कोरबा लोकसभा में अटकलों का बाजार गर्म,महंत परिवार के सामने मजबूत प्रत्याशी होगा पार्टी की पसंद
-संवाददाता-
कोरिया/कोरबा 21 फरवरी 2024 (घटती-घटना)। यदि सब कुछ ठीक रहा तो भारतीय जनता पार्टी बहुत जल्द लोकसभा चुनाव हेतु अपनी पहली सूचि जारी कर सकती है,इस सूचि में कोरबा लोकसभा सीट पर भी प्रत्याशी की घोषणा होने की संभावना है। पार्टी नेतृत्व ने पिछले दो वर्ष से इस लोकसभा को टार्गेट करते हुए अपना काम शुरू किया है,उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस की ओर से इस बार भी महंत परिवार ही उम्मीदवार होगा जबकि इसकी तुलना में भाजपा यहां मजबूत प्रत्याशी की तलाश में है,कयास है लगाया जा रहा है कि भाजपा की सशक्त महिला नेतृत्व और राज्यसभा सदस्य सरोज पांडेय जिनका कार्यकाल लगभग समाप्ति की ओर है, उन्हे कोरबा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है। यह पार्टी का मास्टर स्ट्रोक होगा और यदि इनके नाम पर सहमति नही बनती है तो फिर पूर्व राज्यसभा सदस्य राजा रणविजय सिंह,भाजपा प्रदेश मंत्री विकास महतो या फिर बिलासपुर संभाग प्रभारी अनुराग सिंहदेव में से पार्टी किसी को भी उम्मीदवार बना सकती है,ऐसा भाजपा सूत्रों का कहना है।
केन्द्रीय नेतृत्व लेगा सरोज पांडेय पर फैसला
कोरबा लोकसभा में इस बार भाजपा की वरिष्ठ महिला नेत्री और वर्तमान में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का नाम तेजी से उभरा है,इस बात से और बल मिलता है कि खत्म होते कार्यकाल के बाद भी केन्द्रीय नेतृत्व ने उन्हे राज्यसभा नही भेजा। सरोज पांडेय का सीधा संपर्क केन्द्रीय नेतृत्व से है,वे पार्टी के विभिन्न पदों पर ईमानदारी पूर्वक काम कर चुकी हैं,प्रदेश की गुटीय राजनीति से दूर फिलहाल वे केन्द्रीय स्तर पर ही काम कर रही है। प्रदेश नेतृत्व उनके नाम पर विचार करने की स्थिति में नही है,राष्ट्रीय नेतृत्व पर अपना विश्वास बना चुकी सरोज पांडेय एक बड़ी नेत्री के रूप में स्थापित हैं,उन्हे लोकसभा चुनाव लड़ाया जाए या नही यह सिर्फ और सिर्फ केन्द्रीय नेतृत्व ही तय करेगा लेकिन इसकी पूरी संभावना बन रही है कि उन्हे कोरबा लोकसभा से चुनाव लड़ाया जा सकता है। पार्टी का भरोसेमंद चेहरा होने के कारण महंत परिवार के खिलाफ वे यदि चुनाव लड़ती हैं तो फिर भाजपा यहां से जीत का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। यह बात भी है कि कोरबा लोकसभा से वर्तमान में दर्जन भर से अधिक दावेदार दिखलाई दे रहे हैं लेकिन उनमें से महंत परिवार के आगे जीतने लायक स्थिति में एक भी दावेदार नही है,पार्टी इस बार कोरबा लोकसभा चुनाव हर हाल में जीतना चाहती है और इसके लिए काफी पहले से रणनीति तैयार की गई है।
रणविजय भी हो सकते हैं पार्टी की पसंद
जशपुर राज परिवार से संबंध रखने वाले पूर्व राज्यसभा सदस्य रणविजय सिंह जूदेव भी कोरबा लोकसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में सामने आ सकते हैं,जूदेव ब्रंाड को प्रदेश में किसी परिचय की जरूरत नही है,गत विधानसभा चुनाव में जूदेव परिवार से प्रबल प्रताप सिंह एवं श्रीमती संयोगिता सिंह को मैदान में उतारा गया था लेकिन संयोगवश दोनो की हार हुई। तों वही जशपुर जिले में चुनाव जीताने हेतु केन्द्रीय नेतृत्व ने रणविजय सिंह को जिम्मेदारी दी थी,केन्द्रीय नेतृत्व के भरोसे पर रणविजय सिंह पूरी तरह खरे उतरे और तीनों सीट पर जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके बाद से पार्टी में उनका कद भी बढा है,विश्वस्त सूत्रों का कहना है वर्तमान में राजा देवेन्द्र प्रताप सिंह को पार्टी ने राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है उसमें रणविजय सिंह जूदेव की भूमिका अहम है। देवेन्द्र प्रताप सिंह रायगढ के पूर्व गोड़ शाही परिवार के वशंज हैं,वे वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य है। भाजपा ने इन्हे प्रत्याशी बनाकर अपने फैसले पर सभी को चैकाया था। रणविजय सिंह जूदेव की कोरबा लोकसभा क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान है,वे किसी गुट से संबंध नही रखते और सभी को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं उनके समर्थक भी चाहते हैं कि इस बार उन्हे कोरबा लोकसभा से उम्मीदवार बनाया जाए। संभावना है कि महंत परिवार के खिलाफ उन्हे चुनाव मैदान मंे उतारा जाए,प्रदेश नेतृत्व को भी उनके नाम पर परहेज नही होगा। पूर्व में भी उन्होने लोकसभा हेतु दावेदारी की थी लेकिन उन्हे राज्यसभा भेज दिया गया था अब एक फिर वे लोकसभा के लिए तैयार हैं ऐसा सूत्रों का कहना है।
विकास महतो दावेदारी में सबसे आगे
कोरबा लोकसभा से पूर्व सांसद स्व. डॉ.बंशीलाल महतो के पुत्र विकास महतो इस बार कोरबा लोकसभा में प्रमुख दावेदारों मंे से एक हैं पूरे लोकसभा क्षेत्र में उनका प्रचार प्रसार चल रहा है, विभिन्न राजनैतिक कार्यक्रम में उनकी सक्रियता बनी हुई है। विकास महतो पूर्व में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के साथ साथ रायगढ जिले के सह प्रभारी रहे हैं, वर्तमान में उन्हे प्रदेश मंत्री बनाया गया है। 2018 में उन्हे कोरबा विधानसभा से प्रत्याशी बनाया गया था हलांकि कड़ी टक्कर में उन्हे हार का सामना करना पड़ा था इसके बावजूद उनकी राजनैतिक पकड़ कम नही हुई और कोरबा लोकसभा क्षेत्र में उन्हे खुद को स्थापित किया । प्रदेश नेतृत्व में मजबूत पकड़ के लिए भी उन्हे जाना जाता है,पूरे कोरबा लोकसभा में उनके समर्थक भी मौजूद हैं। दावेदारी के क्रम में आगे दिखते हुए वे टिकट के लिए प्रयासरत हैं संभावना है कि प्रदेश नेतृत्व से निकट संबंध के कारण उन्हे टिकट मिल जाए लेकिन यह भी सच है कि इस लोकसभा में उनके व्यक्तिगत विरोधी नेताओं की संख्या भी कम नही है। बीते एक दशक में कार्यकर्ताओं से दूरी के कारण उन्हे थोडी परेशानी हो सकती है। हलांकि कुशल प्रबंधन में माहिर विकास महतो इन सभी मुद्वो को निपटाने में भी सक्षम हैं।
सरगुजा के अनुराग को कोरबा ला सकती है पार्टी
तीन नेताओं के बाद चैथे क्रम में एक नाम प्रदेश स्तर पर तेजी से कोरबा लोकसभा हेतु सुनने को मिल रहा है,वह हैं सरगुजा के अनुराग सिंहदेव। पार्टी में काफी समय से सक्रिय अनुराग सिंहदेव को पार्टी ने हाल ही में बिलासपुर का प्रभारी बनाया है,राजनैतिक रूप से परिपम् अनुराग सिंहदेव भी भरोसेमंद हो सकते हैं,कोरिया जिले में वे लंबे समय से सक्रिय हैं,उनके समर्थक भी इस क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में हैं। गत दो तीन वर्षो से पार्टी के लिए उन्होने बहुत ज्यादा समय दिया है। संभावना है कि पार्टी सरगुजा के अनुराग सिंहदेव को कोरबा लोकसभा से उम्मीदवार बना सकती है।
चैकाने वाले नाम भी आने की संभावना
भाजपा इन दिनों अपने चैकाने वाले फैसले लेने मे आगे है,बीते विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक कई फैसले केन्द्रीय नेतृत्व ने इस प्रकार लिये हैं जिससे कि कोई भी कुछ कहने से बचता रहता है। पार्टी का खुफिया तंत्र भी अत्यधिक सक्रिय है,कौन जीताउ उम्मीदवार होगा कौन नही इस बात का सर्वे पार्टी नेतृत्व हर रोज करा रहा है,संभावित प्रत्याशियों की पूरी कुंडली भी बनाई गई है जैसा सूत्रों का कहना है। पार्टी कोरबा लोकसभा में इस बार कोइ भी रिस्क नही लेना चाहती इसलिए इस बार इस सीट पर पर भी चैकाने वाले नाम यदि आ जांए तो कोई आश्चर्य नही होगा।