बैकुण्ठपुर,@शासकीय ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ डीपीएम की पत्नी के नर्सिंग कालेज का वार्षिकोत्सव

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रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,30 जनवरी 2024 (घटती-घटना)। कोरिया जिला प्रशासन अब स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर पदस्थ डीपीएम के आगे बेबस और नतमस्तक नजर आ रहा है, डीपीएम द्वारा खुद को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री का खास बतलाया जाता है, जिसका ताजा उदाहरण अभी हाल ही मे देखने को मिला है जिसमे कि डीपीएम ने अपनी पत्नी के नाम पर चला रहे निजी नर्सिंग कॉलेज का वार्षिकोत्सव कार्यक्रम जिला पंचायत के ऑॅडिटोरियम में करा दिया इससे पहले किसी भी निजी संस्था को यहां आयोजन की अनुमति नही थी। लेकिन खुद को स्वास्थ्य मंत्री का रिश्तेदार बतलाने वाले संविदा डीपीएम के पत्नी के नाम पर चल रहे नर्सिंग कॉलेज के लिए ऑॅडिटोरियम उपलध कराया जाना अब चर्चा का विषय बन चुका है। प्रशासन की लाचारी भी स्पष्ट देखने को मिल रही है, नर्सिंग कॉलेज सिर्फ कागजो में डीपीएम की पत्नी के नाम पर है जबकि उसका पूरा संचालन स्वयं डीपीएम के द्वारा किया जाता है, जिस भवन में वह चल रहा है वह भी नियमानुसार कॉलेज के लिए उपयुक्त नही है लेकिन अपने रसूख के बल पर उसका संचालन किया जा रहा है,आयोजन में विधायक बैकुंठपुर,कलेक्टर की धर्मपत्नी समेत अनेक जनप्रतिनिधी,स्वयं जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी समेत कई प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हुए। पूर्व में नर्सिंग कॉलेज संचालन जिस भवन में होता है उसके स्वामी ने खुद आपçा दर्ज कराई है।
जिस नर्सिंग कॉलेज भवन में वार्षिकोत्सव के लिए जगह नही वहां कैसे होता होगा कॉलेज का संचालन,सोचनीय विषय
नर्सिंग कॉलेज का संचालन जिला मुख्यालय के एक निजी भवन को किराये से लेकर किया जा रहा है जो कि मापदंडो के एकदम विपरीत है। चुंकि नर्सिंग कॉलेज संविदा डीपीएम डॉ. प्रिंस जायसवाल की पत्नी के नाम पर है और कर्ताधर्ता भी वहीं है लेकिन डीपीएम की स्वास्थ्य विभाग से लेकर जिला प्रशासन और ऊपर तक इतनी पहुंच है कि वे नियम कानून अपनी जेब मे लेकर चलते हैं। सोचनीय विषय है कि जिस भवन में वार्षिकोत्सव जैसे कार्यक्रम के लिए जगह नही है उसमें नर्सिंग कॉलेज के लिए तय मापदंड कैसे पूरा होता होगा। उक्त भवन सुरक्षा की दृष्टि से भी उपयुक्त नही है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत भी स्पष्ट रूप से दिखलाई दे रही है।
क्या अब हर किसी को मिल सकेगा ऑॅडिटोरियम या फिर रसूखदार के आगे नतमस्तक हुआ जिला प्रशासन?
जिला पंचायत के पीछे स्थित ऑॅडिटोरियम पर पूरा नियंत्रण प्रशासन का है,इससे पहले कभी भी यहां निजी संस्था का आयोजन नही हुआ था,लेकिन इस बार ऐसी क्या मजबूरी थी कि ऑॅडिटोरियम को स्वास्थ्य मंत्री के तथाकथित रिश्तेदार के नर्सिंग कॉलेज के वार्षिकोत्सव के लिए दे दिया गया। यह एक नई परंपरा शुरू की गई है जिसके बाद सवाल उठने लगा है कि क्या किसी भी निजी संस्था को अब आगे कार्यक्रम हेतु ऑॅडिटोरियम उपलध हो जाएगा या फिर रसूखदार डीपीएम से अच्छे संबंधो के कारण ही जिला प्रशासन के मुखिया के ईशारे पर उन्हे इसे उपलध करा दिया गया वैसे डीपीएम और कलेक्टर कोरिया विनय कुमार लंगेह का संबंध इन दिनों कोरिया जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
विधायक बैकुंठपुर समेत पक्ष विपक्ष के नेता हुए शामिल
जिला पंचायत के ऑॅडिटोरियम में संपन्न हुए निजी नर्सिंग कॉलेज के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधायक बैकुंठपुर भैयालाल राजवाड़े समेत विशिष्ट अतिथि सीएमएचओ डॉ.आरएस सेंगर, संस्था के अध्यक्ष संत कुमार जायसवाल,सचिव श्रीमती वंदना जायसवाल,भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल,कांग्रेस नेता योगेश शुक्ला,कलेक्टर की धर्मपत्नी डॉ. एकता लंगेह समेत प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल रहे।
डीपीएम की कार्यशैली से परेशान है स्वास्थ्य अमला
संविदा पर पदस्थ डीपीएम के लिए उनके कर्तव्य निर्धारित हैं लेकिन इससे उलट वे स्वास्थ्य विभाग में कुछ ज्यादा ही दखलंदाजी करते हमेशा नजर आते हैं,इसके पहले भी यहां कई डीपीएम रह चुके हैं लेकिन उनकी कार्यशैली इस प्रकार विवादित कभी भी नही रही। खुद को स्वास्थ्य विभाग का सर्वे सर्वा बतलाने वाले डीपीएम ने विभाग की ऐसी दुर्दशा कर दी है कि पूरा स्वास्थ्य अमला इन दिनों परेशान है,खुद विभाग के मुखिया डॉ. सेंगर डीपीएम के ईशारे पर चलकर विभाग की किरकिरी करा रहे हैं। आलम यह है कि पिछले दिनों सीएमएचओ एवं डीपीएम की शिकायत जिला चिकित्सालय के डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्री से की है जिसके बाद डीपीएम के बचाव मुद्रा में कलेक्टर ने डॉक्टरों की बैठक भी ली जिसका कोई हल नही निकला। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि डीपीएम स्वास्थ्य विभाग को अपने हिसाब से चलाना चाह रहे हैं और इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग का अमला परेशान है।
स्वास्थ्य मंत्री का रिश्तेदार बतलाकर दिखा रहे रौब:सूत्र
इस बारे में सूत्रो का कहना है कि डीपीएम डॉ. प्रिंस जायसवाल के द्वारा खुद को स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल का रिश्तेदार बतलाकर खुद को पावरफुल बतलाने की कोशिश की जा रही है,विभाग में कार्यरत सीनियर डॉक्टर भी डीपीएम की कार्यशैली से परेशान है। विभाग में एसईसीएल के सीएसआर मद से सीटी स्केन मशीन खरीदी का मामला भी अभी तक पेंडिंग है जो कि कलेक्टर कोरिया द्वारा डीपीएम के माध्यम से खरीदी कराया गया है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि स्वास्थ्य मंत्री का रिश्तेदार बतलाकर डीपीएम द्वारा लाभ उठाया जा रहा है जिससे कि स्वास्थ्य मंत्री की छवि भी धूमिल हो रही है।


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