- फरियादियों को अपने विधायक से मिलने के लिए नहीं पड़ता है किसी के सामने गिड़गिड़ाना
- 75 की उम्र में भी अपनी जनता का काम करने से नहीं कतराते बैकुंठपुर विधायक भईयालाल राजवाड़े,आज भी पूरे उत्साह से सुनते हैं फरियाद…करते हैं निराकरण
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,14 जनवरी 2024 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के साथ बैकुंठपुर विधानसभा के विधायक को भी जनता ने बदल दिया और अब विधायक कोई और नहीं दो बार पूर्व में भी विधायक रह चुके भईयालाल राजवाड़े हैं जो अपने पुराने ही ढंग से जनता के लिए सरल व सहज बने हुए हैं यही वजह है कि उनके विधायक बनते ही फिर से फरियादियों की भीड़ सुबह से ही उनके घर के सामने पहुंच जाती है और भइयालाल राजवाड़े सभी की फरियाद सुनते भी हैं और उनके अनुसार काम भी करना चाहते हैं। बैकुंठपुर विधायक भईयालाल राजवाड़े के पास पहुंचने के लिए फरियादियों को किसी ब्रेकर की जरूरत नहीं पड़ती सीधे पहुंच पाने में वह सक्षम हो जाते हैं भईयालाल राजवाड़े से फरियादियों को मिलने के लिए उनके प्रतिनिधि या फिर अन्य लोगों का सामना नहीं करना पड़ता ऐसा पहले भी था और ऐसा आज भी है यही वजह है कि फरियादी यहां पर बड़ी आसानी से अपने विधायक से मिल लेते हैं जो पूर्व विधायक कांग्रेस की के कार्यकाल में नहीं देखने को मिला फरियादी जब अपनी फरियाद सुनाकर आते हैं तो यह भी बताते हैं की बड़ी आत्मीयता से उनके विधायक उनकी बात सुनते हैं और उनके काम को करने का प्रयास करते हैं।
75 वर्ष की उम्र में देर रात तक वहीं अल सुबह से वह घिर जाते हैं फरियादियों से, करते हैं जबरदस्त मेहनत
भईयालाल राजवाड़े देर रात तक जहां फरियादियों की फरियाद सुनते हैं वहीं वह अल सुबह से फिर फरियाद सुनने लगते हैं,75 वर्ष की उम्र में वह जिस तरह जनता के समस्याओं के लिए मेहनत कर रहे हैं उसे देखकर कहा जा सकता है की वह अपने क्षेत्र की जनता का ऋण चुकाने का कोई मौका जाने नहीं देना चाहते। फरियादियों को उनसे काफी उम्मीद भी रहती है जिसमे वह खरा भी लगातार उतरते हैं।
सुबह होते ही लगती है भीड़,दिन जैसे-जैसे आगे बढ़ता है भीड़ भी बढ़ती है
बैकुंठपुर विधायक भईयालाल राजवाड़े के घर पर सुबह से ही भीड़ पहले जैसे फरियादियों की लगानी लगी है। जैसे जैसे दिन बढ़ता जाता है भीड़ बढ़ती जाती है। सुबह जैसे ही बैकुंठपुर विधायक भईयालाल राजवाड़े सोकर उठते हैं वैसे ही वह फरियाद सुनने भीड़ जाते हैं वहीं जबतक वह घर पर मौजूद रहते हैं वह फरियाद सुनने ही रहते हैं। फरियादियों के अनुसार भईयालाल राजवाड़े से मिलने के लिए यह नहीं देखना पड़ता की वह सोकर बिस्तर से उठ भी पाए हैं की नहीं अधिकांश फरियादी उनसे उनके शयन कक्ष में ही मिलकर फरियाद सुना आते हैं वहीं निराकरण भी उन्हे मिल जाता है।
भईयालाल राजवाड़े से मिलने के लिए नहीं लेनी पड़ती किसी से अनुमति, सीधे मिल सकते हैं फरियादी
भईयालाल राजवाड़े से मिलने के लिए किसी से अनुमति नहीं लेनी पड़ती वहीं सीधे उनसे फरियादी मिल पाते हैं ऐसा भी फरियादियों का कहना है।फरियादियों की माने तो भईयालाल राजवाड़े के घर पहुंचने पर केवल यह पता करना होता है की वह सोकर उठ चुके हैं सुबह यदि फरियादी जल्द पहुंचे हैं तो वहीं वह सोकर उठते ही सीधे लोगों से मिलने लगते हैं और सभी की समस्याओं का निराकरण करने लगते हैं।
पूर्व विधायक बैकुंठपुर से मिलने में फरियादियों को होती थी कठिनाई,कई माध्यमों से गुजर कर मिल पाते थे फरियादी
वैसे अब पूर्व विधायक की भी चर्चा इसी तारतम्य में होने लगी है,लोगों का कहना है की पूर्व विधायक के सामने जाने से फरियादी कतराते थे क्योंकि पहले उन्हे कई माध्यमों से गुजरना पड़ता था वहीं जब उन्हे मिलने का मौका भी मिलता था तो उनके आवेदनों का परीक्षण होता था तब विधायक उचित अनुचित मानकर निराकरण का प्रयास करती थीं अन्यथा उन्हे ऐसे ही बिना सुनवाई लौट जाना पड़ता था।
भईयालाल राजवाड़े हर फरियादी की मदद के लिए करते हैं प्रयास,किसी को नहीं करते निराश
भईयालाल राजवाड़े को लेकर फरियादियों का कहना है की वह किसी फरियादी को निराश नहीं करते हैं। हर किसी की समस्या को सुनकर उसके निराकरण का वह प्रयास करते हैं। जिन मामलों में कोई तकनीकी दिक्कत हो भी तब भी वह फरियादी को संतुष्ट करते हैं तभी वापस भेजते हैं।