निजी सुरक्षा गार्डों से 12-12 घंटे लिए जाते हैं काम”
कांग्रेस विधायक ने उठाया मुद्दा
मंत्री ने दिया जांच का आदेश
रायपुर,22 फरवरी 2024 (ए)। प्रदेश में संचालित उद्योगों में सुरक्षा गार्डों से 12 घंटे तक ड्यूटी कराने के मामले की जांच होगी। विधानसभा में कांग्रेस विधायक रामकुमार यादव के सवाल के जवाब में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने इस बात की घोषणा की। उन्होंने कहा कि लेबर अफसर की टीम बनाकर प्रदेश भर में उद्योगों में सुरक्षा गार्ड के 12 घंटे ड्यूटी कराने की शिकायत की जांच करायी जायेगी।
शिकायत पर कर्मियों को काम से निकाला
विधायक रामकुमार यादव ने सदन में सवाल पूछा कि चंद्रपुर विधानसभा के अंतर्गत स्थापित पावर प्लांटों एवं उद्योंगों में 2021-22 में क्या जांच करायी गयी है और क्या अनियमितता पायी गयी है? उन्होंने ये सवाल भी किया कि अपने क्षेत्र के उद्योगों में सुरक्षाकर्मियों के 12-12 घंटे ड्यूटी कराने का मुद्दा जब उन्होंने उठाया, तो कई सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया गया और कई सुरक्षाकर्मियों को बंद करा दिया गया।
रामकुमार यादव ने ये भी कहा कि ये शिकायत सिर्फ चंद्रपुर की ही नहीं है, प्रदेश भर के उद्योगों में सुरक्षाकर्मियों से 12-12 घंटे ड्यूटी ली जाती है। इसकी जांच करायी जानी चाहिये। मंत्री लखनलाल देवांगन ने इस मामले की जांच की बात कही, जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूछा कि, किस स्तर के अधिकारी से जांच करायी जायेगी और जिन सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकाला गया है, क्या उनकी वापसी करायी जायेगी। जवाब में मंत्री ने आश्वासन दिया कि लेबर अफसरों की टीम बनाकर प्रकरण की जांच करायी जायेगी।
विधानसभा में साधराम हत्याकांड की गूंज
विधायक देवेन्द्र ने उठाया मामला
छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र में आज दिनांक 22 फरवरी की कार्यवाई के दौरान शून्यकाल के जरिए विधायक देवेंद्र यादव ने कवर्धा में हुए साधराम यादव हत्याकांड का मुद्दा उठाया।ज्ञात हो कि गत 20 फरवरी को विधायक देवेंद्र कवर्धा लालपुर गांव पहुंच मृतक साधराम के परिजनों से भेंट कर उनकी मांगे सुनी थी। इस दौरान हुई समाज की बैठक के दौरान आवश्यक फैसलों के साथ ही विधायक देवेंद्र ने सदन में मुद्दा उठाने की बात कही थी।
आज सदन में उठे साधराम हत्याकांड के मुद्दे पर विपक्ष ने मामले की सीबीआई जांच कराए, मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी देने और मुआवजा देने को लेकर बात रखी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बात को गंभीरता से रखते हुए मामले की सीबीआई जांच कराए जाने का पक्ष रखा। दोनों पक्षों से संवाद के बीच मांग पूर्ण ना किए जाने को लेकर विपक्षी विधायक गर्भ गृह में धरना प्रदर्शन करने लगे जिसके चलते सभी को निलंबित किया गया। जिसके बाद साधराम यादव की हत्याकांड को मुखरता से रखते हुए विधायकों ने सदन के बाहर धरना प्रदर्शन किया।
ज्ञात हो कि विधायक देवेंद्र के 20 कवर्धा दौरे के दौरान समाज प्रमुखों ने उन्हें आज होने वाले न्याय रैली में सम्मिलित होने अपील की थी। विधानसभा की कार्रवाई पूर्ण होने के उपरांत विधायक देवेंद्र अन्य जन प्रतिनिधियों के साथ कवर्धा पहुंचेंगे।
साधराम हत्याकांड: कांग्रेसियों ने की सीबीआई जांच की मांग
हंगामा,विधायक निलंबित
जो लोग जांच की मांग कर रहे हैं उन्हें सीबीआई पर भरोसा नहीं
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने साधराम यादव हत्याकांड का मामला उठाया। सीबीआई जांच की मांग करते हुए कांग्रेस के विधायक नारेबाजी करते हुए गर्भगृह में उतर गए. इसके साथ ही विधायक निलंबित हो गएय़। आसंदी ने निलंबन रद्द कर दिया। सदन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साधराम यादव की हत्या की सही जांच नहीं की गई है। ना ही पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा मिला. रामकुमार यादव, देवेंद्र यादव, द्वारिकाधीश यादव, विक्रम मंडावी और अनिला भेडि़या ने भी उचित कार्रवाई की मांग करते हुए सीबीआई जांच की मांग दोहराई।स्पीकर डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि गृहमंत्री ने इस विषय पर कल ही सदन में स्पष्ट जवाब दे दिया है. इस विषय में आगे भी सदस्यों को अपनी बात कहने का मौक¸ा मिलेगा. भूपेश बघेल ने कहा कि यह गंभीर मामला है. सीबीआई जांच की घोषणा की जानी चाहिए. संसदीय कार्यमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जो लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं उन्हें ख़ुद सीबीआई पर भरोसा नहीं है।इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि सीबीआई को बैन हमने नहीं किया था. हमारे से पूर्व की सरकार ने ये व्यवस्था कर ली थी. हम जब आये तब हमने सिर्फ¸ नोटिफç¸केशन जारी किया था। आज भाजपा सत्ता में है, लेकिन अब तक सीबीआई की एंट्री को लेकर नोटिफç¸केशन जारी नहीं किया है। सरकार की अनुमति से किसी जांच पर राज्य की सहमति पहले भी थी।
शिव डहरिया की पत्नी पर लगा सामुदायिक भवन पर कब्जा करने का आरोपजल्द होंगे कई बड़े खुलासे
पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया पर रायपुर के शताब्दी नगर स्थित सामुदायिक भवन पर कब्ज़ा करने का आरोप है। पूर्व मंत्री की पत्नी की यहां इतनी चलती है कि उन्होंने भवन के रंगरोगन पर 1 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। यहां आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है। ये सामुदायिक भवन किसी सचिव के कार्यालय से कम नहीं है। आलम ये है कि आमसभा में इस मुद्दे पर खूब हंगामा होने के बाद सभापति प्रमोद ने पूर्व मंत्री का नाम चर्चा से विलोपित कर दिया। इस यहां 50 लाख रुपये से ज्यादा लगभग 1 करोड़ रुपए की लागत से एलईडी टीवी, वार्डरोब, फ्रिज, अलमारी, वाशिंग मशीन, कम्प्यूटर,कंप्यूटर प्रिंटर सहित तमाम वो सुविधाएं हैं। सामुदायिक भवन में खर्चे 1 करोड़ रुपए जिसकी कल्पना निगम या फिर किसी भी शासकीय सामुदायिक भवन में नहीं की जा सकती। दरअसल,रायपुर नगर निगम में अभी कांग्रेस का कब्ज़ा है। यहां की सामान्य सभा के दौरान भाजपा की नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने जोन 10 के अंतर्गत आने वाले शताब्दी नगर स्थित इस सामुदायिक भवन का मामला उठाया, जिसमें उनके द्वारा इस भवन में दी गई इन तमाम 5 सुविधाओं के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब भारसाधक सदस्य ज्ञानेश शर्मा नहीं दे पाए। वहीं, नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि इसका संचालन राजश्री सद्भावना समिति द्वारा किया जाता है, जिसकी अध्यक्ष पूर्व मंत्री शिव डहरिया की पत्नी शकुन डहरिया हैं। इन सभी सवालों का जवाब नहीं मिल पाने की वजह से मेयर एजाज ढेबर ने इस मामले में कमेटी का गठन कर 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
दोषी पाए जाने वाले अफसरों के खिलाफ होगी कार्रवाई
सदन में मुद्दा सामने आने पर परिषद के ही कुछ सदस्य कहते रहे हैं कि यह भवन किसी को आवंटित नहीं है, फिर मंत्री की पत्नी का भवन पर कब्जा कैसे है? इसी बीच सामान्य सभा में माहौल गर्म हो गया। भाजपा पार्षद दल कार्रवाई की मांग करने लगा। नेता प्रतिपक्ष मीनल ने कहा कि भवन पर अवैध कब्जा करना और अफसरों का लाखों रुपए खर्च करना जांच का विषय है। इसमें दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं मेयर एजाज ढेबर ने इस पूरे मामले की जांच करने और दोषी पाए जाने वाले अधिकारी को बर्खास्त करने की बात कही है।
सरगुजा में बढ़ रहे अपराधों पर सदन में जताई चिंता
विधानसभा में बीजेपी विधायक रामकुमार टोप्पो ने सरगुजा जिले में हुए अपराधों को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने पूछ, सरगुजा जिले में पिछले 3 वर्षों में बलात्कार, हत्या, चोरी, डकैती, मानव तस्करी व हरिजन अत्याचार के कितने प्रकरण दर्ज था?
टोप्पो ने हत्या के एक मामले को संदिग्ध बताते हुए उसमें बलात्कार की आशंका जताते हुए बताया कि व्यक्ति विशेष का शव जिस परिस्थिति में मिली उसमें सिर उत्तर दिशा और पैर पश्चिम दिशा में मिला। परिजनों के साथ भी पुलिस का व्यवहार ठीक नहीं था। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। जिसके जवाब में मंत्री ने रेंज के अधिकारी से घटना की जांच कराने की घोषणा की।
गृहमंत्री विजय शर्मा की गैरमौजूदगी में मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जवाब देते हुए बताया इस दौरान जिले में बलात्कार के 468, हत्या के 175, चोरी के 1512, डकैती के 07, मानव तस्करी के 08 और अनुसूचित जाति, जनजाति, अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत 50 प्रकरण दर्ज है।