राथमिकता नजर आई
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कोरबा लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी के लिए कोरिया जिले में प्रत्याशी के भाई को सक्रिय देखा जा रहा है और उनके द्वारा प्राथमिकता के क्रम में ब्राह्मण समाज को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है जिससे उन्हे एकजुट कर समाज की प्रत्याशी के लिए जिले में बेहतर माहौल बनाया जा सके। भाजपा प्रत्याशी के लिए उनके भाई ने होली मिलन कार्यक्रम भी आयोजित कराया समाज के लोगों के बीच वह पहुंचे भी और समर्थन की मांग उनके द्वारा की गई यह देखने को मिला। ब्राह्मण समाज ने वैसे विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के लिए खुले दिल से समर्थन प्रदान किया और भाजपा प्रत्याशी की जीत भी बड़ी जीत के रूप के नजर आई लेकिन वैसी ही बढ़त केवल ब्राह्मण समाज को साधने एम मात्र से कोरिया जिले से मिल सकेगी यह अभी से कहना जल्दबाजी होगी।
अन्य समाज को भी भाजपा प्रत्याशी को उनके भाई को लेना होगा विश्वास में
भाजपा प्रत्याशी एवम उनके भाई को कोरिया जिले के अन्य समाज के लोगों को भी विश्वास में लेना होगा केवल ब्राह्मण समाज के भरोसे उन्हे जीत मिल सकेगी यह कहना जल्दबाजी होगी,कहीं न कहीं यह असत्य एक कथन भी होगा। जिले में कई समाज कई जातियों की संख्या अधिक है और वह निर्णायक हैं चुनाव परिणाम प्रभावित करने में वह सक्षम हैं। भाजपा प्रत्याशी और उनके भाई को ऐसे समाज के लोगों बीच भी जाना होगा और उन्हे भी अपने पक्ष में लेने का प्रयास करना पड़ेगा। जिले में अलग अलग समाज का अपना संगठन है और उसी के निर्देश पर समाज के लोग चुनाव में समर्थन प्रदान करते हैं ऐसे में सभी समाज के प्रमुख से मुलाकात और उनके बीच जाकर प्रचार करके ही सफलता की उम्मीद की जा सकती है। भाजपा की वैसे प्रदेश में सरकार है वहीं जिले में भी विधायक भाजपा के ही हैं इस हिसाब से भाजपा प्रत्याशी को विधायक की लोकप्रियता का फायदा ज़रूर मिलेगा लेकिन यदि उनके द्वारा एक समाज के लिए या उनके बीच उनका कोई प्रयास नजर आएगा लोगों के बीच अन्य समाज के बीच उसका गलत असर जाना तय है।
बाहरी भीतरी का मुद्दा इस बार नहीं होगा प्रभावी, दोनों प्रमुख दल के प्रत्याशी क्षेत्र से बाहर के
कोरबा लोकसभा सीट से इस बार प्रमुख राष्ट्रीय दलों भाजपा कांग्रेस के प्रत्याशी लोकसभा क्षेत्र से बाहर के हैं और इस बार इस लोकसभा क्षेत्र में बाहरी भीतरी का मुद्दा गायब रहेगा जो देखने को मिलेगा। कौन कितना समय क्षेत्र को देगा किसकी क्या प्राथमिकता होगी इस बार क्षेत्र के लोगों के लिए दोनों प्रत्याशियों से लोगों की यही अपेक्षा रहने वाली है। कोरबा लोकसभा क्षेत्र वहीं कोरिया जिले के लोगों के लिए वैसे भी आजतक के निर्वाचित सांसद कुछ खास उपलद्भि नहीं जुटा सकें हैं जो देखा गया है जिसको लेकर नाराजगी भी लोगों की समाने आती रही है वहीं सांसद चुने जाने के बाद उनकी क्षेत्र में उपस्थिति भी चर्चा का विषय रही है जो नहीं के बराबर रही है दिखी है।
कांग्रेस प्रत्याशी के लिए पूर्व विधायक का नेतृत्व होगा नुकसानदायक
कोरिया जिले में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के लिए कई उनकी जीत के लिए कई आयोजन कार्यकर्ताओं की एकजुटता के लिए नेता प्रतिपक्ष सहित प्रत्याशी के पति के द्वारा किए गए। होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन कई जगह हुआ जहां पार्टी प्रत्याशी साथ ही अपनी धर्मपत्नी के लिए नेता प्रतिपक्ष ने प्रचार किया। नेता प्रतिपक्ष के कार्यक्रमों में कांग्रेस नेताओं सहित कार्यकर्ताओं को काफी उत्साहित देखा गया साथ ही उन्हे पार्टी प्रत्याशी की जीत के लिए एकजुटता के साथ काम करने का संकल्प लेते भी देखा गया लेकिन सूत्रों की माने तो यदि पूर्व बैकुंठपुर विधायक को नेता प्रतिपक्ष ने आगे किया या उन्हे नेतृत्व कमान प्रचार का प्रदान किया तो फिर पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी हांथ खींच लेंगे और फिर वह भी जीत के लिए काम नहीं करेंगे यह उनके बीच जारी चर्चा है। वैसे पूर्व विधायक की बीते विधानसभा चुनाव में हार जो काफी बड़ी हार थी की वजह भी उनका व्यक्तिगत व्यवहार कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों के प्रति उनका तिरस्कार वाला व्यवहार कारण बना था जिसके बाद उन्हें बड़ी पराजय का सामना करना पड़ा था। अब ऐसे में उन्हे पुनः आगे करना उन्हे जिम्मेदारी देना मतलब अपनी हार खुद सुनिश्चित करना माना जायेगा ऐसा कांग्रेस प्रत्याशी के मामले में पार्टी में चर्चा है।