मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत 400 जोड़ों को देंगे आशीर्वाद
बलरामपुर,13 जनवरी 2024 (घटती-घटना)। तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय करेंगे। मुख्यमंत्री श्री साय तातापानी महोत्सव में सम्पन्न होने वाले मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह योजनान्तर्गत 400 जोडांे के विवाह समारोह में सम्मिलित होंगे तथा नव दंपतियों को आशीर्वाद भी देंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता आदिम जाति विकास, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास व कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम करेंगे।
गौरतलब है कि धार्मिक मान्यताओं व भूमिगत गर्म जल स्त्रोत के नाम से प्रसिद्ध तातापानी में प्रत्येक वर्ष की भांति मकर संक्रांति पर्व पर वृहद मेला लगता है, जहां जिले के पड़ोसी राज्यों झारखण्ड, मध्यप्रदेश, उारप्रदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं, और यही वजह है कि तातापानी को पर्यटन के मानचित्र में पहचान दिलाने जिला प्रशासन के द्वारा तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष तातापानी महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री विभिन्न शासकीय योजनाओं पर आधारित विकास कार्यों की स्टॉल के माध्यम से लगायी गयी प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। महोत्सव के प्रथम दिवस 14 जनवरी को स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सामरी विधायक उद्धेश्वरी पैकरा, प्रतापपुर विधायक शकुन्तला पोर्ते, जिला पंचायत की अध्यक्ष सुश्री निशा नेताम, जनपद अध्यक्ष बलरामपुर विनय पैकरा, जनपद अध्यक्ष रामचन्द्रपुर शारदा देवी सिंह एवं तातापानी की सरपंच प्रतिमा मिंज उपस्थित रहेंगे।
तातापानी महोत्सव में सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंधित
सिंगल यूज प्लास्टिक का नहीं किया जाएगा उपयोग
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गर्म जल स्रोत तातापानी में मकर संक्रांति महापर्व का विशाल आयोजन किया जा रहा है। आयोजन में परिसर को स्वच्छ रखने हेतु कलेक्टर रिमिजियुस एक्का के मार्गदर्शन में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की ओर से सभी मेला व्यवसायियों से यह आग्रह किया जा रहा है,कि दुकानों पर सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग प्रतिबंध रखें तथा ग्राहकों को प्लास्टिक की थैलियां में समान विक्रय न करने को कहा है। साथ ही आम जनमानस से यह विनम्र अपील भी की गई है कि दर्शनीय स्थल तातापानी को स्वच्छ एवं प्राकृतिक रूप से सुंदर बनाए रखने के लिए मेला परिसर कार्यक्रम स्थल में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। खाने-पीने वाली दुकानों पर अनिवार्य रूप से डस्टबिन की उपलधता सुनिश्चित करे। दोना-पाल को इधर-उधर न फेंके इसके लिए न स्वयं गंदगी करें और न करने दे की अपील की जा रही है। जागरूकता हेतु मेला प्रांगण में सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध हेतु अपील भी लिखवाई गई हैं जिससे आयोजित मेले में आने वाले समस्त दर्शनार्थ जागरूक होंगे कार्यक्रम स्थल को स्वच्छ बनाने में सहयोग प्रदान करेंगे। सिंगल यूज प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन हेतु प्रबंधन इकाई का भी प्रावधान है, जिसके माध्यम से जिले की विभिन्न ग्राम पंचायत से निकलने वाले सिंगल यूज प्लास्टिक को स्वच्छ ग्राहियों के माध्यम से एकत्रित करके इस प्रबंधन इकाई तक लाया जाएगा। प्रबंधन इकाई में प्लास्टिक का उचित प्रबंधन कर रिसोर्स के रूप में उपयोग किया जाएगा जिससे प्राकृतिक रूप से स्वच्छ परिवेश निर्मित होगा गंदगी का अंबार हटेगा। दूसरी ओर अतिरिक्त आय का स्रोत बनेगा। जिला समन्वयक राजेश जैन ने बताया इस बार मेले से निकलने वाले प्लास्टिक अपशिष्ट को नहीं जलाया जायेगा। बल्कि स्वच्छता ग्राहियों के माध्यम से प्रतिदिन संग्रहित कर प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई में पृथक्करण कर संसाधन के रूप में अपनाया जाएगा।