- समाज के लोगो ने घटिया निर्माण की वजह बताया इंजीनियर को
- स्वर्णकार समाज का भवन का था विभागीय पर विभाग ने ठेकेदार को सौंप कर निर्माण करवा रहे गुणवत्ता विहिन
- पूर्व सरकार ने स्वीकृत किया था स्वर्णकार समाज का भवन, निर्माण में ठेकेदार की खूब चल रही मनमानी
- एजेंसी बना आरईएस ठेकेदार के आगे नतमस्तक, भवन निर्माण में जमकर हो रही अनिमियता
- भवन निरीक्षण करने गये इंजीनियर के सामने टूट गिरा छज्जा
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर/ पटना,16 जनवरी 2024 (घटती-घटना)। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में पटना में पहुंचे पूर्व सीएम ने स्वर्णकार भवन के लिये 15 लाख की स्वीकृति प्रदान की थी जहां विगत छः महीनो से भवन निर्माणधीन है। शनिवार को ग्रामिण यांत्रिकी विभाग के इंजिनियर भवन मे चल रहे कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे जहां उनके सामने ही निर्माणाधीन भवन का छज्जा भरभरा के गिर गया। भवन निर्माण का एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी विभाग था पर ठेकेदार के मार्फत भवन बनवाया जा रहा है। जो विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार की सांठगांठ के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
स्वर्ण समाज के पदाधिकारी शंकर सोनी, पूर्व भाजपा अध्यक्ष जवाहर गुप्ता, समाज सेवी अरविंद सिंह के साथ भाजपा नेता राजेष गुप्ता ने इंजिनियर के सामने टूटे छज्जा का निरीक्षण करने पहुंचे। जहां सोनार समाज के अध्यक्ष शंकर सोनी ने बताया कि 15 लाख के लागत से बन रहे स्वर्णकार समाज का यह भवन पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया है। भवन का सिर्फ ढांचा खड़ा हो गया है और ठेकेदार द्वारा छत ढालने की पूर्ण स्थिति में है। इस भवन में होने वाले कार्य इतने घटिया स्तर के है जहां 40 एमएम गिट्टी से लेकर 20 एमएम गिट्टी की मलिटी बेहद घटिया किस्म की नजर आ रही है। मिट्टी मिला रेता से निर्माण हो रहे भवन का सिर्फ ढांचा खड़ा किया जा रहा है पर कब गिर जाये इसकी कोई गारंटी नहीं। भवन में सरिया का होने वाले उपयोग मानक मापदण्ड से बिलकुल अलग है। अब तक हुये निर्माण पर आज तक पानी से एक बार भी तराई नहीं हुआ है, सेफटी टेंक की गहराई 5 फिट के लगभग होगी। आरईएस विभाग के इंजिनियर द्वारा लगातार निगरानी में ठेकेदार द्वारा बेहद ही घटिया स्तर का कार्य कराया जा रह है।
पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने जतायी नाराजगी
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जवाहर लाल गुप्ता जब भवन को देखने पहुंचे तो वहां पर हो रहे कार्य को देखकर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि ठेकेदार द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है वहीं इसकी निगरानी रखने वाले विभाग की लापरवाही का भेंट चढ़ गया यह भवन। निर्माणाधीन भवन का ढांचा बनकर तैयार है और छत ढलने की तैयारी में है वहीं इसमें उपयोग होने वाले 20 एमएम गिट्टी के जगह जीरा गिट्टी की प्रचुर मिलावट है। सेट्रींग हुये छत में छड़ की आपस दूरी मापदण्ड से बिलकूल भिन्न है साथ ही यह भवन बन तो रहा है पर कब गिर जायेगा यह इंजिनियर भी नही बता पायेगा।
ठेकेदार भवन के नाम पर सिर्फ कर रहे ढांचा खड़ा
ग्रामिण यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से मिलकर ठेकेदार खूब लिपापोती कर रहे है। एक तरह से यह बनने वाला भवन बिलकूल सुरक्षित नहीं विभाग के अधिकारी, इंजिनियर को आकर इसे देखनी चाहिए। इस भवन में उपयोग होने वाले मटेरियल बेहद घटिया मलिटी के है। ठेकेदार द्वारा किये जा रहे घटिया निर्माण में पूरे विभाग मौन है यह समझ के परे है।
जायेंगे विधायक के पास
भाजपा नेता राजेष गुप्ता ने बताया कि ठेकेदार और विभाग के मनमानी का भेंट चढ़ गया यह भवन जिसकी षिकायत के लिये हमारे क्षेत्र के विधायक भईयालाल से षिकायत करने के लिये पूरे स्वर्णकार समाज के लोगों ने कहा कि इसकी शिकायत विधायक से करेंगे और हो मनमानी की भरपाई ठेकेदार से वसुल की जायेगी।