एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में बच्चो को परोसा जा रहा है गुणवत्ता विहीन भोजन
-राजेन्द्र शर्मा-
खड़गवां,27 फरवरी 2024 (घटती-घटना)। एमसीबी जिले के खड़गवां विकासखंड अंतर्गत एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में बच्चों को गुणवत्ता युक्त भोजन नहीं मिल रहा हैं। सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में जो बच्चों को भोजन के लिए हरी सब्जियां प्राप्त हो रही है वो पूर्णतः गुणवत्ता विहीन और बासी घटिया सçजयां का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसे एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को परोसा जा रहा है।
एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में बच्चों को जो भोजन परोसा जा रहा है वह गुणवत्ता विहीन है। जिससे खाने से बच्चो के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता हैं। विधायल में मेन्यू के हिसाब से भोजन नहीं दिया जा रहा हैं। भोजन में जो खादाय समाग्री जिसे ब्रांडेड कंपनी का उपयोग किया जाना है वो खादय सामग्री एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय पोडीडीह के बच्चों को प्राप्त नहीं हो रही है। और खादय सामग्री की मात्रा का उपयोग भी कम किया जा रहा है। एवं खादय सामग्री के मात्रा और बिल में भी भारी हेराफेरी हो रही है। बच्चों को हरी सब्जी की जगह पर ज्यादातर आलू या सोयाबीन की बड़ी या तो पता गोभी लोकी आदि की सब्जी दी जाती है।
सूत्रों से ये भी जानकारी मिल रही है कि एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय पोडीडीह में खादय सामग्री की मात्रा एवं गुणवत्ता सही नहीं होने की वजह से उस भोजन की गुणवत्ता खराब हैं। मेन्यू के अनुसार, बच्चों को भोजन नहीं देना, उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ किया जाना तो आम बात हैं। बच्चों के भोजन में गुणवत्ता का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। क्या इसकी जांच कर गड़बड़ी करने वालो पर कार्यवाही होगी? इस एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में सिर्फ चलता है सेटिंग काम यहां पर एक से बढ़कर एक बड़े बड़े कारनामे हुए वो सिर्फ उच्च अधिकारियों की सांठगांठ की भेट चढ़ गये शिकायत जांच जो होती ही रही निष्कर्ष आज तक नहीं निकाला इस कुबेर के खजाने को प्राप्त करने वाले प्रभारी व्याख्याता छोड़ना नहीं चाहते हैं जबकि खड़गवां शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षको की कमी होने के कारण विधालय में बच्चों कि पढ़ाई प्रभावित हो रही है और तात्कालिक कलेक्टर महोदय ने आदेश जारी कर संलग्ननीकरण समाप्त कर दिया था एवं प्रभारी व्याख्याता का नाम उस आदेश में होने बाद भी इस विधालय में पदस्थ प्रभारी व्याख्याता के द्वारा अपने मूल पद पर पदस्थ नहीं हुए एनकेन प्रकार से जुगाड बनाकर एकलव्य संयुक्त आवासीय विद्यालय में जमे हुए हैं जबकि तात्कालिक कलेक्टर के आदेश के बाद सभी संलग्न अधिकारी एवं कर्मचारीयो को तत्काल मूल पद पर पदस्थ कर दिया गया मगर इस व्याख्याता में क्या ऐसी विशेषता है कि इन्हें मूल पद पर पदस्थ नहीं किया गया ?