बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न का मोदी सरकार का ऐलान
नई दिल्ली,23 जनवरी 2024(ए)। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलेगा, जिसकी घोषणा केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार को की है। उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। भारत रत्न के संबंध में राष्ट्रपति भवन की ओर से बयान जारी कर इसकी जानकारी साझा की गई है। मोदी सरकार की ओर से यह ऐलान ऐसे वक्त किया गया है, जब कर्पूरी ठाकुर की बुधवार को 100 वीं जन्म जयंती होने वाली है।
मोदी ने जननायक को बताया सामाजिक न्याय का प्रतीक
भारत रत्न की घोषणा के बाद पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने सामाजिक न्याय के प्रतीक महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है और वह भी ऐसे समय में जब हम उनकी जन्म शताब्दी मना रहे हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह प्रतिष्ठित सम्मान हाशिये पर खड़े लोगों के लिए समानता और सशक्तिकरण के समर्थक के रूप में उनके स्थायी प्रयासों का एक प्रमाण है। पीएम मोदी ने लिखा कि दलितों के उत्थान के लिए उनकी अटूट प्रतिबद्धता और उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने पर एक अमिट छाप छोड़ी है। यह पुरस्कार ना केवल उनके उल्लेखनीय योगदान का सम्मान करता है बल्कि हमें एक अधिक न्यायपूर्ण और न्यायसंगत समाज बनाने के उनके मिशन को जारी रखने के लिए भी प्रेरित करता है।
जेडीयू ने की थी ये मांग
बता दें कि सोमवार को ही जदयू ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग की थी। केसी त्यागी ने कहा था कि कर्पूरी ठाकुर जननायक थे और उन्होंने समाज के लिए बहुत से काम किए। त्यागी ने कहा था कि कोई जननायक यूं ही नहीं बन जाता। उन्होंने कहा, कर्पूरी ठाकुर ईमानदारी, सादगी और उच्च राजनीतिक मूल्यों के अनुकरणीय व्यक्तित्व हैं। उनका पूरा जीवन समाज के आखिरी व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की फिक्र में गुजर गया।
कभी चुनाव नहीं हारे कर्पूरी ठाकुर
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाना जाता था। वे बिहार में एक बार उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहे चुके थे। दशकों तक विधायक रहने वाले कर्पूरी ठाकुर कभी चुनाव नहीं हारे। 1952 की पहली विधानसभा में चुनाव जीतने के बाद वे बिहार विधानसभा का कभी भी चुनाव नहीं हारे।
सबसे पहले बिहार में लागू की थी शराबबंदी
24 जनवरी 1924 को समस्तीपुर में जन्मे कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। हालांकि वो एक भी बार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। बता दें कि बिहार में उन्होंने ही सबसे पहले शराबबंदी लागू की थी। मालूम हो कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की ओर से कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की मांग सोमवार को ही की गई थी। इस ऐलान के बाद अब जेडीयू की तरफ से मोदी सरकार का आभार जताया गया है।
वर्षों की तपस्या का मिला फल
कर्पूरी ठाकुर के पुत्र रामनाथ ठाकुर ने कहा कि 36 साल की तपस्या का फल हमें मिला है। मैं अपने परिवार और बिहार की जनता की तरफ से केंद्र सरकार को धन्यवाद देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर खुशी जाहिर की है।