राजनांदगांव,04 मार्च 2024 (ए)। राजनांदगांव शासकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में डॉक्टरों की कमी हैं। वहीं जो डॉक्टर हैं वह भी मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी छोड़ निजी प्रैक्टिस में समय दे रहे हैं। इसके कारण मरीजों को महंगे प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। राज्य शासन और हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ य़हां के डॉक्टर कार्य कर रहे हैं। नियम के मुताबिक किसी भी सरकारी डॉक्टर को निजी अस्पताल में प्रैक्टिस करने की मनाही है, लेकिन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कई डॉक्टरों ने न केवल निजी ओपीडी कम अस्पताल खोल दिया है। बल्कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग से अनुमति भी नहीं ली गई है। जानकारी के अनुसार, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमडी मेडिसिन डॉ. चेतन साहू पिछले कुछ समय से मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसी बीच डॉ. साहू के वार्ड क्रं 45 के करीब एक निजी क्लीनिक का संचालन भी कर रहे हैं। क्लीनिक में न सिर्फ ओपीडी चलाई जा रही है, बल्कि पांच बिस्तरों का अस्पताल भी उपलब्ध है।
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