- आईजी ऑफिस सरगुजा के किसी सुभाष से अशफाक उल्लाह का क्या है संबंध…?
- अशफाक उल्लाह को समाचार पत्रों में छप रहे समाचारों से क्यों नहीं है कोई डर?
- अशफाक उल्लाह के व्यवसाय में मोबाईल दुकान संचालक व हार्डवेयर संचालक की कितनी है हिस्सेदारी?
- सामान्य परिवार का साधारण युवक अशफाक उल्लाह आखिर कुछ महीनों में कैसे बना करोड़पति?
- आखिर अशफाक उल्लाह के गिरेबान पर हाथ डालने से क्यों घबरा रहा है पुलिस अमला?
- अशफाक उल्लाह के गुर्गे मीडिया को
- सेट करने में ऊर्जा क्यों लगा रहे हैं?
- अशफाक उल्लाह पर किस राजनेता को चुनावी चंदा देने का लगा रहा है आरोप?
–भूपेन्द्र सिंह –
अंबिकापुर/सूरजपुर,19 मार्च 2024 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप के बाद प्रदेश में दो नाम काफी चर्चित हो चुके हैं एक सारंगढ़ का शिव साहू वहीं सरगुजा का अशफ़ाक उल्लाह इनके पास न जाने ऐसा कौन सा प्लान है जिसमें लोगों के पैसे काफी कम दिनों में डबल हो जाते हैं? या कहे तो इनके हाथ न जाने कौन सा अलादीन का चिराग लग गया है जिसने इन्हें 6 महीने में करोड़पति बना दिया है? और लगातार जिससे यह करोड़ों कमा भी रहे हैं और बांट भी रहे हैं जबकि यह एक सामान्य परिवार से आते थे अचानक कब इसकी संपçा बढ़ी और कब यह करोड़पति बना किसी रहस्य से कम नहीं है यह मामला, इस रहस्य का पता कोई भी जांच एजेंसी नहीं लगा पा रही है और साथ ही पुलिस तो शिकायत के इंतजार में बैठी है, यदि यह रहस्य पूरी तरीके से वैध है और असफाक उल्लाह का व्यवसाय पूरी तरह जायज है तब तो इन लोगों को इस रहस्य को सबको बताना चाहिए पर यदि यह रहस्य अवैध की इमारत पर टिका है तो फिर इस पर कार्यवाही भी होनी चाहिए, कुछ मुस्लिम कंट्री से भी इनके तार जुड़े हुए हैं ऐसा विशेष सूत्रों का मानना है, पर सबसे आश्चर्य की जो बात है कि हमारे प्रदेश में कई जांच एजेंसियां मौजूद है साथ ही स्थानीय पुलिस भी है पर इस रहस्य का कोई पता लगाने की गुस्ताखी क्यों नहीं कर रहा पुलिस सेट होती दिख रही है तो वहीं जांच एजेंसी का इसमें दखल ना देना कुछ अलग ही इशारे कर रहा है, ऐसा लग रहा है कि इसके पीछे कोई बहुत बड़ी ताकत काम कर रही है, कहीं वर्तमान सरकार के नेता भी तो इसमें अपने हाथ काले नहीं कर रहे हैं यह भी एक सवाल है। वैसे प्रदेश में महादेव सट्टा मामला फिर शिव साहू का मामला फिर असफाक उल्लाह का मामला ऐसा मामला फिर से देखने को मिल रहा है जिसके बाद यह लगने लगा है की प्रदेश में चिट फंड कंपनियों की फिर वापसी हो गई है और यह आगे और बड़े स्तर पर जारी होने वाला है क्योंकि जिम्मेदार विभाग मामले में मौन हैं और उनकी नींद तब टूटेगी जब प्रदेश के लोगों का बड़ा नुकसान हो चुका होगा।
कही बसदेई पुलिस का संरक्षण तो नहीं?
वैसे असफाक उल्लाह अपना व्यवसाय एक सिंडीकेट की तरह चला रहे हैं और उनके लिए पैसे की व्यवस्था लोगों को लालच देकर करने का काम उसके गुर्गे कर रहे हैं जो चंद पैसे के लाभ की चाहत में लोगों की गाढ़ी कमाई जीवन भर की कमाई को ऐसे जगह निवेश करने उन्हे प्रेरित कर रहे हैं जहां निश्चित हानि तय है। असफाक उल्लाह का कारोबार सूरजपुर जिले के बसदेई पुलिस चौकी अंतर्गत आने वाले एक ग्राम से संचालित है जहां हाल ही में जुएं फड़ पर छापा पड़ा था और वहां जुआडियो को पुलिस तब पकड़ने में सफल हो पाई थी जब बसदेई पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों को जुआ फड़ पर कार्यवाही की बात नहीं बताई गई थी और अन्य थाना क्षेत्र की पुलिस टीम से तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही करवाई थी तब जाकर जुआड़ी पकड़े गए थे और काफी मोटी रकम भी बरामद हुई थी। तब बड़े स्तर पर जुआ फड़ के संचालन को संरक्षण देने का बसदेई पुलिस चौकी के पुलिसकर्मियों पर आरोप भी लगा था और इसलिए उन्हे कार्यवाही से दूर रखा गया और तभी कार्यवाही सफल हुई थी,असफाक उल्लाह का व्यवसाय भी संरक्षण प्राप्त व्यवसाय हो सकता है यह भी संभावना बताई जा रही है।
पैसा कैसे दुगना कर रहे हैं कुछ ही दिन में असफाक उल्लाह क्या पुलिस लगा पाएगी पता?
असफाक उल्लाह लोगों का पैसा जो उनके पास निवेश कर रहे हैं जल्द ही दुगना करने का वादा कर रहे हैं। लोगों को वह उनके निवेश पर निश्चित साथ ही बड़ा मुनाफा और साथ ही महंगी कार भी उपहार में प्रदान कर रहे हैं। अब वह कौन सा ऐसा व्यवसाय कर रहे हैं,कौन सी फैक्ट्री का वह संचालन कर रहे हैं या कौन सी कंपनी के वह मालिक हैं जहां केवल मुनाफा हो रहा है वह भी इतना की वह लोगों को भी निवेश पर लखपति करोड़पति बना दे रहे हैं। वैसे अब देखना यह है की क्या जल्द ही पुलिस असफाक उल्लाह के पैसा दुगना करने की स्कीम का पता लगा पाती है या वह इस व्यवसाय की जांच का प्रयास ही नहीं करती है। वैसे यदि लोगों का पैसा डूबता है जो असफाक उल्लाह के पास लोगों ने लालच में आकर निवेश किया है तो जितनी गलती जितना दोष असफाक उल्लाह ,उसके लिए काम करने वाले प्रचारक उसके गुर्गे,सहित पैसा निवेश करने वालों का माना जायेगा…उतना ही पुलिस का भी माना जायेगा…जिसने असफाक उल्लाह के उस कारोबार की जांच ही नहीं करनी चाही जिसमे सीधे सीधे दोष समझ में आता था। वैसे खबरों के बाद भी पुलिस का मामले में मौन रहना यह बताता है की असफाक को संरक्षण मिला हुआ है वह किसने दिया है यह असफाक उल्लाह ही बता सकते हैं ,और असफाक उल्लाह बड़ा झोलझाल कर पहले की चिटफंड कंपनियों की तरह ही फरार भी होंगे जो लगभग तय है।
क्या पुलिस को असफाक उल्लाह ने ले रखा है अपने प्रभाव में,क्या वह कर रखें हैं सभी का हिस्सा तय?
असफाक उल्लाह कम समय में करोड़पति बनने वाले लोगों को पैसा दुगना करके देने वाले ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी सफलता को जैसे पंख लगे हों और वह आसमान की ऊंचाइयां ही छूती जा रही हैं और कहीं रोक टोक नहीं है न ही कोई पूछने जांचने वाला की इस तरह जल्द सफलता कैसे मिलती जा रही है। वैसे खबरों के प्रकाशन के बाद भी पुलिस का मामले में ध्यान न देना,असफाक उल्लाह के व्यवसाय की जांच न करना यह संदेह उत्पन्न करती है क्या कहीं मामला हिस्सा तय वाला तो नहीं क्या पुलिस असफाक उल्लाह के प्रभाव में तो नहीं। वैसे बसदेई पुलिस चौकी में पहले भी जुआ फड़ बड़े स्तर का पकड़ा गया था और तब भी स्थानीय पुलिस की संलिप्तता की बात सामने आई थी जो लगभग सच साबित हुई थी और जुआ फड़ कार्यवाही में जब स्थानीय पुलिस को दूर रखा गया था वह भी इस बात का सबूत था की स्थानीय पुलिस को जुआ फड़ पर कार्यवाही की यदि खबर भी लगी होती जुआ फड़ पर कार्यवाही असफल साबित होती। वैसे बसेदेई पुलिस चौकी प्रदेश का हाई प्रोफाइल पुलिस चौकी तबसे हो चुका है जबसे वर्तमान चौकी प्रभारी प्रभार में पहुंचे हैं।
अशफ़ाक पहले था लोफर और अचानक बन गया करोड़पति
अशफ़ाक उल्लाह के गांव के लोग ही जानकारी दिए कि असफाक उल्लाह सात आठ महीना पहले गांव में बाइक से लोफर की तरह घूमता था अचानक ही इसकी संपçा बढ़ गई और रहन-सहन बदल गया,मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले असफाक उल्लाह की पुश्तैनी जमीन तकरीबन 9 से 10 एकड़ थी पर अभी जमीन की भी खरीदी खूब हुई है साथ ही करोड़ों का ऑफिस दुकान भी तैयार कर लिया गया है वहीं साथ ही महंगी महंगी गाडि़यां भी अचानक उसके घर की शोभा बढ़ाने लगी हैं यही से अशफ़ाक उल्लाह नाम के व्यक्ति की कहानी शुरू हुई, अशफ़ाक उल्लाह पूरी तरीके से आशा है कि उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होगी क्योंकि उसके खिलाफ कोई शिकायतकर्ता नहीं मिलेगा पर वहीं कई गरीबों का पैसा भी उसके पास लगा हुआ है जो लौटा नहीं पा रहे हैं वहीं कुछ लोग इस उम्मीद में बैठे हैं कि शिकायत कर देंगे तो पैसा डूब जाएगा इसीलिए वह पैसा निकालना व निकालने का इंतजार कर रहे हैं।
क्या क्षेत्रीय विधायक साथ ही कैबिनेट मंत्री के खास हैं असफाक उल्लाह इसलिए वह बच पा रहे हैं चिटफंड मामले से?
जानकारों की मानें तो असफाक उल्लाह क्या क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री के खास हैं इसलिए उनके ऊपर कार्यवाही नहीं हो रही है चिटफंड जैसे व्यवसाय संचालन मामले में। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि आदर्श आचार संहिता के दौरान जब राजनीतिक बैनर पोस्टर जिला प्रशासन द्वारा हटाए जा रहे थे तब असफाक उल्लाह के भी पोस्टर बैनर हटाए गए जिसमे स्थानीय विधायक और कैबिनेट मंत्री की तस्वीर लगी हुई थी उन्हे बधाई देते पोस्टर बैनर थे वह जो असफाक उल्लाह ने लगवाए थे। वैसे मंत्री सहित स्थानीय विधायक का उनके ऊपर आशीर्वाद है यह साबित करने के लिए बैनर पोस्टर लगवाए गए थे और जिन्हे आचार संहिता के दौरान हटाया गया।
खबरों से असफाक उल्लाह के पास पैसे लगाने वाले हुए सजग सचेत,पैसा वापस मांगने लोग पहुंचने लगे असफाक उल्लाह के पास
असफाक उल्लाह जिस हिसाब से लोगों के निवेश पर उन्हे फायदा दे रहे हैं उसे देखते हुए कहा जा सकता है की उनका व्यवसाय चिटफंड जैसा ही व्यवसाय है और तभी वह लोगों को निवेश पर काफी मोटा फायदा पहुंचा रहे हैं और आगे चलकर चिटफंड कंपनियां लोगों का पैसा लेकर भागती ही हैं जो देखा जाता रहा है। असफाक उल्लाह के व्यवसाय को लेकर घटती घटना की खबरों के बाद अब लोग सजग सचेत होने लगे हैं और अपना पैसा वह वापस मांग रहे हैं जो उन्होंने बड़े लाभ के लालच में असफाक उल्लाह के पास निवेश कर रखा है। बताया जा रहा है की खबरों के बाद असफाक उल्लाह के व्यवसाय की सच्चाई लोग समझने लगे हैं और उन्हे कोरिया में हुए इसी तरह के एक गड़बड़ झाले का भी ज्ञान हुआ और तभी से लोग अपना पैसा वापस मांगने पहुंच रहे हैं। असफाक उल्लाह के व्यवसाय का सच जैसे जैसे लोगों के समाने आएगा और जैसे ही लोग यह समझ जायेंगे की किसी व्यवसाय में इतना मुनाफा इतनी जल्द नही मिलता केवल चिटफंड के अलावा जो बाद में भाग ही जाती हैं तब और भी ऐसे लोग उसके पास पहुचेंगे और अपना पैसा वापस मांगेंगे। असफाक उल्लाह का सच वैसे लोग खबरों के बाद समझने लगे हैं और वह अब सचेत भी होने लगे हैं।
असफाक उल्लाह कैसे बने कम समय में करोड़पति,क्या इस राज से उठ सकेगा पर्दा?
असफाक उल्लाह ग्रामीण क्षेत्र के एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार के सदस्य के रूप में कुछ समय पूर्व तक रहते चले आ रहे थे। कुछ ही समय में वह करोड़पति हो गए विदेशी गाडि़यों की उनके यहां लाइन लगने लगी और वह लोगों को महंगी गाडियां और लोगों को उनके निवेश पर पैसा दुगना कर देने लगे। यह सब कुछ कम समय में ही कैसे संभव जो सका क्या इसकी जांच इसका रहस्य उजागर होगा यह बड़ा सवाल है। वैसे असफाक उल्लाह जिस तेजी से करोड़पति बने लोगों को वह करोड़पति बना रहे हैं उसको देखकर कहा जा सकता है की ऐसा केवल अलादीन के चिराग वाले जिन्न के भरोसे ही संभव हो सकता है सही रास्ते से वरना रास्ता गलत होने पर ही इस तरह जल्दबाजी में करोड़पति बना जा सकता है।
अशफाक उल्लाह नहीं लौटा पा रहा लोगों का पैसा, बहुत जल्द हो सकती है इसकी शिकायत : सूत्र
सूत्रों की माने तो असफाक उल्लाह के द्वारा अब लोगों का पैसा नहीं लौटाया जा रहा है,वह पैसा लौटा पाने में असफल साबित हो रहा है क्योंकि लोग एकाएक उससे पैसे की मांग करने पहुंच रहे हैं जबसे लोगों को ठगे जाने का एहसास हुआ है। जो लोग पैसे मांगने पहुंच रहे हैं उन्हे असफाक उल्लाह टालता हुआ देखा जा रहा है उन्हे समय दे रहा है।
अब उसकी शिकायत होने वाली है पैसे वापसी नहीं करने के मामले में।
अशफ़ाक उल्लाह के गुर्गे बोलते फिर रहे हैं की जिला प्रशासन को व आयकर विभाग को सेट कर लिए हैं…
असफाक उल्लाह के लिए काम करने वाले उसके गुर्गे अब बोलते फिर रहे हैं की असफाक उल्लाह ने आयकर विभाग और जिला प्रशासन को सेट कर लिया है और सभी को उनका हिस्सा भेजा जा रहा है जिससे असफाक की जांच मुश्किल है वहीं वह चिटफंड मामले में कभी नहीं फंसेगा भले लोगों का पैसा डूब जाए। वैसे उसके गुर्गे केवल ऐसा बोलकर एक माहौल बना रहे हैं…जिससे की लोग जो निवेश कर रहे हैं वह निवेश बंद न करें वरना असफाक दिवालिया हो जायेगा और जल्द उसका भांडा फूट जायेगा। अब देखना है की ऐसा बोलने के बाद क्या प्रशासन और आयकर विभाग एक्सन लेता है।