खाद्य विभाग से हुई मामले की शिकायत
अम्बिकापुर,29 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। सरगुजा जिले में राशन दुकानदारों के द्वारा राशन लेने वाले हितग्राहियों के राशन पर किस प्रकार डाका डाला जा रहा है इसका पता एक हितग्राही के साथ पिछले चार साल से राशन दुकानदार द्वारा की जा रही ठगी से चल जाता है जिसमें 35 किलो चावल प्राप्त करने हेतु पात्र महिला हितग्राही को बीते 4 सालों से स्वयं सहायता समूह के द्वारा चलाए जा रहे राशन दुकान से सिर्फ 10 किलो चावल दिया जा रहा था। 4 सालों बाद दूसरे राशन दुकान से राशन उठाने पर महिला को उसके कार्ड में 35 किलो चावल मिलने की बात पता चली, जिसके बाद महिला ने इसकी शिकायत खाद्य अधिकारी से की है।
यह मामला किसी दूर दराज के ग्रामीण इलाके का नहीं बल्कि सरगुजा जिला मुख्यालय अंबिकापुर का है, जहां शहर के नवागढ़ में रहने वाली हितग्राही डौली चौधरी को लरंगसाय स्वयं सहायता समूह घुटरापारा के द्वारा नवागढ़ में संचालित राशन दुकान से पिछले चार वर्षो से उसके कार्ड पर 10 किलो चावल प्रदान किया जा रहा था। हितग्राही के पास अंत्योदय का कार्ड है जिसपर वह 35 किलो चावल प्राप्त करने की अधिकारी थी।
हाल ही में जब महिला ने उक्त वार्ड से दूसरे वार्ड में किराये का घर लिया और पास के अन्य राशन दुकान में खाद्यान्न का उठाव करने के लिए पहुंची तो दूसरे राशन दुकान संचालक ने महिला को पूरे 35 किलो चावल प्रदान किये। इसपर हैरान महिला ने इस संबंध में दुकान संचालक से जानकारी ली जिसपर संचालक ने उसे बताया कि उसके कार्ड पर 35 किलो चावल प्राप्त करने की पात्रता है।
इसपर हतप्रभ महिला पुनः उस दुकान पर गई जहां पर उसे अब तक 10 किलो चावल प्रदान किया जा रहा था वहां डॉली चौधरी द्वारा जब दुकान संचालक से पिछले 4 वर्षों से 10 किलो ही चावल देने पर सवाल किया गया तो संचालक ने उसे पुनः 10 किलो चावल मिलने की ही बात कही और दूसरे दुकान से 35 किलो चावल प्रदाय की राशन कार्ड में हुई इंट्री को भी मात्रा के स्थान पर क्रमांक बताकर महिला को वापस भेज दिया।
4 वर्षों से ठगी का शिकार हो रही महिला ने इसकी शिकायत जिला खाद्य अधिकारी के कार्यालय में पहुंचकर की है। जिसपर महिला खाद्य निरीक्षक ने उसे आश्वासन दिया था परन्तु मामले में कोई कार्यवाही नहीं होने पर आज पुनः महिला ने खाद्य विभाग पहुंचकर मामले की शिकायत की। इस मामले मंे सहायक खाद्य अधिकारी ने शिकायत मिलने तथा खाद्य निरीक्षक द्वारा अब तक जांच रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करने का हवाला देकर जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्यवाही करने की बात कही है।