- 3 सौ बीजीएल फटे ही नहीं, कैम्प लूटने की थी मंशा
- नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते तो बड़ा नुकसान होता…
बीजापुर,24 जनवरी 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर धर्मावरम कैम्प पर 16 जनवरी को हुए नक्सली हमले में बड़ा खुलासा हुआ है। बताते हैं कि धर्मावरम कैंप पर माओवादियों ने 1000 बीजीएल दागे थे। यह हमला धर्मावरम कैम्प को लूटने की नीयत से किया गया था। तक़रीबन एक हजार बीजीएल दागे थे, इनमें से 3 सौ फटे ही नहीं। अगर नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब हो जाते तो बड़ा नुकसान होता।
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने करीब एक हजार बीजीएल दागे थे। वे जंगली घास से बने विशेष पोशाक पहनकर कैम्प में घुस आए और हमला किया था।
हालांकि, नक्सलियों ने इस हमले में जवानों को मारने और घायल करने का भी दावा किया था, जो झूठ था। इस दौरान तीन नक्सली मारे गए थे यह बात खुद नक्सलियों ने भी स्वीकारी है। वहीं हमले के बाद घटनास्थल से बीजीएल के करीब 300 जिंदा सेल बरामद किया गया था।
कोंडागांव जतरबेड़ा
मार्ग में मिला आईईडी
वहीं बुधवार सुबह करीब 9 बजे कोंडागांव जिले में पुलिसबल ने आईईडी बरामद कर डिफ्यूज कर दिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि, ग्राम बयानार से जतरबेड़ा जाने वाली कच्ची सड़क में आईईडी लगाई गई है। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम, बीडीएस टीम कोंडागांव के साथ मौके पर पहुंची।