कोरिया/कोरबा@महंत परिवार के सामने सरोज या अनुराग इन में से कौन होगा कोरबा लोकसभा से भाजपा का मजबूत उम्मीदवार?

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कोरिया/कोरबा 07 फरवरी 2024 (घटती-घटना)। आगामी लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती अब शुरू हो गई है,केन्द्र की मोदी सरकार भी चुनावी मोड में नजर आ रही है,इसके साथ ही प्रदेश स्तर पर राजनैतिक दलों द्वारा तैयारियां शूरू कर दी गई है,किस सीट पर कौन प्रत्याशी होगा यह फैसला तो हाई कमान ही तय करता है प्रदेश मे 11 लोकसभा सीटें हैं जिनमें कि सभी में अलग-अलग समीकरण देखने को मिलते हैं बात अगर कोरबा लोकसभा की ओर की जाए तो यहां इस बार भी कांग्रेस से वर्तमान में सांसद ज्योत्सना महंत का एक बार फिर चुनाव लड़ा जाना तय माना जा रहा है,तो वहीं भाजपा में दावेदारों की संख्या एक दर्जन से भी अधिक हो चुकी है। कोरबा लोकसभा मे हलांकि कार्यकर्ता इस बार किसी नए चेहरे की तलाश में हैं तो वहीं इन सभी के बीच एक बड़ी बात भी निकलकर सामने आ रही है कि पार्टी यहां से इस बार वर्तमान में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय को भी मैदान में उतार सकती है,उनका कार्यकाल अब समाप्ति की ओर है,सरोज पांडेय का अपना एक कद है और पार्टी नेतृत्व की विश्वासपात्र भी मानी जाती हैं। इसके साथ ही प्रदेश की राजनीति में अपना अहम स्थान रखने वाले युवा तुर्क एवं वर्तमान में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव को भी इस संसदीय सीट से लड़ाने की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है,उक्त दोनो नेताओे की चर्चा राजधानी रायपुर से लेकर संसदीय क्षेत्र में भी होने लगी है। भाजपा अब प्रयोगधर्मी पार्टी मानी जाती है वर्तमान दावेदारों को छोड़ यदि इन चेहरों पर पार्टी विश्वास जता ले तो कोई आश्चर्य नही होगा। वर्तमान में दावेदारी कर रहे कोरबा जिले के स्थानीय नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई है और कार्यकर्ताओं के प्रति उनकी भावना भी सही नही है कुछ नेता तो सिर्फ चुनाव के समय कार्यकर्ताओं की पूछपरख करते हैं बाकि समय उन्हे कार्यकर्ताओं से कोई मतलब नही होता।
अमित जोगी भी भाजपा के संपर्क में
वैसे देखा जाए तो जनता कांग्रेस के नेता अमित जोगी भी गत विधानसभा चुनाव के बाद राजनीतिक हासिये पर चले गए हैं इस बार उन्हे एक भी सीट नसीब नही हुआ,पिछले दिनों दिल्ली जाकर उन्होने भाजपा की राजनीति के चाणक्य और देश के गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर खुद सोशल मीडिया में फोटो वायरल किया था जिसके बाद से यह भी संभावना जताई जा रही है कि वे अपनी पार्टी का भाजपा में विलय कर सकते हैं जिसके बाद वे भी कोरबा लोकसभा से दावेदार के रूप में सामने आ सकते हैं। हलांकि इस बारे में अंतिम फैसला सिर्फ और अमित शाह को ही लेना है वे इस राजनीति को किस करवट बैठाएंगे यह भाजपा के अच्छे अच्छे राजनीतिज्ञ नही समझ सकते।
छात्र राजनीति से शुरू हुआ सफर
अनुराग सिंहदेव आज छत्तीसगढ भाजपा की राजनीति में अपना एक अलग स्थान रखते हैं,वे संगठन के प्रति समर्पित हैं। उन्होने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के माध्यम से छात्र राजनीति की,छात्रों के हित में अनेक लड़ाई सड़को तक लड़ी है, अंबिकापुर से लेकर प्रदेश भर में विद्यार्थी परिषद के लिए काम किया। प्रदेश एवं देश स्तर पर विभिन्न छात्र सम्मेलन एवं आंदोलन में भी उन्होने प्रमुख भूमिका निभाई। छात्र राजनीति के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा के माध्यम से उन्होने युवाओं के बीच में अलग छाप बनाई जमीन स्तर पर मेहनत किया, जिसकी बदौलत उन्हे भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अपने कार्यकाल में उन्होने युवाओं के हित में कई रचनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया। युवा मोर्चा में एक अमिट छाप उन्होने छोड़ी जिसकी बदौलत ही उन्हे विधायक का टिकट प्राप्त हुआ था।
संगठन के लिए हर वक्त समर्पित हैं अनुराग
भाजपा की प्रदेश स्तरीय राजनीति में सक्रिय प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव वर्तमान में बिलासपुर जिले के भाजपा सह प्रभारी के रूप में काम कर रहे हैं विभिन्न मौंके पर पार्टी द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम में भी उन्हे प्रभारी के रूप में जिम्मेदारी दी गई जिसका उन्होने बखूबी निर्वहन किया। एक सनातनी के रूप में भी अपनी पहचान रखने वाले अनुराग सिंहदेव का कोरिया जिले के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं से भी गहरा संबंध है। राष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बना चुके अनुराग सिंहदेव कोरिया ने जिले के प्रभारी के रूप में भी काम किया है, नगरपालिका शिवपुर चरचा नगरीय निकाय में भी उन्हे प्रभारी बनाया गया था जिसमें पार्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया। संगठन द्वारा उन्हे जो भी जिम्मेदारी दी जाती है उसका वे ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते नजर आते हैं। वर्तमान में वे भाजपा की प्रदेश स्तरीय टीम में भी शामिल हैं आने वाले समय में नई कार्यकारणी में भी उन्हे प्रमुख जिम्मेदारी मिलने की संभावना है।
पार्टी बना सकती है कोरबा लोकसभा से उम्मीदवार,राजधानी में चर्चा
अनुराग सिंहदेव जैसे संगठन के प्रति ईमानदार कार्यकर्ता को पार्टी कोरबा लोकसभा से उम्मीदवार बना सकती है इसकी चर्चा अब कोरबा लोकसभा समेत राजधानी रायपुर में भी हो रही है। अनुराग सिंहदेव ने कोरबा लोकसभा क्षेत्र में भी काम किया है,वे परिचय के मोहताज नही है उनके लिए कार्यकर्ता भी एकमत होंगे तो वहीं एक स्वच्छ छवि का चेहरा मिलने पर जनता भी उन्हे हाथो हाथ लेगी। पार्टी यदि अनुराग सिंहदेव को कोरबा लोकसभा से मैदान में उतार देती है तो फिर एक नया समीकरण देखने को मिलेगा,इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढेगा। श्री सिंहदेव को यदि पार्टी मैदान में उतारती है तो इसका लाभ उसे अवश्य मिलेगा। बतलाया जाता है कि कोरबा लोकसभा क्षेत्र इस बार पार्टी की विशेष प्राथमिकता में है और यहां से दर्जन भर से अधिका दावेदार हाथ पैर मार रहे हैं लेकिन उन सभी नेताओं में आपसी समन्वय नही है जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ता है। पिछला चुनाव भी भाजपा प्रत्याशी ने इसी कारण हारा था।
भाजपा में एक दर्जन से अधिक दावेदार
भाजपा के नेताओं को यह अच्छे से मालूम है कि भले ही उनकी कोई लोकप्रियता नही है लेकिन यदि चुनाव में टिकट मिल गया तो प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर जीत दर्ज किया जा सकता है इसलिए इस बार कोरबा लोकसभा सीट से भी दावेदारों की बाढ सी आ गई है। कोरबा के पूर्व महापौर जोगेश लांबा,वर्तमान नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल, विकास महतो, देवेन्द्र पांडेय, रणविजय सिंह जूदेव, कोरबा भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव सिंह समेत दो तीन और दावेदार कोरबा जिले से हैं जबकि योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष संजय अग्रवाल, डॉ.राकेश शर्मा, रेवा यादव, कोरिया भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल एवं एमसीबी भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी भी अपनी दावेदारी कर रहे हैं। हलांकि इनमें से कई नेता ऐसे हैं जो कि सिर्फ चुनावी समय में कार्यकर्ताओं को पूछते हैं बाकी समय वे कार्यकर्ताओं से दूर भागते हैं।
खत्म हो रहा राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का कार्यकाल,कोरबा से लड़ाने की अटकलें तेज
देश की राजनीति में अपनी पहचान बना चुकी सरोज पांडेय वर्तमान में राज्यसभा सांसद के रूप में कार्य कर रही हैं वे राजनीति के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखती हैं। वे एक साथ महापौर,विधायक व सांसद रहने का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं। एक सशक्त महिला नेत्री के रूप में उनकी पहचान है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव,प्रवक्ता,राष्ट्रीय सचिव के रूप में भी उन्होने काम किया है साथ ही वे वे पार्टी में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष की भूमिका भी निभा चुकी हैं। समय समय पर उन्हे विभिन्न संगठनात्मक कार्यक्रम की जिम्मेदारी भी दी जाती है जिसका वे बखूबी निर्वहन करती हैं। वर्तमान में छाीसगढ से ही राज्यसभा सांसद के रूप में कार्य कर रही सरोज पांडेय का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म हो रहा है,एक बार फिर उन्हे राज्यसभा भेजा जाएगा इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है। जिसके बाद सियासी गलियारें से खबर निकलकर आ रही है कि पार्टी इस बार कोरबा लोकसभा सीट से सरोज पांडेय जैसी नेत्री को भी चुनावी मैदान में उतार सकती है। इस खबर के बाद जहां अन्य दावेदारों के चेहरे पर मायूशी नजर आ रहा है तो वहीं कार्यकर्ता नए नाम को लेकर काफी उत्साहित हैं। भाजपा नेतृत्व इस सीट से यदि सरोज पांडेय को उतारती है तो सबसे पहला फायदा उसे यह होगा कि कोरबा संसदीय सीट को राष्ट्रीय स्तर पर एक नाम मिल सकेगा और दूसरा यह कि सरोज पांडेय के जुझारू पन के आगे विकास कार्य की दृष्टि से भी काफी मजबूती मिलेगी। साथ ही साथ गुटबाजी से लबरेज कोरबा जिले के नेताओं से कार्यकर्ताओं को छूटकारा मिल जाएगा। वैसे भी देखने मंे मिल रहा है कि राजनैतिक दृष्टि से कोरबा जिला अविभाजित कोरिया जिले की तुलना में काफी आगे है वहां के नेता कोरिया जिले को चारागाह की तरह समझते हैं और सिर्फ चुनावी समय में अविभाजित कोरिया का दौरा करते हैं उनके आगे कार्यकर्ताओं का भी कहीं मान सम्मान नही है। चुनावी समय में कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी जाती है बाद में उन्हे भूला दिया जाता है। जब से कोरिया जिला कोरबा लोकसभा में शामिल हुआ है तब से दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि हर बार कोरबा जिले के नेताओं को ही टिकट दिया गया है। इन बातो को ध्यान में रखते हुए पार्टी नेतृत्व को सरोज पांडेय जैसे नेत्री को ही मैदान में उतारा जाना सही होगा। कार्यकर्ता भी इस बार ऐसा नेतृत्व चाहते हैं जो कि कार्यकर्ताओं की पूछ परख रखता हो।
अनुराग भी हुए प्रबल,मिल सकता है कोरबा लोकसभा से मौका
अनुराग सिंहदेव,सरगुजा संभाग से निकलकर छत्तीसगढ की राजनीति मे धु्रव तारे की तरह अपनी एक अलग पहचान रखने वाला यह चेहरा किसी परिचय का मोहताज नही है, अंबिकापुर में कभी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति की शुरूआत करने वाला एक युवा तुर्क पूरे प्रदेश में इतनी पहचान अपने खुद के बल पर बना लेगा यह किसी से सोचा नही था लेकिन मेहनत के बल पर उसने इतना मुकाम हासिल किया कि आज भाजपा की राजनीति में भी उसने अपनी अलग छाप बना ली है,संगठन के ईमानदार सिपाही के बल पर यह युवा तुर्क आज पार्टी की बडे कार्यक्रम का हिस्सा बनता नजर आ रहा है। इस युवा तरूणाई को भाजपा ने अंबिकापुर से विधायक का चुनाव टीएस सिंहदेव जैसे दिग्गज नेता के खिलाफ लड़ाया था जिसमें पहले चुनाव में उसने टीएस सिंहदेव को कड़ी टक्क्र दी । चुनाव में हार भले ही मिली लेकिन उसके द्वारा तब से लेकर आज तक पार्टी के द्वारा दी जा रही जिम्मेदारियां ईमानदारी पूर्वक निभाई जा रही हैं। पार्टी के प्रति समर्पण भाव को देखते हुए अब यह कयास लगाया जा रहा है कि अनुराग सिंहदेव जैसे दिग्गज नेता को कोरबा लोकसभा से मैदान में उतारा जा सकता है यदि पार्टी इस चेहरे पर दांव खेलती है तो इसका लाभ निश्चित ही मिलेगा।


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