बीते 4 साल में कितने का किया भुगतान
रायपुर,06 फरवरी 2024(ए)। विधानसभा में भाजपा विधायक राजेश मूणत ने जानना चाहा कि प्रदेश में एक जनवरी 2019 से नवंबर 2023 तक हेलीकॉप्टर, और विमान के लिए कुल कितना भुगतान किया गया है? इसके जवाब में सीएम साय ने बताया कि सरकारी यात्रा, और दौरे के लिए निजी हेलीकॉप्टर व विमान निजी कंपनियों से किराए पर लिए गए थे। प्रदेश में सरकार ने निजी हेलीकॉप्टर, और विमान के किराए पर करीब पौने तीन सौ करोड़ रूपये खर्च किए हैं।
उन्होंने बताया कि कंपनियों को निजी हेलीकॉप्टर किराए के रूप में 190 करोड़ 61 लाख 93 हजार से अधिक भुगतान किया गया। जबकि निजी विमानन कंपनियों को किराए के रूप में 73 करोड़ 65 लाख 54 हजार से अधिक का भुगतान किया गया। कुल मिलाकर 264 करोड़ 27 लाख 48 हजार से अधिक का भुगतान किया गया है।
टेंडर से तय होता है किराया
सीएम ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर टेंडर के माध्यम से आमंत्रित किराया दर की स्वीकृति के आधार पर निजी हेलीकॉप्टर और विमान सेवा के लिए राशि का भुगतान किया गया।
दुर्घटनाग्रस्त हेलीकाप्टर में खर्च हुए करोड़ों
गौरतलब है कि रमन सरकार ने अगुस्ता हेलीकॉप्टर करीब 29 करोड़ में खरीदा था। साल भर पहले यह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद से हेलीकॉप्टर किराए पर लिया जा रहा था। यही नहीं, हेलीकॉप्टर की मरम्मत पर ही 19 करोड़ 62 लाख 33 हजार से अधिक भुगतान किया गया। इसी तरह सरकारी विमान की मरम्मत पर 14 करोड़ 76 लाख 15 हजार से अधिक खर्च किए गए।
हेलीकॉप्टर पर किराये का वर्षवार भुगतान
वर्ष-2019 में 6 कंपनियों से हेलीकॉप्टर किराए पर लिए गए थे। उन्हें 14 करोड़ 88 लाख 17 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
वर्ष-2020 में 2 कंपनियों से हेलीकॉप्टर किराए पर लिए गए थे, उन्हें 10 करोड़ 54 लाख 81 हजार से अधिक भुगतान किया गया।
सत्तापक्ष एमएलए कौशिक ने अपने ही खाद्य मंत्री को पीडीएस घोटाले में घेरा
मंत्री दयालदास बघेल ने कहा-विधानसभा समिति करेंगी जांच
छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रश्नकाल में पीडीएस दुकानों की जांच का मामला उठा। सत्ता पक्ष से एमएलए धरमलाल कौशिक ने अपने ही खाद्यमंत्री को सदन में घेरा। विधायक धरमलाल कौशिक ने पीडीएस दुकानों की जांच का मुद्दा उठाया और पिछले कार्यकाल में हुए खाद्यन्न की अफरा-तफरी की जांच की मांग की। खाद्य मंत्री दायाल दास बघेल ने पिछले कार्यकाल में हुए 216 करोड़ के घोटाले की बात मानी और इसकी जांच कराने का आश्वासन दिया। वहीं सत्तापक्ष की ओर से भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक, अजय चंद्राकर, राजेश मूणत ने भी पीडीएस में हुई गड़बड़ी को लेकर खाद्य मंत्री को घेरा। वहीं इन विधायकों ने पीडीएस दुकान संचालकों की जांच के साथ कड़ी कार्रवाई की मांग की। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने पीडीएस में हुए 216 करोड़ के घोटाले की जांच, पीडीएस दुकान संचालकों की जांच सहित कई मंगों को स्वीकारा और जांच करने की सहमति दी। इन सभी मांगों की जांच विधानसभा समिति करेंगी।
सदन में डॉ.रमन सिंह ने क्यों कहा
महंत से…इस उम्र में भी रोमांटिक हैं आपशेरों-शायरी से विधानसभा हो गया गुलजार
छत्तीसगढ़ में नई सरकार के आने के बाद विधानसभा में पहले बजट सत्र की शुरुआत मंगलवार को शेरो-शायरी से हुई। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के सुनाए शेर से विधानसभा गुलजार हो गया। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी कह उठे कि इस उम्र में भी आप रोमांटिक हैं, यह अच्छी बात है।
विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को प्रश्नकाल की शुरुआत में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से शेर अर्ज करने की इजाजत मांगी। अध्यक्ष ने कहा कि आज आपने शेरो-शायरी से शुरुआत की है, पांच साल ऐसा ही चलता रहे। नेता-प्रतिपक्ष ने इस पर अपनी सहमति जताते हुए शेर सुनाया।
खामोश लम्हे,झुकी हैं पलके,
दिलों में उलफत नई-नई।
अभी तकल्लुफ है गुप्तगू में,
अभी मोहब्बत नई-नई है।।
बहार का आज पहला दिन है,
चलो चमन में घूम में आएं।
फिजा में खुश्बू नई-नई है, गुलो में रंगत नई-नई है।।
डॉ. महंत से शेर सुनने के बाद डॉ. रमन सिंह कह उठे कि आप इस उम्र में भी आप रोमांटिक हैं, यह अच्छी बात है. इसके बाद गुंडरदेही से कांग्रेस विधायक कुंवर सिंह निषाद ने भी शेर सुनाया।
वो जो रास्ते थे वफा के थे,
ये जो मंजिलें हैं सजा की है।
उनका हमसफर कोई और था,
इनका हमनसीब कोई और है।।
विधानसभा के माहौल में आए बदलाव का ही असर रहा कि मुंगेली से भाजपा के वरिष्ठ विधायक पुन्नूलाल मोहले भी अपने आप को नहीं रोक पाए. उन्होंने ने भी शेरो-शायरी से जवाब दिया।
नई उमंग है,नई जोश है।
आप थोड़े दिल से खामोश हैं,क्यों चुप हैं।।
सदन में उठा पीडीएस में गड़बड़ी का मुद्दा विधानसभा में प्रश्रकाल के दौरान पीडीएस में हुए गड़बड़ी का मुद्दा गरमाया रहा। सदन में विधायक धरमलाल कौशिक ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा किपीडीएस दुकानों मे गड़बड़ी की जांच के संबंध में जांच के निर्देश दिये गये थे। लेकिन इस संदर्भ में कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। जवाब में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि पिछली सरकार में तय समय पर सत्यापन नहीं किया गया था। जिसकी वजह से कार्रवाई में देरी हुई है। जिसके बाद धरमलाल कौशिक और अजय चंद्राकर ने कहा कि आसंदी के निर्देश के बावजूद भौतिक सत्यापन नहीं किया गया, यह गंभीर बात है। भाजपा विधायकों ने इस संबंध में कार्रवाई की मांग की। सत्ता पक्ष के विधायकों की तरफ से जांच की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि आसंदी के निर्देशों का पालन होना चाहिए।
जो भी मंत्री जवाब देने आएं, उन्हें इसकी चिंता करनी चाहिए। जिसके बाद खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि 24 मार्च 2023 तक पीडीएस मामले में जांच करा ली जाएगी। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा इस विषय मे आसंदी से निर्देश थे, लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट नही आई तो यह आसंदी की अवमानना है। इस मामले में कार्रवाई होनी चाहिये। विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा आज पहली बार सवाल-जवाब का दिन है, इसलिए आज कुछ नही कह रहा, लेकिन अगर आसंदी से निर्देश होता है तो उस पर गंभीरता से कार्यवाई होनी चाहिए। धरमलाल कौशिक ने जानकारी मांगी कि, भौतिक सत्यापन का जो निर्देश दिया गया था, उसका अभी मौजूदा स्टेटस क्या है। जिसके बाद खाद्य मंत्री ने कहा कि पीडीएस में अब तक 216.08 करोड़ रुपए की कमी पाई गई है। जिस पर धरमलाल कौशिक ने सवाल पूछा कि पीडीएस 216 करोड़ रुपये की गड़बड़ी अफरातफरी कैसे क्या कारण है.. क्या कार्रवाई करेंगे? खाद्य मंत्री का जवाब वन नेशन, वन राशन कार्ड लागू होने के बाद डाटा भारत सरकार के पास रहता था, जो भी गड़बडिय़ां हुई है उसमें समितियों की नियमित वैठक करके पीडीएस स्टॉक में अनियमितता में संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने माना चावल वितरण में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने सदन में इस बात की घोषणा, कि सरकार सदन की समिति से इस मामले की जांच करायेगी। संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा पीडीएस में हुई गड़बड़ी मामले में सदन की जांच समिति करेगी जांच।
धान खरीदी की तारीख बढ़ाने सदन में हंगामा> विपक्षी विधायकों ने किया वाकआउट…
पूर्व सीएम ने लगाया आरोप-किसानों को नहीं मिला टोकन
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे धान खरीदी का मुद्दा सदन में गूंजा। सत्ता पक्ष की ओर से कहा गया कि 25 जनवरी तक 1 लाख 30 हजार टन से अधिक धान खरीदी हुई । वहीं विपक्षी विधायकों ने जमकर हंगामा किया।कांग्रेस विधायकों ने कहा कि जब हमारी सरकार थी तब इससे ज्यादा धान खरीदी हुई है। इस बार पिछली बार से कम धान खरीदी हुई। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में धान खरीदी हो रही है लेकिन किसानों को टोकन नहीं दिया गया।
कांग्रेस सरकार में धान का रकबा इससे ज्यादा था और इस बार पिछले बार की तुलना में धान का रकबा कम हुआ है। वहीं धान खरीदी की तिथि को बढ़ाए जाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। वहीं सदन में हंगामे के बाद विपक्षी विधायकों ने नारेबाजी की और सदन से वाकआउट कर दिया।