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कोरिया@क्या तकालीन प्रभारी डीपीएम और सीएमएचओ की जोड़ी टूटने से सुधरेगी कोरिया जिले की स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था?

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खबर के बाद कोरिया के पूर्व डीपीएम सूरजपुर कार्यालय में उपस्थित होकर डाल रहे हैं सोशल मीडिया में फोटो…वही सीएमएचओ ने दी जिले के कर्मचारियों को अपनी सफाई
सीएमएचओ ने कर्मचारियों को कहा पुराना डीपीएम अब चला गया है,मिलकर काम करते हैं, पूर्व डीपीएम की पीठ पीछे सीएमएचओ ने जमकर की उनकी बुराई,कहा कलेक्टर उसी की सुनते हैं क्या करूं : सूत्र

-रवि सिंह-
कोरिया,21 मार्च 2024 (घटती-घटना)।
अधिकारी को यदि अपने पद की गरिमा का एहसास नही है तो वो पद के लायक नही है, ये लाइन कोरिया जिले के स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ आरएस सेंगर पर फीट बैठती है, अधिकारी होते हुए पूर्व डीपीएम के निर्देश का पालन करते रहे और अब भी वही कर रहे है। आगे आगे पूर्व डीपीएम पीछे पीछे सीएमएचओ ये बीते डेढ़ वर्षो से हर कोई देख रहा है। बुधवार को उन्होंने पूर्व प्रभारी डीपीएम के जाने के बाद अपने कर्मचारियों की बैठक लेकर खुद को सही बताने और विश्वास जीतने के लिए जमकर घडि़याली आंसू बहाए ऐसा कर्मचारी सूत्रों का कहना है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ रण सिंह सेंगर ने अपने विभाग के कर्मचारियों की बैठक बुलाई, अब तक वो अपने साथ अपने चेम्बर को अंदर से लॉक कर पूर्व डीपीएम के साथ गुप्त मंत्रणा किये करते थे, पर अब उन्हें कर्मचारियों की याद आई, बैठक में कर्मचारियों से घडि़याली आंसू बहाते हुए कहा कि यहां की बात बाहर अब नही जाए, यहां से चेक नंबर तक बाहर गया है, दरअसल, यह बात बाहर आई थी कि एक ही खरीदी में एक ही बिल का 54 लाख का भुगतान एक ही चेक से कर दिया गया बाद में एक बिल को फाड़ कर उसके 4 बिल बनवाये गए थे। इस बात का जमकर हल्ला हुआ था, उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि पूर्व डीपीएम चला गया है अब हम सब मिलकर काम करते है जो हुआ सो हुआ, कलेक्टर उसी की सुनते है मेरी मजबूरी थी, वो समस्या तो था पर अब चला गया है। अब उसके जाने के बाद अब आप लोग मेरे साथ काम करो। अब कोई बात बाहर मत बताओ।
कर्मचारियों का सीआर बिगाड़ा
सूत्र सीएमएचओ ऐसे पहले अधिकारी है जिन्होंने कई कर्मचारियों का सीआर बिगाड़ रखा है वैसे होता ये है अधिकारी अपने नीचे के कर्मचारियों को डांट देते है पर उनका सीआर नही बिगाड़ते, इन्होंने कर्मचारियों के खिलाफ रायपुर में पत्र लिखकर उनके खिलाफ टिप्पणी की है जिससे कर्मचारी बेहद नाराज है। वैसे ये भी सही है उनका सीआर कई वर्षों तक बिगड़ा रहा बाद में कोर्ट से जीत कर उसे दुरुस्त करवाया तो अब वो कर्मचारियों से उसका बदला ले रहे है।
सूरजपुर के प्रभारी डीपीएम ने कार्यालय पहुंचकर अपनी उपस्थिति का फोटो स्टेटस में लगाया
सूरजपुर के प्रभारी डीपीएम सूरजपुर के कार्यालयीन समय में अपने जांच को प्रभावित करने के लिए कोरिया जिले के चक्कर काट रहा है जिस खबर को बड़ी प्रमुखता के साथ घटती घटना ने प्रकाशित किया, जिसके बाद लोगों को प्रमाण देने के लिए पहली बार सूरजपुर जिले में अपने कार्यालय पहुंचे उन्होंने उपस्थिति का फोटो स्टेटस में लगाया, ऐसा लगा कि वह जाहिर करना चाह रहे हैं कि अब वह सूरजपुर में काम करते हैं कोरिया से उन्हे कोई मतलब नहीं है पर देखना यह है कि आखिर कितने दिन तक स्टेटस लगाकर बताएंगे कि वह ईमानदारी के साथ सूरजपुर में काम कर रहे हैं?
अब बदला लेना शुरू किया
तत्कालीन सीएस डॉ ए के करण के रिटायर होते ही अब चिकित्सको से बदला लेना शुरू कर दिया, डॉ करण के पुत्र को हटाने की तैयारी में नोटिस जारी कर दिया है, जबकि उनकी नियुक्ति स्वास्थ्य विभाग के संचालनालय से हुई है, अब वो बदला लेने में अपना पूरा जोर लगा रहे है, एक एक करके सभी को नोटिस जारी कर रहे है। जबकि मामले में बैकुण्ठपुर विधायक भइया लाल राजवाडे ने बेवजह के नोटिस पर उन्हें फटकार भी लगाई है।
अवकाश के दिन कोई बाहरी आएगा तो एफआईआर करवाऊंगा
सूत्रों का कहना है कि घटती घटना ने खबर में बताया था कि अवकाश के दिन पूर्व डीपीएम और सीएमएचओ अपने प्रभारी लेखापाल के साथ मिलकर तमाम भ्रष्टाचार की फाइलों में लीपापोती कर रहे है रात में भी पूर्व डीपीएम पहुंच रहा है और इसके लिए विभाग के अधिकारी की शह प्राप्त है जिसके बाद कर्मचारियों की बैठक में उनकी बोखलाहट सामने आई कहा कि अवकाश के दिन कोई बाहरी व्यक्ति आएगा तो उसके खिलाफ वो एफआईआर दर्ज कराएंगे, जिससे साफ है वो सरकारी दफ्तर को अपने पिता की जागीर और दफ्तर को खुद की निजी संपत्ती समझने लगे है। बैठक में उनकी इस बात पर कर्मचारी बाद में जमकर मजे ले रहे थे। पर वही सवाल यह भी है की छुट्टी के दिन कोई कर्मचारी या अधिकारी क्यों कार्यालय आएगा? क्या अवकाश के दिन आने वाले अधिकारी और कर्मचारी पर भी एफआईआर होगा?
जांच अधिकारी के पास बैठ प्रभावित कर रहे जांच
सीएमएचओ और पूर्व डीपीएम के खिलाफ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जांच होना है जिस पर किस तरह से जिला प्रशासन उन्हें बचाने में जुटा है जांच अधिकारी विनय कुमार कश्यप के पास मंगलवार को डीपीएम के 3 घंटे बैठे रहते सीएमएचओ डॉ सेंगर भी पहुंचे थे और काफी समय उनके चेम्बर में जांच को प्रभावित करने का काम किया, बुधवार को घटती घटना ने पूरे घटनाक्रम और जिला प्रशासन की नीयत का खुलासा किया था, जिसके बाद खबर से बौखलाए सीएमएचओ ने बुधवार को अपने कार्यालय के स्टाफ के साथ बैठक की, और उनके सामने घडि़याली आंसू बहाए।
बात बाहर नहीं जाए सिर्फ इसी पर है सीएमएचओ साहब का फोकस
जब से डॉ आरएस सेंगर सीएमएचओ बने है तब से उनका पूरा ध्यान उनकी क्रियाकलापों की बाते बाहर नही जाए उस पर ही रहा है, एक बार तो सबके हस्ताक्षर भी करवाये गए थे कि जो भी बाते बाहर लाएगा उसकी खिलाफ कानूनी कार्यवाही होगी, आप अंदाजा लगाइए सरकारी राशि जो जनता के लिए है उसमें पारदर्शिता लाना छोड़ सिर्फ लूटने और उसे छिपाने में लगे इस अधिकारी को जिला प्रशासन ने पूरा सहयोग देकर रखा है। अभी भी वो अपने कर्मचारियों को घडि़याली आंसू बहा कर मीठा बोल कर अपना विश्वास जमाने मे लगे है जिसे वो पहले से ही खो चुके है, ऐसे ही जिले भर के चिकित्सकों का विश्वास भी उन्होंने खोया है जिसके कारण विभाग की सभी केंद्रीय योजनाओं का बुरा हाल है कोई भी विभाग में मन से काम नही कर रहा है।


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