डॉ विनय जायसवाल और बृहस्पत सिंह पर कांग्रेस की बड़ी कार्रवाई
रायपुर,14 दिसम्बर 2023 (ए)। कांग्रेस पार्टी ने डॉ विनय जायसवाल और बृहस्पत सिंह पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया है। दोनों पूर्व विधायकों को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया है।
पूर्व विधायक बृहस्पति सिंह को कांग्रेस की ओर से पहले ही कारण बताओं नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने जवाब देने की जगह में खुद ही टीएस सिंहदेव पर कांग्रेस पार्टी को हराने का ठीकरा फोड़ दिया था। बृहस्पत सिंह ने कुमारी सैलजा पर भी हीरोइन की तरह फोटो खिंचाने और टीएस सिंहदेव को हीरो की तरह प्रमोट कराने का आरोप लगाया था। वहीं विनय जायसवाल ने प्रदेश प्रभारी सचिव चंदन यादव पर दो किस्तों में 7 लाख रुपए टिकट दिलाने के नाम पर लेने का आरोप लगाया था। टीएस सिंहदेव पर यह भी आरोप था कि वे सरगुजा में अपने ही चहेतों को टिकट दिलाने का काम किया था। और अप्रत्यक्षरूप से भाजपा को लाभ पहुंचाने को भी आरोप इन विधायकों ने लगाया था।
ताजा जानकारी के अनुसार कांग्रेस के दोनों निष्कासित पूर्व विधायक भूपेश बघेल से मिलने जा रहे हैं। उनके साथ में 10 और पूर्व विधायक भी हैं। जो भूपेश बघेल से शिकायत करने जा रहे हैं। उनका कहना है कि सच बोलने पर पार्टी से निष्कासन हो रहा है। इसके पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस से को लेकर एक बड़ी खबर आई थी, जिसके अनुसार कांग्रेस के 15 पूर्व विधायकों ने एक गोपनीय बैठक की है। इस का आयोजन पूर्व विधायक डॉ विनय जायसवाल के निवास में किया गया है। कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने कहा कि वे कांग्रेस की सर्वे एजेंसी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराएंगे। विधानसभा चुनाव के लिए कंपनियों ने सर्वे किया था। इसी सर्वे के आधार पर हमारी टिकट कटी थी। कहा जा रहा है कि बैठक के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात के लिए ये विधायक समय की मांग करेंगे। इस बैठक में डॉ. विनय जायसवाल के अलावा पूर्व रूरु्र बृहस्पत सिंह, शिशुपाल सोरी, चंद्रदेव राय, लक्ष्मी ध्रुव, भुनेश्वर बघेल, मोतीलाल देवांगन, गुरुदयाल बंजारे, प्रमोद शर्मा के साथ अन्य पूर्व विधायक मौजूद हैं। ये सभी वे विधायक हैं जिनका इस चुनाव में कांग्रेस ने टिकट काट दिया था। बता दें कि विनय जायसवाल और बृहस्पत सिंह पहले भी कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा, टीएस सिंहदेव और प्रभारी सचिव चंदन यादव पर बड़े आरोप लगा चुके हैं। जिसमें विनय जायसवाल ने प्रभारी सचिव पर टिकट के लिए 7 लाख लेने का भी आरोप लगाया था। वहीं बृहस्पत सिंह ने कांग्रेस की हार के लिए कुमारी सैलजा और टीएस सिंहदेव को जिम्मेदार बताया था।बता दें कि इन विधायकों की संगठन से नाराजगी पहले भी सामने आ चुकी है। इस बैठक के बाद ये विधायक एक राय होकर कांग्रेस नेतृत्व के सामने अपनी बातें रखने की बात कह रहें हैं। उनका कहना है कि राज्य में जिस प्रकार से कांग्रेस की हार हुई है वे अप्रत्याशित है ऐसे में जो इसके लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे। बैठक के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायकों ने कहा कि वे कांग्रेस की सर्वे एजेंसी के खिलाफ स्नढ्ढक्र कराएंगे। विधानसभा चुनाव के लिए कंपनियों ने सर्वे किया था। इसी सर्वे के आधार पर हमारी टिकट कटी थी, सर्वे एजेंसी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कांग्रेस के पूर्व विधायक एफआईआर कराएंगे। अभी समय और तिथि तय नहीं हुआ है। सर्वे एजेंसी की शिकायत कांग्रेस आलाकमान से भी करेंगे।