नई दिल्ली@पीओके हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता

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नई दिल्ली,11 दिसम्बर 2023 (ए)। संसद के शीतकालीन सत्र 2023 का आज छठा दिन है। वहीं, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम बिल को पेश किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने इस विधेयक के पीछे की मंशा को बरकरार रखा है। उन्होंने आगे कहा कि सदन से आज ये विधेयक पारित हो जाएगा और यह जम्मू-कश्मीर और भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।


उन्होंने 370 और 35 ए पर बोलते हुए कहा कि भारत के राष्ट्रपति द्वारा शक्ति का प्रयोग दुर्भावनापूर्ण नहीं है, इसे सुप्रीम कोर्ट ने होल्ड कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने ये भी होल्ड कर दिया है कि धारा-370 समाप्त हो चुकी है, इसलिए जम्मू कश्मीर के संविधान का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है।


उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आज के अपने फैसले में पुष्टि कर दी है कि अनुच्छेद 370 भारतीय संविधान में एक अस्थायी प्रावधान था। उन्होंने आगे कहा कि जो कोई भी यह कहता है कि आर्टीकल 370 स्थायी है, वह संविधान का अपमान कर रहा है।


अमित शाह ने इस दौरान कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रेस की और कहा कि आर्टीकल 370 को गलत तरीके से हटाया गया है।
उन्होंने कहा कि जम्मू में पहले 37 सीट थी, जिसको अब नए डिलिमिटेशन कमीशन ने 43 सीट कर दी है। कश्मीर में 46 सीट थी अब 47 कर दी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में पहले 83 सीट थी, जो अब बढ़ाकर 90 सीट कर दी है और इसको भारत सरकार ने भी मान लिया है। उन्होंने कहा कि गुलाम कश्मीर यानी पीओके ​की 24 सीटों को आरक्षित रखा गया है क्योंकि पीओके हमारा है और इसे हमसे कोई नहीं छीन सकता।


उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 ने जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा दिया और अलगाववाद के कारण आतंकवाद को बढ़ावा मिला। एक गलत फैसला हो सकता है लेकिन जब इतिहास और समय यह साबित कर दे कि वह फैसला गलत है तो राष्ट्रहित की ओर लौटना चाहिए।


उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं अब भी कह रहा हूं कि आप राष्ट्रहित की ओर लौट आओ नहीं तो सदन में आपके चुने गए जितने भी सांसद बचे हैं वह भी नहीं रहेंगे। अगर आप आज भी इस फैसले पर कायम रहना चाहते हैं तो जनता देख रही है। 2024 में मुकाबला होगा और नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे।


उन्होंने कश्मीर को भारत में विलय करने में देरी पर बोलते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि कश्मीर के विलय में इसलिए देरी हुई थी क्योंकि शेख अब्दुल्ला को विशेष स्थान देने का आग्रह था और इस कारण विलय में देरी हुई और पाकिस्तान को आक्रमण करने का मौका मिला। अगर असमय सीजफायर नहीं होता, तो आज पीओके नहीं होता। हमारी सेना जीत रही थी वो भाग रहे थे। जवाहरलाल नेहरू दो दिन और रुक जाते तो पूरा पीओके तिरंगे के तले आ जाता।


छत्तीसगढ़ के नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले को ऐतिहासिक बताया है। सीएम विष्णुदेव ने इस फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ग्रहमंत्री अमित शाह को बधाई भी प्रेषित किया है। कहा कि 5 अगस्त 2019 को भारत की संसद द्वारा लिए गए फैसले को सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरकरार रखा जाना भारत की जीत है। यह जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हमारी बहनों और भाइयों के लिए आशा प्रगति और एकता की एक शानदार घोषणा है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कानूनी फैसला मात्र नहीं है। यह एकजुट भारत के निर्माण के हमारे सामूहिक संकल्प का प्रमाण है। इस विजय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को बधाई -अभिनंदन।


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