- एक प्रधान आरक्षक के संरक्षण में पोड़ीबचरा क्षेत्र में चल रहा था जुए का खेल,साइबर व सिटी कोतवाली के टीम ने की कार्यवाही…क्या कार्यवाही के बाद एक बार फिर प्रधान आरक्षक हुए एक्सपोज ?
- जुआ का मास्टरमाइंड साथ ही सहयोगी एस कुमार हुआ मौके से फरार:सूत्र
- कोई एस कुमार नाम का व्यक्ति प्रधान आरक्षक के साथ मिलकर चलाता था पोड़ी बचरा क्षेत्र में जुआ फड़:सूत्र
- कोरिया पुलिस की बड़ी कार्यवाही 14 जुआरियों से 1 लाख 42 हजार से ज्यादा की रकम जप्त
–रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर,02 अप्रैल 2024 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के पोड़ी बचरा पुलिस चौकी क्षेत्र में लंबे समय से एक प्रधान आरक्षक के वहां जाने के बाद से चल रहा था जुए का बड़ा खेल…लग रहे थे रोज लाखों के दांव…सिटी कोतवाली व साइबर की टीम ने पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कर दी छापेमारी और हुई बड़ी कार्यवाही और खुल गई उस प्रधान आरक्षक की पोल पर मौके से फरार हुआ इस फड़ का मास्टरमाइंड एस कुमार जो सूत्रों के अनुसार प्रधान आरक्षक के सह पर जुआ फड़ चलाता था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस चौकी पोड़ी बचरा के अंतर्गत जब से एक प्रधान आरक्षक की पदस्थापना हुई है वहां पर किसी एस कुमार नाम के व्यक्ति के द्वारा एक प्रधान आरक्षक के संरक्षण में जुआ खिलाया जा रहा था, जिसकी जानकारी मिलने पर पुलिस अधीक्षक ने साइबर व सिटी कोतवाली की एक टीम गठित कर कार्यवाही के लिए भेजी जिसमें पुलिस को सफलता भी मिली और प्रधान आरक्षक के संरक्षण की पोल भी खुल गई, पकड़ाए जुआडि़यों ने सूत्रों के अनुसार इसकी जानकारी पुलिस को भी दी और यह बात अधिकारियों तक भी पहुंच चुकी है पर अब क्या प्रधान आरक्षक पर कार्यवाही होगी? यह तो अंदर खाने की बात है। पर जुआ का पकड़ाना इस बात को सत्यापित करता है कि प्रधान आरक्षक के संरक्षण में जुआ फड़ बड़े स्तर पर संचालित हो रहा था।
पकड़े गए जुआरियों के नाम
पकड़े गए जुआरियों में पुष्पराज पिता बच्चा लाल निवासी सिरमिना विदयानगर थाना पसान जिला, कोरबा, मो0 असरफ पुरनी वस्ती कोरबा थाना कोरबा जिला कोरबा, अफजल अली पोडी बहार कोसाबाडी थाना रामपुर जिला कोरबा, जमरीददीन, बस स्टैण्ड थाना बैकुण्ठपुर जिला कोरिया, अरूण कुमार बंजारा उम्र 45 वर्ष ग्राम सरमा थाना पसान जिला कोरबा, भुवन दास पिता, जुनाडीह धुरैना थाना दीपिका जिला कोरबा, कालीचरण, आजाद चौक दीपिका थाना दीपिका जिला कोरबा, मो0 अनीश पुरानी बस्ती थाना कोतवाली जिला कोरबा, विनोद हंसराजानी मेन रोड कोरबा राम सागरपारा थाना कोतवाली जिला कोरबा, सहादत अली पुरानी बस्ती थाना कोतवाली जिला कोरबा, ऋषभ सोनी तिलकनगर कटघोरा जिला कोरबा, यशवंत यादव जांजगीर चौकी जिला जांजगीर, कुलदीप पुरासुर हल्दीबाडी चिरमिरी जिला एमसीबी, शिवानंद तिवारी हल्दीबाडी चिरमिरी जिला एमसीबी चिरमिरी।
सुपर कॉप प्रधान आरक्षक पर पहले भी जुआ खिलाने व ब्याज पर पैसे देने का लग चुका है आरोप
पोड़ी बचरा क्षेत्र में जुआ फड़ संचालन में एक प्रधान आरक्षक का संरक्षण संचालक को प्राप्त था ऐसा सूत्रों का कहना है। यह प्रधान आरक्षक जिले का ऐसा प्रधान आरक्षक है जो खुद को सुपर कॉप की संज्ञा खुद ही देते चले आए हैं। इस प्रधान आरक्षक पर पहले भी जुआ खिलाने और जुआ फड़ों में ब्याज पर पैसे चलाने का आरोप लग चुका है। यह प्रधान आरक्षक जुआडियों को जुआ फड़ में याज पर पैसे देने का काम करता आया है और ऐसे आरोप उस पर जब लगे तब वह बच भी निकला जबकि एक मामले में उसकी ऑडियो भी वायरल हुई थी । कुल मिलाकर कहा जाए तो यह सुपर कॉप प्रधान आरक्षक कानून व्यवस्था कायम करने के नाम पर अपनी व्यवस्था बनाने में ही लगा हुआ है। अवैध कारोबारियों से इसके संबध किस कदर मधुर हैं वहीं आम लोगों के लिए यह किस कदर अमानवीय है यह किसी से छिपा नहीं है। कई आरोप इस प्रधान आरक्षक पर लगे लेकिन हर बार यह इसलिए बच निकला क्योंकि इसके मामले में जांच भी पुलिस के पास ही रही,अन्य जांच एजेंसी यदि जांच करे यह आज भी दोषी साबित हो सकता है यह भी सूत्रों का दावा है वहीं यह कई मामलों के दोषी साबित होगा यह भी सूत्रों का कहना है।
अवैध कारोबारियों को संरक्षण देकर अर्जित कर चुका है कई महंगी संपत्ती,सुपर कॉप आय से अधिक के रखता है शौक
सुपर कॉप प्रधान आरक्षक का रहन सहन साथ ही उसके शौक बताते हैं की वह अवैध कारोबारियों से किस तरह जुड़ा हुआ है किस तरह वह उनसे संरक्षण के नाम पर उगाही कर रहा है। प्रधान आरक्षक के महंगे शौक और उसके द्वारा अर्जित संपत्ती जो उसकी आय से कहीं अधिक हैं चीख चीखकर कहती हैं की वह अवैध कारोबारियों से किस तरह किस हद तक जुड़ा हुआ है। कुल मिलाकर प्रधान आरक्षक आज जितनी संपत्ती अर्जित कर चुका है वह वेतन मात्र से अर्जित संपत्ती नहीं हो सकती वह अवैध साथ ही कानून व्यवस्था को संरक्षण बनाकर अवैध कारोबारियों के लिए कमाई गई हैं यह कहना गलत नहीं होगा।
कार्यवाही के बाद जारी तस्वीर में जुआडी नजर आए मास्क में,पहचान छिपाने जुआडि़यों को पहनाया गया मास्क?
जुआ फड़ में कार्यवाही के बाद पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की वहीं प्रेस विज्ञप्ति के दौरान जुआडियों की तस्वीर भी खींची गई। तस्वीर जो जारी हुई उसमे जुआडियों को मास्क में देखा गया, जिसने एक बारगी तो कोरोना काल की याद दिला दी, यह कोरोना में भी मास्क नहीं लगाए होंगे,पर पकड़े जाने के बाद मास्क लगा कर मुंह छुपाते दिखे, वहीं बाद में यह भी समझ में आया की कहीं न कहीं पहचान छिपाने जुआडि़यों की ऐसा किया गया उन्हे मास्क पहनाया गया। जुआडि़यो के मान सम्मान का पूरा ध्यान रखा गया? जुआडियों को पकड़ने के बाद प्रेस विज्ञप्ति जारी करने से पहले ही मास्क दिया गया जिससे वह तस्वीर खींचने से पहले ही चेहरा अपना ढंक लें, वैसे पहले ऐसा होते नहीं देखा गया पहले तस्वीर बिना मास्क के ही जारी हुआ करती थी।
जुआ फड़ संचालन मामले में एस कुमार है पुराना नाम,अलग अलग लोगों के लिए जुआ फड़ संचालन करना उसके आय का है जरिया
सूत्र यह भी बताते है की एस कुमार जो पोड़ी बचरा क्षेत्र में पकड़े गए जुआ फड़ का संचालनाकर्ता बताया जा रहा है जो फरार हो गया था जब पुलिस का छापा पड़ा के बारे में बताया जा रहा है की वह बैकुंठपुर क्षेत्र का निवासी है और अलग अलग लोगों के लिए जुआ फड़ का संचालन करना उसका मुख्य पेशा है ।सूत्रों का यह भी कहना है की एस कुमार पहले खुद जुआ खेलने का शौक रखता था और वह ऑनलाइन सहित जुआ फड़ में जाकर जुआ खेलने का आदि था। धीरे धीरे उसकी यह आदत उसकी लत बन गई और वह लालच में काफी पैसा हार गया और फिर वह जुआ फड़ के संचालकों के लिए काम करने लगा और वहीं से मिलने वाली राशि से वह जुआ भी खेलने लगा। पहले वह बैकुंठपुर क्षेत्र में ही जुआ फड़ का संचालन करता था और एक प्रधान आरक्षक से उसकी सांठगांठ भी इस दौरान बन गई और उसी का फायदा उसने इस बार उठाया और जब प्रधान आरक्षक को पोड़ी बचरा क्षेत्र मिला कार्य करने के लिए एस एम कुमार ने इस अवसर का लाभ उठाया और प्रधान आरक्षक के साथ मिलकर जुआ फड़ का संचालन शुरू किया। एस कुमार जुआ फड़ संचालन मामले में काफी पुराना और अनुभवी नाम है ऐसा सूत्रों का कहना है। वैसे प्रधान आरक्षक और उसकी नजदीकियां और उनका आपसी संबध कई बार सामने आया है कई बार ऐसे आरोप लगे हैं लेकिन मामले में कोई कार्यवाही प्रधान आरक्षक पर नहीं हुई जैसा देखा जाता रहा है। एस कुमार जुआ का शौक रखते हुए आदि बना और आदत ने उसे मजबूर किया जिसके बाद वह अब सांठगांठ कर जुआ फड़ का संचालन कर रहा है जगह बदल बदलकर।
प्रधान आरक्षक के संरक्षण में एस कुमार नाम का व्यक्ति करता था जुआ फड़ का संचालन
विशेष सूत्र म्े अनुसार जुआ फड़ जो पोड़ी बचरा क्षेत्र में संचालित था को एक प्रधान आरक्षक के संरक्षण में कोरिया जिले के बैकुंठपुर क्षेत्र का एस कुमार नामक व्यक्ति संचालन करता था, जुआ फड़ बड़े स्तर पर संचालित होता था और बैकुंठपुर का व्यक्ति पोड़ी बचरा क्षेत्र में जाकर इसे संचालित करता था। यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है की एक अन्य क्षेत्र का व्यक्ति अन्य क्षेत्र में बड़े स्तर पर जुआ फड़ का संचालन करता था और उसका वहां कोई विरोध नहीं था। सूत्रों के अनुसार एस कुमार नाम के व्यक्ति का इसलिए विरोध नहीं था क्योंकि वह एक प्रधान आरक्षक का मोहरा मात्र था शेष जुआ फड़ का संचालन प्रधान आरक्षक के ही संरक्षण में होता था । पूरे मामले में समझा जा सकता है की कैसे अवैध कारोबार रोकने का जिम्मा सम्हालने वाले ही उसे अपने संरक्षण में संचालित कर रहे हैं यदि सूत्रों की बात सही है। वैसे सूत्रों की पूरे मामले में यदि दी गई जानकारी सही है तो यह कानून व्यवस्था लिए गंभीर विषय है क्योंकि यदि रक्षक ही इस तरह के कार्य में संरक्षण प्रदान करेंगे का कानून व्यवस्था की क्या स्थिति होगी समझा जा सकता है।
क्या जहां जहां सुपर कॉप प्रधान आरक्षक रहेंगे पदस्थ वहां वहां मिलेगा अवैध कारोबारियों को संरक्षण?
पोड़ी बचरा पुलिस चौकी अंतर्गत पकड़े गए जुआ फड़ का संचालन जिस एस कुमार नामक व्यक्ति द्वारा किया जा रहा था जो मौके से फरार हो गया छापे के दौरान के मामले में बताया जाता है की उसका और एक प्रधान आरक्षक का जो सुपर कॉप नाम से अपनी पहचान बताते हैं और पोड़ी बचरा में ही फिलहाल पदस्थ हैं के बीच आपसी घनिष्ठ संबध हैं। सुपर कॉप प्रधान आरक्षक को लेकर यह भी बताया जाता है की वह जहां जहां जाते हैं पदस्थ होते हैं वहां वहां अवैध कारोबार भी बढ़ जाते हैं,अब पूरे मामले में सवाल यह उठता है की क्या जहां जहां सुपर कॉप प्रधान आरक्षक जायेंगे पदस्थ होंगे वहां वहां अवैध कारोबारियों को संरक्षण मिलता रहेगा। पोड़ी बचरा पुलिस चौकी क्षेत्र में जबसे सुपर कॉप प्रधान आरक्षक की पदस्थापना हुई थी तभी से वहां जुआ फड़ बड़े स्तर पर संचालित हो रहा था इसके पूर्व वहां जुआ फड़ संचालित नहीं होता था ऐसा बताया जा रहा है। कुल मिलाकर सूत्रों का साफ साफ कहना है की जुआ फड़ को एक प्रधान आरक्षक का ही संरक्षण प्राप्त था और एस कुमार नामक व्यक्ति का उक्त प्रधान आरक्षक से पुराना संबंध भी है जिसके बाद यह बात कही जा सकती है की जुआ फड़ को संरक्षण प्राप्त था और एस कुमार केवल मोहरा था मुख्य सरगना की और ही था।