कोरिया @केंद्र की जल जीवन मिशन योजना का कोरिया जिले में बुरा हाल…पैसा खर्च करने के बावजूद घरों में नहीं पहुंच पानी

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  • कांग्रेस समर्थित ठेकेदार व अधिकारियों ने केंद्र की जल जीवन मिशन योजना को झोंक दिया भ्रष्टाचार की आग में…क्या बीजेपी कराएगी जांच?
  • साल में 52 करोड़ खर्च,पटना तहसील के 52 पंचायतों में पानी नहीं पहुंचा घरों तक,जल जीवन मिशन के पाइप में जानवरों को बांध रहे ग्रामीण।
  • सस्ती व स्तरहीन पाइप बिछाकर ठेकेदार ने कर लिया पूरा काम और चल रहे हैं महंगी महंगी गाड़ियों में।
  • जल जीवन मिशन में काम करने वाले ठेकेदार रोज बदल रहे महंगी महंगी व लग्जरी गाड़ियां क्या इसके पीछे है भ्रष्टाचार वजह?
  • कांग्रेसी विधायक के खास बनकर जल जीवन मिशन में ठेकेदार ने अधिकारियों के संलिप्तता से किया करोड़ का निर्माण…आम जनता के लिए योजना हो गई बेकार।

-रवि सिंह-
कोरिया 15 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। भाजपा की केंद्र सरकार ने हर घर तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य लेकर जल जीवन मिशन की शुरुआत की थी और सारे राज्यों को भरपूर पैसा दिया था कि हर घर तक पानी पहुंच सके पर पैसा आया भी और घरों तक पानी पहुंचाने के लिए खर्च भी हुआ पर लोगों के घर के सामने सिर्फ नलों के खड़े खंभे और टोंटी ही नल की केवल दिख रही है, पानी उसमें एक बूंद नहीं आया इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह है ठेकेदार व संबंधित विभाग के अधिकारियों का भ्रष्टाचार जिन्होंने इस योजना की समीक्षा नहीं की और ना ही इसे चालू करने में दिलचस्पी दिखाई, सिर्फ उनकी दिलचस्पी थी तो इस योजना का भट्ठा बैठाने में जो इन्होंने बखूबी निभाया, अधिकारी व ठेकेदार जमकर भ्रष्टाचार कर पैसा कमाए और अपनी संपत्ति को बढ़ा लिया, यदि ठेकेदारों की माने तो बैकुंठपुर में कई ठेकेदारों  ने ऐसा पैसा कमाया की 5 साल में कई लग्जरी गाड़ियां खरीद ली और रोज गाड़ी बदलकर चलकर अपना रुतबा दिखा रहे हैं कि वह काफी बड़े आदमी बन चुके हैं पर जो निर्माण कार्य को करके वह बड़ा आदमी बन सके उस निर्माण कार्य का इन्होंने सही तरीके से कार्य नहीं किया, अब जब सरकार बदल गई है तो ऐसे ठेकेदार व अधिकारियों पर जांच होने की मांग उठने लगी है, ताकि केंद्र की योजना लोगों के लिए सार्थक हो और उसका लाभ उन्हे मिल सके, पर क्या ऐसा भाजपा सरकार कर पाएगी यह बड़ा सवाल?
मिली जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के पटना तहसील क्षेत्र के 52 पंचायतों में पेयजल के लिए 2 साल में करीब 52 करोड़ से अधिक राशि खर्च की जा चुकी है, बावजूद योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है, जल जीवन मिशन योजना से घर-घर पानी उपलब्ध कराने के लिए पीएचई विभाग ने नल कनेक्शन के लिए पाइप व चबूतरे तो लगा दिए लेकिन सप्लाई लाइन नहीं बिछाई गई. निर्माण के दो साल बाद भी पानी नहीं मिलने से ग्रामीण परेशान हैं, पेयजल व निस्तार के लिए ग्रामीण पुराने स्रोतों पर ही निर्भर हैं, ग्रामीणों का कहना है कि अधूरी पड़ी योजना को लेकर विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं, कोरिया जिले के बैकुंठपुर विकासखण्ड अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पटना सहित आसपास के 52 पंचायतों में ग्रामीणों को हो रही पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए जल जीवन मिशन समेत अन्य योजनाओं के तहत पिछले 2 साल में ओवरहेड पानी टंकी, स्टाम्प पोस्ट, पाईप लाइन विस्तार कार्य के नाम पर 52 करोड़ रुपए से भी अधिक राशि खर्च की गई है, लेकिन घरों के बाहर लगे नल में पानी नहीं पहुंचा, विभागीय लापरवाही से योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल सका है. पंचायतों में पाइप लाइन बिछाने का कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है, लेकिन जगह-जगह नल कनेक्शन के लिए लगे पाइप व चबूतरे का लोग जानवरों के खूंटे की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, पंचायतों में पेयजल आपूर्ति का कार्य शुरू नहीं किया गया जिस वजह से ग्रामीणों को पेयजल के लिए पानी नहीं मिल रहा है, गांवों में पानी की व्यवस्था के लिए ग्रामीणों को पुराने स्रोत, निजी ट्यूबवेल, हैंडपंप व कुआं का उपयोग करना पड़ रहा है।
ठेकेदारों ने ऐसा कौन सा काम किया की रोज लग्जरी कार में वह घूम रहे हैं
ठेकेदार को जिम्मेदारी मिली थी जल जीवन मिशन के तहत अच्छे से काम करके घरों तक पानी पहुंचा दे पर जिम्मेदार अधिकारी व ठेकेदार सिर्फ अपनी जिम्मेदारी को खानी पूर्ति समझकर और पैसे कमाने का सोचकर पूरा कर दिया, यही वजह है कि लोगों के घर तक पानी तो नहीं पहुंचा पर गुणवत्ताविहीन कार्य करके ठेकेदार ने जमकर पैसे अंदर कर लिए और पैसे उन्होंने अंदर कर तो लिए पर पैसे को बचा पाने में भी हुए वह असमर्थ दिखे पैसे को इस कदर खर्च किया की लग्जरी गाड़ी खरीदी और उस लग्जरी गाड़ी में घूमते दिख रहे हैं और लग्जरी गाड़ी एक नहीं तीन-तीन चार चार खरीद लिए यह काम बैकुंठपुर के ठेकेदार का है जिन्होंने खूब जमकर पैसे कमाए और गाड़ी खरीदने में लगे रहे।
टंकी स्टाम्प पोस्ट सिर्फ सफेद हाथी ही साबित हो रहे
ग्राम पंचायत शिवपुर में आंगनबाड़ी केन्द्र के पास ओवरहेड पानी टंकी बना है, पंचायत क्षेत्र के समस्त वार्डों में प्रत्येक ग्रामीण के घरों व सड़क किनारे पानी सप्लाई के लिए स्टाम्प पोस्ट लगाया गया है लेकिन पानी सप्लाई के लिए गांव में पाइप लाइन का विस्तार नहीं किया गया है, बिना पाइप लाइन विस्तार के स्टाम्प पोस्ट तैयार कर केवल दिखावा कर कागजों में काम पूरा बताकर ठेकेदार ने विभागीय मिलीभगत से राशि निकाल ली. ग्रामीण पानी सप्लाई का इंतजार करते थक हार कर अब बनाए गए स्टाम्प पोस्ट में गाय, बैल बांधने के लिए उपयोग करने लगे हैं।
टंकी भी बनी पाइपलाइन भी बिछा पर नहीं पहुंचा पानी
ग्राम पंचायत चिरगुड़ा, कटोरा में भी ओवरहेड पानी टंकी बनाकर गांव के आधे-अधूरे ग्रामीणों के घरों में पाईप लाइन विस्तार कराया गया है लेकिन जिनके घरों तक पाइप लाइन नहीं पहुंचा है वहां भी स्टाम्प पोस्ट तैयार कर दिया गया है. यहां भी ग्रामीण स्टाम्प पोस्ट का उपयोग मवेशी बांधने में कर रहे हैं।
नलों में पानी आने से पहले ही नष्ट हो गए
कई स्थानों के स्टाम्प पोस्ट तो टूट कर नष्ट हो चुके हैं, इसी तरह ग्राम पंचायत छिंदिया, तेंदुआ, डूमरिया, पीपरा, टेंगनी, टेमरी, खोंड़, सावांरावां, करहिया खांड़, बरदिया, कटकोना, मुरमा, अंगा, पूटा, चम्पाझर, डकईपारा, जमगहना, महोरा, अमहर, डबरीपारा, कसरा, तरगंवा, रामपुर, बुड़ार, कुड़ेली सहित क्षेत्र के सभी अन्य पंचायतों में जल जीवन मिशन योजना के तहत 2 साल से निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं और ग्रामीण पानी के इंतजार में हैं।


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