- खड़गंवा में चल रहा है राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का प्राथमिक वर्ग…घर छोड़ सात दिवस के लिए शामिल होने पहुंचे खड़गवां सरस्वती शिशु मंदिर
- ऐसा क्या हुआ कि कांग्रेस के लिए जी जान से काम करने वाला कार्यकर्ता अब सत्ता सुख भोगने भाजपा के संपर्क में
- पिछले दिनो एक मध्यस्थ ने विधायक भईयालाल राजवाड़े से भी कराई थी मुलाकात
- क्या सत्ता बदलते ही कई कांग्रेसी भाजपा खेमें में कर सकते हैं प्रवेश?…भाजपा के लिए सुखद पर कांग्रेस के लिए परेशानी बढ़ी
-रवि सिंह –
कोरिया 25 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। ऐसा क्या हुआ कि 2023 में संपन्न हुए विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस के लिए जी जान से काम करने वाला एक युवा कार्यकर्ता का सत्ता बदलते ही रंग बदलता गया? अब सवाल यह है कि कांग्रेस से मोह भंग हो गया है या फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचार ने उसके मन को बदल दिया है? या सत्ता का सुख भोगने के लिए वह भाजपा के नेताओं से संपर्क कर रहा है? तो वहीं इन दिनों वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शरण में पहुंच गया है, 3 दिसंबर को प्रदेश से कांग्रेस की विदाई होते ही यह कांग्रेसी कार्यकर्ता भाजपाईयो से संपर्क करने लगा था,साथ ही एक मध्यस्थ ने पिछले दिनों युवा कार्यकर्ता की मुलाकात विधायक भईयालाल राजवाड़े से भी कराई है,युवा कार्यकर्ता भरतपुर सोनहत के पूर्व विधायक गुलाब कमरो एवं बैकुंठपुर विधायक अंबिका सिंहदेव का भी प्रबल समर्थक माना जाता था।
वैसे यहां जिस युवा कार्यकर्ता की बात हो रही है वह बीच में ही अपनी पार्टी के सभी पदों की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया चुका था इस्तीफा भले ही स्वीकार न हुआ हो पर इनका मोह कांग्रेस के प्रति बना हुआ था पर अचानक 3 दिसंबर के परिणाम के बाद इनका विचार भी बदलता दिख रहा, अब सवाल यह है कि इनका कांग्रेस के प्रति मोह भंग हो चुका है और भाजपा के प्रति इनका झुकाव दिखने लगा है अब यह झुकाव दिल से है या फिर समय के साथ बदला बदला है यह तो समय के गर्भ की बात है? पर यदि सही में विचार बदल गया है और संघ व भाजपा से जुड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं तो फिर यह भाजपा के लिए सही है पर वहीं कांग्रेस के लिए दुखद है ,यदि ऐसे ही कांग्रेस में छटनी होती रही तो भाजपा समुद्र बनती जायेगी और कांग्रेस सिकुड़ती जाएगी। वैसे युवा कार्यकर्ता ने घर द्वार छोड़कर साथ दिवसीय आर एस एस के शिविर में जाना उचित समझा है जहां इस फैसले की बहुत जगह तारीफ हो रही है तो आलोचना भी हो रही है आलोचना इनके विरोधियों के द्वारा की जा रही है पर वही यदि पार्टी व अन्य दृष्टि देखे तो इसे हृदय परिवर्तन माना जा रहा है।
कांग्रेस के लिए किया था भरपूर मेहनत
प्रदेश से कांग्रेस सरकार की विदाई होते ही पाला बदलने को तैयार यह कांग्रेस का युवा कार्यकर्ता नीलेश पांडेय है जो कि पटना क्षेत्र में कांग्रेस की मजबूती के लिए काम कर रहा था,वह काफी समय से कांग्रेस से जुड़ा है,बीच में उसने राजनीति से त्यागपत्र देने की बात कहकर पार्टी से दूरी भी बना ली थी किंतु कुछ समय बाद ही पुनःपार्टी में सक्रिय हो गया। उसके द्वारा पटना रनई क्षेत्र में काम किया जा रहा था। यह युवा कार्यकर्ता रायपुर से लेकर कोरिया तक कांग्रेस के विभिन्न कार्यक्रम में सक्रिय रहता था। बतलाया जाता है कि संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेसी कार्यकर्ता के रूप में नीलेश पांडेय के द्वारा आमसभा से लेकर हर चुनावी मंच में कांग्रेस के लिए वोट मांगा जा रहा था,उसने चुनाव में पूरी मेहनत किया था। वरिष्ठ कांग्रेसियों को पीछे छोड़ते हुए उसके द्वारा काफी मेहनत किया गया था। मतदान के बाद भी उसके द्वारा अंबिका सिंहदेव के जीत के दावे सोशल मीडिया मे किये जा रहे थे। लेकिन चुनाव परिणाम विपरीत आने के बाद उसके द्वारा एक चाल के तहत पार्टी छोड़कर भाजपा में जाने की कोशिश की जा रही है,जाहिर सी बात है कि ऐसे सत्ता के साथी लोगो से पार्टी कार्यकर्ताओ में निराशा देखने को मिलती है,कई भाजपाईयो का कहना है कि चुनाव में उसने पूरी उर्जा के साथ भाजपा को हराने का काम किया है,नेताओं से लेकर पार्टी के बारे में भी अपशब्दों का प्रयोग किया गया यहीं नही भाजपाईयो को उसके द्वारा ललकारा भी जाता रहा है। लेकिन अब सत्ता का फायदा लेने और स्वार्थ सिद्व करने के लिए उसके द्वारा पाला बदलने की बात कही जा रही है जिसका विरोध किया जाएगा। कार्यकर्ताओ का कहना है कि हमने पूरे पांच वर्ष स्थानीय विधायक और कांग्रेस सरकार का दंश झेला है और जो कार्यकर्ता कांग्रेस सरकार में मजा मार रहा था वहीं अब सत्ता बदलते ही पाला बदलना चाह रहा है जो कि बर्दाश्त नही किया जाएगा।
सोशल मीडिया से गायब किया कई पोस्ट
नीलेश पांडेय एक शातिर युवा कार्यकर्ता बतलाया जाता है उसके द्वारा अपने सोशल मीडिया में कांग्रेस के पक्ष में लगातार प्रचार प्रसार किया जा रहा था स्थानीय विधायक रहीं अंबिका सिंहदेव के पक्ष में भी लगातार कैंपेनिंग चलाइ जा रही थी लेकिन सत्ता बदलते ही उसने अपना रंग बदल दिया है यहीं कारण है कि अब उसके सोशल मीडिया पोस्ट पर नजर डाली जाए तो कांग्रेस से संबंधित सारे पोस्ट उसके द्वारा हटा दिये गए हैं।
भाजपा में आने की आस,पहुंचा संघ के प्रशिक्षण वर्ग में
जैसा कि जनचर्चा है वह कट्टर कांग्रेसी युवा कार्यकर्ता प्रदेश में सरकार बदलते ही भाजपा प्रवेश की राह पर है,स्वार्थ सिद्व करने के लिए उसके द्वारा भाजपाई बनने की कोशिश की जा रही है। और इन दिनो वह आरएसएस की शरण में है। सूत्रो ने बतलाया कि इन दिनो खड़गंवा में आरएसएस का सात दिवसीय प्राथमिक प्रशिक्षण वर्ग चल रहा है,जिसमें यह युवा कार्यकर्ता भी शामिल हो रहा है,प्रशिक्षण वर्ग पूरी तरीके से आवासीय है और वह इसका हिस्सा बना हुआ है। युवा कार्यकर्ता सत्ता बदलते ही संघ के माध्यम से भाजपा में इंट्री करना चाह रहा है जो कि भाजपाईयो को रास नही आ रहा है। गुलाब कमरो और अंबिका सिंहदेव का गुणगान करने वाला और कांग्रेसी विचारधारा का यह कार्यकर्ता जाहिर सी बात है अपने स्वार्थ सिद्वी के लिए ही संघ और भाजपा में अपनी राह तलाश रहा है वह कहीं से संघ और भाजपा की विचारधारा से मेल नही खाता लेकिन उसके इस चाल से लोग हतप्रभ है। इस बारे में स्थानीय संघ पदाधिकारियो समेत भाजपा के नेताओं को भी विचार करना चाहिए।