बैकुण्ठपुर@क्या थाने से हटाए जाएंगे,निकम्मे,नशेड़ी व वसूलीबाज पुलिसकर्मी…लाइन में बैठे बेहतर पुलिसकर्मियों को क्या मिलेगा मौका?

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-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,04 मार्च 2024 (घटती-घटना)
। चार थानों वाले जिला कोरिया के नव पदस्थ युवा पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के लिए उनके पदस्थापना का पहला दिन ही खराब माना जा सकता है पर इसके पीछे की वजह कोरिया की पुरानी खराब पुलिसिंग है इस बात का अंदाजा नवीन पुलिस अधीक्षक को भी लग गया होगा कि यहां की पुलिसिंग कितनी खराब है और जिस वजह से चोरी की घटना बंद नहीं हो रही है, जहां कोरिया जिले के पुलिसकर्मियों को अपने नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक का स्वागत अपनी बेहतर पुलिसिंग से करनी थी वहीं उन्होंने अपनी खराब पुलिसिंग की पहचान पहले दिन ही बता दी, अब पुलिस अधीक्षक भी समझ गए होंगे कि यहां के पुलिसकर्मी किस कदर काम कर रहे हैं और जिनकी कार्य क्षमता कितनी है, अब युवा पुलिस अधीक्षक को कोरिया की बेहतर पुलिसिंग के लिए बहुत काम करना पड़ेगा और पुलिसकर्मियों की सही जानकारी उन्हें लेनी होगी की कौन सा पुलिसकर्मी काम करने वाला है और कौन सा पुलिसकर्मी वसूली करने वाला है और कौन सा पुलिसकर्मी काम के मामले में लापरवाह है और कौन सा पुलिसकर्मी नशेड़ी है। इसके बाद नए सिरे से थाने में नई टीम बैठानी होगी जिससे बेहतर पुलिसिंग समाज के लिए स्थापित की जा सके और जो पुलिसकर्मी सही नहीं है उन्हें भी सही राह पर लाना होगा।
जिले में नए पुलिस अधीक्षक के पदस्थापना ग्रहण करने का पहला ही दिन था और पटना पुलिस थाना क्षेत्र में चोरों ने बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। कोरिया के पटना थाना क्षेत्र में यह कोई पहली चोरी की घटना नहीं थी हाल फिलहाल में कई महीनों का यदि हाल देखा जाए तो लगातार चोरियां होती रहीं और कोई मामला सुलझ नहीं पाया। एक मामले में तो चोर ऐसे जगह चोरी करने में कामयाब हो गए जहां से चंद कदम दूर ही पुलिस का रात्रि गस्त दस्ता बैठा रहता है पहरा देता है। चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं की वह एक ही थाना क्षेत्र में लगातार चोरी की घटना को अंजाम देते जा रहे हैं और पुलिस के हांथ कोई सुराग लग नहीं पा रहा है। अब तक की चोरियां छोटी चोरियां थी ज्यादातर चोरियां ऐसे दुकानों में हुईं जहां महंगे समान ज्यादातर मात्रा में नहीं थे लेकिन इस बार की चोरी ज्वेलरी सह बर्तन दुकान में हुई जहां से सात लाख से ज्यादा की चोरी चोरों ने की जैसा बताया जा रहा है। अब जिले के नए पुलिस अधीक्षक को हाल में हुई चोरी की गुत्थी तो सुलझाना ही है वहीं पुरानी चोरियों की गुत्थी भी उन्हे सुलझाना है क्योंकि यदि ऐसा नहीं होता है तो लोगों के मन से सुरक्षा का भाव खत्म हो जाएगा जो कानून व्यवस्था के हिसाब से अच्छा संकेत नहीं होगा।

लापरवाह और नशेड़ी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की भी होगी जरूरत…
नए पुलिस अधीक्षक को लापरवाह और नशेड़ी पुलिसकर्मियों को लेकर भी कड़ा रुख अख्तियार करना होगा। नए पुलिस अधीक्षक को ऐसे पुलिसकर्मियों की जानकारी लेनी होगी और उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही करनी होगी। कई पुलिसकर्मी जिले में नशे की हालत में भी कार्य पर उपस्थित रहते हैं। एक मामले में तो पटना आदर्श चौक में एक नशेड़ी पुलिसकर्मी ने ठेले गुमटी वालों से रात को वसूली करने की भी कोशिश की थी जिसमे ग्राम के लोगों ने उसे घेरा था और बाद में माफी मांगकर वह वहां से बचकर जा सका था।
पुलिस विभाग में बेहतर पुलिसिंग के कसावट व फेरबदल जरुरी
नए पुलिस अधीक्षक को अब जिले में एक बार पूरी तरह से पुलिस विभाग में फेरबदल भी करना होगा जिससे पुलिसिंग में कसावट आए और अपराध चोरी जैसी घटनाओं पर अंकुश लग सके। वैसे जिले के कई पुलिस थानों में ऐसे पुलिसकर्मी हैं जो योग्य हैं जिनका सूचना तंत्र और जिनका अनुभव काफी अच्छा है अपराध मामलों में लेकिन उन्हे मौका बेहतर जगह नहीं मिल पाया और वह कहीं न कहीं किनारे पड़े हुए हैं वहीं कई ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं जो मनचाही जगह पदस्थ तो हैं लेकिन उनका होना न होना किसी मतलब का नहीं है क्योंकि उन्हे अवैध कारोबार और उससे जुड़े लोगों से जुड़ाव कायम कर अपना स्वार्थ सिद्ध करना है अन्य अपराध या सजगता मामले में वह निष्कि्रय हैं। कई तो नशे में धुत्त रहने वाले भी हैं जिन्हे कानून व्यवस्था से कोई वास्ता नहीं किसी तरह उनका काम चलाता रहे उसी में उनका दिमाग चलता रहता है। कुल मिलाकर नए पुलिस अधीक्षक के लिए जितनी चुनौती अपराध को रोकने की होगी,चोरियों को रोकने की होगी, अवैध कारोबार को रोकने की होगी उससे कहीं अधिक उन्हे चुनौती का सामना अपने ही विभाग के कर्मचारियों को सुधारने में करना होगा जो माना जा रहा है।
नए पुलिस अधीक्षक की कार्यप्रणाली है साफ सुथरी,जिले में दिखेगा कानून व्यवस्था का राज ऐसी है अब उम्मीद
नए पुलिस अधीक्षक को लेकर माना जाता है की उनकी कार्यप्रणाली साफ सुथरी छवि वाली है और वह तेज तर्रार माने जाते हैं कानून व्यवस्था लागू करने के मामले में। एक ही बार उन्हे अब तक जिले का इसके पूर्व के प्रभार मिला था जहां उन्होंने कम समय में कानून व्यवस्था की स्थिति सुदृढ़ की थी जो देखा गया था। अब कोरिया जिले में भी उनकी वही छवि देखने को मिलेगी और जिले में कानून व्यवस्था का राज होगा ऐसा माना जा रहा है।
जिले में पुलिस विभाग में करना होगा फेरबदल, तब देखने को मिलेगी पुलिसिंग में कसावट
नए पुलिस अधीक्षक को जिले के पुलिस विभाग में काफी फेरबदल करने की जरूरत होगी, तब जाकर जिले में बेहतर पुलिसिंग देखने को मिलेगी ऐसा माना जा रहा है। वर्षों से मनचाही जगह पदस्थापना लेकर मजा काट रहे कई पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक को इधर से उधर करना होगा जिससे की उन्हे भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास हो और वह भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने का विचार मन में उत्पन्न करें। जिले में मनचाही जगह काम करना चाहने वालों की संख्या पुलिसकर्मियों में ज्यादा है,अधिकांश पुलिसकर्मी पहुंच पकड़ के सहारे एक ही जगह या मनचाही जगह काम करना चाहते हैं और जिसकी वजह से भी कानून व्यवस्था की स्थिति लचर हो रही है।
गृह थाना क्षेत्रों से दूर भेजकर पुलिसकर्मियों को देनी चाहिए चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी,तब सुधर सकेगी कानून व्यवस्था की स्थिति
जिले में पुलिसकर्मी अपने गृह थाना क्षेत्रों में ही काम करना ज्यादा पसंद करते हैं।इसके पीछे की वजह यह है की वह पहचान और अपनी पकड़ के सहारे अपना भी स्वार्थ सिद्ध करना चाहते हैं। नए पुलिस अधीक्षक को गृह क्षेत्रों से पुलिसकर्मियों को हटाना होगा अन्य जगह भेजकर चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी उन्हे देना होगा तब जाकर जिले की कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो सकेगी। जब तक गृह थाना क्षेत्रों में ही पुलिसकर्मी लगातार काम करते रहेंगे कानून का भय लोगों के मन में उत्पन्न नहीं होगा और अपराध में कमी की उम्मीद करना बेमाने होगा। कुल मिलाकर नए पुलिस अधीक्षक को छोटे से जिले में कानून व्यवस्था के लिए बहुत कुछ करना होगा जिससे कानून के प्रति लोगों का विश्वास कायम रह सके। वैसे नए पुलिस अधीक्षक को लेकर माना जाता है की वह कानून व्यवस्था मामले में कड़ा रुख ही अख्तियार करने वाले हैं और वह जिले में कानून व्यवस्था को पूरी तरह स्थापित करने प्रतिबद्ध हैं।
अवैध कारोबार को संरक्षण देने भी पुलिसकर्मी लेते हैं मनचाही पदस्थापना,उन्हे भी करना होगा चिन्हांकितनए पुलिस अधीक्षक को
ऐसे पुलिसकर्मियों को भी चिन्हाकित करना होगा जो अवैध कारोबार को संरक्षण देने मनचाही पदस्थापना लेते हैं। जिले में कई पुलिस थाना ऐसे हैं जहां कोयला जुआ और अवैध शराब का कारोबार होता है। ऐसे थाना क्षेत्रों में पदस्थापना पाने पुलिसकर्मी काफी प्रयासरत रहते हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों की पहचान कर उन्हें ऐसे थाना क्षेत्रों से हटाकर उनकी जगह नए पुलिसकर्मी को भेजना होगा जो अवैध कारोबार को लेकर सख्त रुख अपनाए और यह पूरी तरह से बंद हो सके। जिले में अवैध कारोबार का जाल काफी फैलता जा रहा है। कोयला, जुआ सहित अवैध शराब को लेकर अब कड़े रुख की जरूरत है, नशीली दवाओं को लेकर भी अब पुनः अभियान की जरूरत है क्योंकि कई छोटे अपराध की वजह है नशा और नशे की लत की वजह से भी अपराध घटित होते हैं ऐसा कहना गलत नहीं होगा। जिले में आए एक पुलिस अधीक्षक ने नशीली दवाओं के मामले में अभियान चलाया था तब जिले में नशीली दवाओं का कारोबार पूरी तरह बंद हुआ था वैसा ही अब कुछ होना चाहिए जिससे अवैध कारोबारी भयभीत होकर पलायन कर जाएं।


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