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अंबिकापुर/सूरजपुर@क्या असफाक उल्लाह के कारोबार का पता लग पाएगी स्वतंत्र जांच एजेंसियां?

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-विशेष संवाददाता-
अंबिकापुर/सूरजपुर,06 मार्च 2024 (घटती-घटना)। क्षेत्र में बहुत तेजी से फ्रॉड कई कई तरह से देखने को या सुनने को मिल रहा है कई लोग फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं चाहे वह ऑनलाइन ठगी से हो या फिर अन्य माध्यम से पर इस समय यह चीज आम हो चली है यहां तक की शॉर्टकट से पैसे कमाने के चक्कर में कई ऑनलाइन ऐप का भी इस्तेमाल हो रहा है,पिछली सरकार में महादेव सट्टा ऐप को लेकर बहुत बड़ा स्कैम सामने आया था जिसमें सरकार की छवि भी खराब हुई थी,अब एक बार और बीजेपी सरकार में सरगुजा संभाग के एक व्यापारी का नाम सामने आ रहा है जिसके पास लोग दूर-दूर से आकर पैसे दुगना करने की लालच में पैसा लगा रहे हैं पर यह पैसा अगला कहां लगा रहा है? इसकी जानकारी जांच का विषय है पर यह भी मामला किसी बहुत बड़े स्कैम से जुड़ा हुआ है यदि इस मामले में जांच की जाए तो सारे राज खुल जाएंगे,इस मामले में जांच एजेंसियों को संज्ञान लेकर बहुत बारीकी से जांच करनी चाहिए क्योंकि यह पैसे का लेनदेन से जुड़ा मामला है, यहां पर इस व्यापारी के ट्रांजैक्शन से लेकर उनके फोन डिटेल व व्हाट्सएप की भी जांच होनी चाहिए,ताकि इस बहुत बड़े स्कैम से पर्दा उठ सके, इसको स्कैम इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि बिना किसी दस्तावेज़ के पैसे के लेनदेन वह भी बिना किसी सिक्योरिटी के हो रहा है। इस स्कैम में सबसे ज्यादा यदि किसी का पैसा लग रहा है तो वह अवैध कमाई करने वाले बड़े-बड़े व्यापारियों अधिकारियों, नेताओ व पुलिसकर्मियों का ऐसा सूत्रों का कहना है। वैसे अब लोग अपनी सेवानिवृçा सहित ऋ ण लेकर भी पैसे लगा रहे हैं जैसा सुनने में आ रहा है। सूत्रों का कहना है की लोग पैसे के एवज में अच्छा याज पाने की लालच में अपने जीवन भर की जमा पूंजी दांव पर लगा रहे हैं वहीं वह ऋ ण लेने से भी परहेज नहीं कर रहे हैं। कारोबारी इस बात को लेकर संतुष्ट है कि मैं तो सभी को पैसा दे रहा हूं तो मेरी शिकायत करेगा कौन और बिना शिकायत के कोई कार्यवाही नहीं होती पर ऐसा सिर्फ पुलिस के मामले में होता है पर यदि स्वतंत्र जांच एजेंसी चाहे तो इस पर जांच व कर्यवाही भी कर सकते हैं क्योंकि यह कारोबार भले ही देखने में उसे व्यापारी को सही लग रहा है पर वहीं सूत्रों का मानना है कि यह पूरा कारोबार ही अवैध की नीव पर टिका है जिसकी जांच सिर्फ स्वतंत्र जांच एजेंसियां ही कर सकते हैं।
महादेव सट्टा ऐप से तो नहीं जुड़ा हुआ है असफाक उल्लाह का यह कारोबार
सूत्रों की माने तो वैसे जिस तरह और जिस तत्परता से असफाक उल्लाह फिलहाल लोगों को उनके जमा रकम पर हर माह एक बड़ा और निश्चित आर्थिक लाभ दे रहे हैं उससे यह प्रतीत होता है की उनका कारोबार कहीं महादेव सट्टा ऐप से न जुड़ा हुआ हो। यदि ऐसा हुआ तो निश्चित रूप से यह सुरजपुर जिले सहित सरगुजा संभाग के सतर्कता विभाग सहित पुलिस विभाग के लिए बड़ी असफलता होगी क्योंकि यदि इस कारोबार की कडि़यां यदि महादेव सट्टा ऐप से जुड़ा तो यह निश्चित हो जायेगा की यह मामला छिपाया गया और इसमें सभी की मिलीभगत भी समझ में आयेगी।
असफाक उल्लाह की दहशत भी है बहुत…जब कमाई लोगों की नहीं लौटाएंगे तब कैसे लोग वापस मांगेंगे यह भी है सवाल?
असफाक उल्लाह की क्षेत्र सहित जिले में काफी दहशत भी है। उनसे लोग भयभीत रहते हैं यह बताया जाता है। अब सवाल यह भी है की जब वह लोगों का पैसा किसी दिन नुकसान होने की वजह से नहीं लौटाएंगे तब लोग उनसे कैसे वापस लेंगे पैसा क्योंकि उसने डरकर लोग उनसे पैसा मांगने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाएंगे। कुल मिलाकर असफाक उल्लाह लोगों के गाढ़ी कमाई के लिए एक तरह से खतरा बन जा रहे हैं और लोग भी क्षणिक लालच में आकर पैसा लगा तो रहे हैं लेकिन उन्हे उनका पूरा पैसा वापस मिलेगा की नही यह तय बिल्कुल नही है।
भाजपा का झंडा लगाकर चलते हैं कारोबारी असफाक अपनी गाड़ी में, सत्ता का खुद से जुड़ाव दिखाने वह कोई अवसर जाया नही जाने देते
असफाक उल्लाह अपनी महंगी गाड़ी में भाजपा का झंडा लगाकर चलते हैं। क्या वह वाहन में झंडा इसलिए लगाते हैं जिससे उनके साा से करीबी और सााधारी दल में उनकी धमक से लोग अवगत हो सकें खासकर वह लोग जो अवैध किसी कार्य पर निगरानी के लिए नियुक्त हैं? महंगी गाड़ी में भाजपा का झंडा बताता है की उन्हे निश्चित रूप से साा का संरक्षण प्राप्त है और वह सााधारी दल से जुड़े हुए हैं और यदि ऐसा है तो फिर यह माना जायेगा की यदि लोगों का भविष्य में नुकसान होगा तो वर्तमान सरकार खासकर स्थानीय नेताओं सहित जनप्रतिनिधियों का भी दोष माना जायेगा जिन्होंने समय रहते ध्यान नहीं दिया और लोगों का पैसा ऐसी जगह लगने दिया जहां केवल नुकसान के ही आसार हैं आरंभ में चिटफंड की तरह केवल लालच है। वैसे भाजपा का झंडा उनकी गाड़ी में सरकार बदलते ही लगा है यह भी सूत्रों का कहना है। वह जिस जिले के निवासी हैं वहां से 3 विधायक भी आते है कही उनका भी तो संरक्षण असफाक उल्लाह को प्राप्त तो नही है यह भी बड़ा सवाल है क्योंकि पूरा यह कारोबार उन्ही के गृह निवास स्थल के आसपास से ही संचालित है।
क्या भाजपा नेताओं की भी तो नहीं है पूरे कारोबार में हिस्सेदारी,इसलिए जांच नहीं हो पा रही मामले की ?
असफाक उल्लाह जिस तरह खुलेआम लोगों का पैसा लंबी याज दर पर उठा रहे हैं और लगातार लोग उनके पास लालच में पैसा लगा रहे हैं इसको लेकर चुकीं सतर्कता विभाग साथ ही पुलिस विभाग जिले का मौन है जिसके बाद यह भी सवाल उठने लगा है की चिटफंड की ही तरह संचालित व्यवसाय को क्यों कोई रोकने आगे नहीं आ रहा है। क्या इस व्यवसाय में भाजपा नेताओं का भी हिस्सा है यह भी एक बड़ा सवाल है जिससे ही मामले में कोई जांच नहीं हो पा रही है। वैसे यदि ऐसा है तो फिर कहा जा सकता है की चिटफंड में जिस तरह पुरवर्ती कांग्रेस सरकार ने डूबा हुआ पैसा लोगों का लौटाया था उसी तरह अब फिर लोगों का पैसा डूबने ही वाला है और जिसे कौन वापस कराएगा यह बड़ा सवाल खड़ा हो जायेगा।
जमा पैसे में मासिक 10 से 15 प्रतिशत का ब्याज,किस कंपनी में निवेश से मिलता है इतना रिटर्न यह भी किसी को ज्ञात नहीं…
लोगों के जमा पैसे में 10 से 15 प्रतिशत का याज असफाक उल्लाह प्रतिमाह प्रदान करते हैं। लोग लालच में पैसा लगाते जा रहे हैं वहीं किस कंपनी में निवेश से इस तरह का लाभ असफाक उल्लाह को हो रहा है जिससे वह इतनी बड़ी याज की राशि चुका रहे हैं यह लोगों को भी ज्ञात नहीं न ही उन्हे वह बता ही रहे हैं कुल मिलाकर लोग लालच में पैसा लगाए जा रहे हैं और उनका पैसा कहां लग रहा है कहां से इतना याज आ रहा है यह भी लोग न ही जानते हैं न ही जानना चाहते हैं।
विदेशी कोई षडयंत्र भी हो सकती है इस तरह के लाभ की वजह
सूत्रों का कहना है की विदेशी किसी षड्यंत्र की भी आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। जिस हिसाब से लोगों को जमा रकम पर याज दिया जा रहा है प्रलोभन दिया जा रहा है यह भी आशंका लोगों की है की यह विदेशी किसी फंडिग से जुड़ा मामला भी हो सकता है जिसकी जांच जरूरी है क्योंकि देश हित भी इससे प्रभावित न हो यह ध्यान देने वाला मामला हो सकता है।


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