बैकुण्ठपुर@क्या भाजपा की सरकार आते ही बिल्डर संजय अग्रवाल के दिन फिरने लगे…जिला बदर की कार्यवाही हुई निरस्त?

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-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,10 मार्च 2024 (घटती-घटना)। भाजपा की प्रदेश की सत्ता में वापसी के बाद किसी के दिन फिरने लगे हों या न फिरने लगे हों एक व्यक्ति को फायदा होता जरूर नजर आ रहा है और वह व्यक्ति कोई और नहीं बैकुंठपुर शहर के वही बिल्डर संजय अग्रवाल हैं जिनका पिछला पांच साल काफी कठिनाइयों वाला बीता और उस दौरान जहां उनके ऊपर कई मामले कानूनी पंजीबद्ध किए गए वहीं उन्हे जेल भी जाना पड़ा साथ ही साथ उनके विरुद्ध जिला बदर की भी कार्यवाही हुई जो पिछले कांग्रेस शासनकाल में हुई कार्यवाहियां थीं। बिल्डर के ऊपर कई ऐसे मामले में भी पंजीबद्ध हुए और उनके कई ऐसे निर्माण और उनके भूमि संबंधी कब्जे भी या तो ढहाए गए या उनके कब्जे से मुक्त कराए गए। कुल मिलाकर कांग्रेस शासनकाल में बिल्डर संजय अग्रवाल कानूनी ही दांव पेंच में उलझे रहे अब जब सत्ता परिवर्तन हुआ है और भाजपा की पुनः सत्ता में वापसी हुई है एकबार फिर बिल्डर संजय अग्रवाल को सक्रिय देखा जा रहा है और उन्हे अब भाजपा के पार्टी कार्यक्रमों में शामिल होते देखा जा रहा है।
बिल्डर संजय अग्रवाल जिला बदर की कार्यवाही से जैसे ही बरी हुए वह सक्रिय नजर आने लगे
बिल्डर संजय अग्रवाल जिला बदर की कार्यवाही से जैसे ही बरी हुए वह सक्रिय नजर आने लगे और खासकर वह भाजपा के कार्यक्रमों में सक्रिय नजर आने लगे और उन्हे सबसे पहले भाजपा के उस कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से विधायक सहित भाजपा नेताओं के साथ देखा गया जब अयोध्या तीर्थ के लिए जिले से तीर्थयात्रियों का जत्था बैकुंठपुर रेलवे स्टेशन से रवाना किया जा रहा था जो छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से रवाना किया जा रहा था और तीर्थयात्रियों को जब शुभकामनाएं प्रदान की जा रही थीं। बिल्डर विधायक सहित भाजपा नेताओं के साथ बैकुंठपुर रोड रेल्वे स्टेशन पहुंचे थे और वह भी तीर्थ यात्रियों को शुभकामनाएं देते नज़र आ रहे थे जहां केवल भाजपा नेताओं की ही मौजूदगी थी। संजय अग्रवाल को भाजपा के कार्यक्रम में शामिल देखकर अब समझा जा सकता है की वह अब पूरे पांच साल सक्रिय रहने वाले हैं राजनीति में और उनका वही रूप स्वरूप फिर से नजर आने वाला है जो पांच साल पहले भाजपा शासन काल में नजर आता था। संजय अग्रवाल अब खुलकर फिर से खुली हवा में अपना कारोबार स्थापित करेंगे यह भी लोग अंदाजा लगा रहे हैं। उनकी जो संपत्तीयां पूर्ववर्ती शासनकाल में अवैध या अतिक्रमण सहित कब्जा बताकर उनसे वापस ली गईं थीं या उनके जो निर्माण धराशाई किए गए थे वह पुनः उसे पा सकेंगे यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है। वैसे बैकुंठपुर के वर्तमान विधायक से उनका गहरा संबंध पुराना रहा है और उनके मंत्री रहते भी बिल्डर उनके काफी करीबी थे फिर वैसा ही देखने को मिलने वाला है यह भी लोगों के बीच अब चर्चा है।
भाजपा की सरकार आते ही बिल्डर संजय अग्रवाल को राहत मिलने का सिलसिला शुरू?
बिल्डर संजय अग्रवाल को विधानसभा निर्वाचन 2023 के पहले जिला बदर किया गया था तब सरकार कांग्रेस की थी और माना जा रहा था की तब स्थानीय विधायक भी बिल्डर के विरुद्ध ही थीं वहीं जैसे ही सत्ता परिवर्तन हुआ और प्रदेश में भाजपा की सरकार आई बिल्डर संजय अग्रवाल को राहत मिलने का सिलसिला शुरू हुआ और उन्हे सबसे बड़ी राहत तब मिली जब गृह विभाग ने उन्हे जिला बदर की कार्यवाही से राहत प्रदान करते हुए जिला बदर की कार्यवाही को स्थगित कर दिया और वह भी उनकी अपील को स्वीकार करते हुए।
भाजपा की सत्ता में वापसी ही क्या बिल्डर के लिए बनी जिला बदर की कार्यवाही से बरी होने की वजह
कांग्रेस शासनकाल में बिल्डर संजय अग्रवाल के पीछे पूरा जिला प्रशासन ऐसा पीछे पड़ा था की संजय अग्रवाल पूरे पांच साल परेशान ही नजर आए। उनके कई निर्माण ढहाये गए,कई जमीन उनके कब्जे से मुक्त कराए गए कई मामलों में वह आरोपी बनाए गए और अंत में उनके विरुद्ध जिला बदर की भी कार्यवाही की गई जो तब जाकर समाप्त हुई उन्हे उसमे राहत मिली जब प्रदेश में भाजपा की सत्ता में वापसी हुई। भाजपा की सत्ता में वापसी क्या बिल्डर के लिए सुखद समाचारों और अनुभवों वाला विषय साबित होने जा रहा है सवाल यह भी है क्योंकि अभी तो उन्हे जिला बदर की कार्यवाही से राहत मिली है अब उन्हे क्या अन्य मामलों में भी राहत मिलेगी यह देखने वाली बात होगी।
क्या ढहाए गए निर्माण सहित कब्जा मुक्त कराई गई जमीनों पर फिर कब्जा दर्ज कर पाएंगे संजय अग्रवाल?
बिल्डर संजय अग्रवाल के लिए भाजपा की सत्ता में वापसी सुखद संदेशों सहित सुखद अनुभवों वाला मामला साबित होता नज़र आ रहा है। बिल्डर का कांग्रेस शासनकाल में काफी नुकसान हुआ था कई उनके निर्माण ढहाए गए थे कई उनके कब्जे जमीनों के कब्जा मुक्त कराए गए थे और उन्हे अन्य के कब्जे में वापस कराया गया था अब भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद क्या उनके ढहाए गए निर्माण फिर से आरंभ होंगे क्या उनके उन जमीनों के कब्जे उन्हे फिर से मिलेंगे जो उनके कब्जे से हटाए गए थे। वैसे इन सब की संभावना बढ़ गई है क्योंकि संजय अग्रवाल इन मामलों में भाजपा शासनकाल में कोई अवसर जाया नहीं जाने देंगे उनका भाजपा में ऊपर तक जुगाड है और सभी जगह उन्हे उनके अनुसार राहत मिलेगी ऐसा माना जा रहा है। अब देखना है कब तक और कितनी जल्दी वह पुनः अपना साम्राज्य स्थापित कर पाते हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के मंचों पर नजर आ सकते हैं बिल्डर संजय अग्रवाल
लोकसभा चुनाव में अब चुनाव प्रचार का समय बिलकुल नजदीक आ चुका है। संजय अग्रवाल अब भाजपा के चुनावी सभाओं में और भाजपा के मंचो पर नजर आयेंगे ऐसा माना जा रहा है। बिल्डर भाजपा के चुनावी मंचो से भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील करते नजर आएंगे ऐसा माना जा रहा है जिसके लिए उनकी सक्रियता अभी से नजर आ रही है और उन्होंने अभी से ही भाजपा के कार्यक्रमों में आना जाना आरंभ कर दिया है। बैकुंठपुर रेलवे स्टेशन में तीर्थयात्रियों को विदा करने भी वह भाजपा नेताओं के साथ पहुंचे जो यह साबित करने के लिए काफी है की वह अब खुलकर भाजपा में बैटिंग करने वाले हैं।
कुछ भाजपा नेता लोकसभा चुनाव के दौरान होंगे भाजपा के मंचो से दूर,संजय अग्रवाल मंचो के आएंगे नजर करीब
भाजपा में कुछ नेता अब लोकसभा चुनाव के दौरान मंचों से दूर नजर आएंगे वहीं संजय अग्रवाल अब मंचो पर नजर आएंगे। भाजपा के चुनावी मंचो से दूरी बनाने वालों में वह लोग शामिल होंगे जो लोकसभा चुनाव में कोरबा लोकसभा सीट से खुद को भाजपा प्रत्याशी मान चुके थे वहीं उन्हे पार्टी ने उस योग्य नहीं माना और उन्हे टिकट नहीं दिया और जिसकी वजह से अब वह प्रचार अभियान से दूरी बना लेंगे वहीं संजय अग्रवाल अब प्रचार अभियान से जुड़कर भाजपा प्रत्यासी के लिए जीत का प्रयास करते नजर आएंगे।


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