प्रतापपुर,@8 करोड रुपए की लागत से बन रही सड़क रातों-रात चढ़ गई भ्रष्टाचार का भेट

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नए सरकार के आते ही जल्दबाजी में रातों रात ठेकेदार द्वारा करा दिया गया गुणवत्ताविहीन सड़क निर्माण कार्य
ठेकेदार व अधिकारी गुणवक्ता का नही रख रहे ध्यान


-सोनू कश्यप-
प्रतापपुर,22 दिसंबर 2023 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ में भाजपा की नई सरकार आ गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सपना है कि उनके प्रदेश में बेहतर से बेहतर सड़कें बने, लेकिन प्रतापपुर क्षेत्र में एक सड़क इतनी घटिया मलिटी की बनी है कि महज बनने के दूसरे दिन में ही उखड़ने लगी है। ठेकेदार व विभाग की मिलीभगत से सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार की हदें पार कर दी गई है। ठेकेदार ने रातों-रात धूल पर ही गिट्टी मिला डामर बिछा दिया। रोड की गुणवत्ता इतनी खराब है कि हाथों से रगड़ने पर ही सड़क उखड़ रही है, जिसका वीडियो भी सामने आया है।
मिली जानकारी के अनुसार विकासखंड प्रतापपुर अंतर्गत 11 नंबर से गोविंदपुर तक करीब 7 किलोमीटर सड़क 8 करोड रुपए से अधिक लागत की पीडब्लूडी विभाग के द्वारा बनाई जा रही है। सड़कों पर मानक के अनुरूप कार्य नहीं हो रहे हैं। सिर्फ विभाग व ठेकेदार द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। जिससे सड़क बनने के दूसरे दिन से ही सड़क उखड़ने लगी है। अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे इस गोलमाल के खेल को जनप्रतिनिधि भी देख रहे हैं फिर भी कोई रोकटोक नहीं कर रहा है। ऐसे में लाखों रुपये सड़क पर उड़ने वाली धूल की तरह उड़कर ठेकेदारों और अधिकारियों की जेबें गर्म हो रहा है। जिस मानक के अनुरूप सड़कें बननी चाहिए उस तरह से कार्य नहीं कराए जा रहे हैं। सड़कों के गड्ढों को पाटने के लिए न उसमें गिट्टी डालकर पैचिग की जा रही है और न ही उन्हें साफ-सुथरा किया जा रहा है। आसपास से कूड़ा इकट्ठा कर उसमें डाल दिया जा रहा है। इसके बाद छोटी गिट्टी और डामर डालकर हल्की परत बिछा दी जा रही है। प्रतापपुर ब्लाक में कई सड़क पी डब्लू डी रामानुजगंज डिविजन जिला बलरामपुर में आते है जिसके कारण कई कार्यों को विभाग के द्वारा नजरंदाज कर दिया जाता है जबकि प्रतापपुर सूरजपुर जिला में आता है।
रातों-रात बना दी गई सड़क,स्थानीय ग्रामीणों ने किया था विरोध
स्थानीय लोगों ने बताया कि ठेकेदार रातों-रात ही सड़क बनाकर भाग निकला। जिससे सड़क उखड़ने लगी है। सड़क निर्माण में इस्तेमाल की गई सामग्री और बनाने का तरीका काफी घटिया स्तर का है हालात ये है कि डामर की ये पक्की सड़क हाथों से ही खुद उखड़ रही है। धूल पर ही गिट्टी और डामर को बिछा दिया गया है, जबकि रात्रि काम के दौरान गुणवत्तापूर्ण कार्य करने ग्रामीणों ने 4 घंटे काम भी रोका था। उसके बाद भी ठेकेदार को कोई असर नहीं पड़ा।
ज्ञात होगी प्रतापपुर विकासखंड में सूरजपुर जिले के अंतर्गत में बन रही सड़क निर्माण का देखरेख वाड्रफनगर बलरामपुर जिला पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा डिविजनल के अनुसार देखरेख की जा रही है वहीं दो दो जिला के बीच में फंसा हुआ यह सड़क अधिकारी एवं ठेकेदार का कमाई कमीशन खोरी का अड्डा बना हुआ है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरकारी पैसे की बंदरबांट की गई है। लोगों ने इसमें अधिकारियों की भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने यह बताया कि सड़क बनाने से पहले डस्ट की अच्छी तरह से सफाई कराई जाती है लेकिन कंप्रेसर का यहां इस्तेमाल तक नहीं हुआ। बजट को खत्म करने की उद्देश्य से रातों-रात घटिया सड़क बना डाली। क्षेत्रवासियों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात कही है।
इस विषय में पीडब्ल्यूडी एसडीओ वाड्राफनगर विजय भारती ने कहा कि गुणवत्ता के लिए जांच कराई जाएगी यदि सड़क खराब बनी होगी तो ठेकेदार के ऊपर कार्यवाही करते हुए पुनः जांच कार्यवाही की जाएगी


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