- बिलासपुर के एक कांग्रेसी थे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खासमखास,उनका खास बनता फिरता था कोरिया का एक नेता खास।
- क्या दोनो ओर मलाई खाने वालो के सहारा बनेंगे भैयालाल राजवाड़े?
- भाजपाईयों मे दिखने लगा आक्रोश,विजय रैली में भी साथ था सवार जबकि कई भाजपाई नीचे से ही हिला रहे थे हाथ!
- संजय अग्रवाल मामले में भी सामने आया था श्रीवास्तव का नाम।
-रवि सिंह-
कोरिया 05 दिसम्बर 2023 (घटती-घटना)। जिधर बम उधर हम यह कहावत इन दिनों बैकुंठपुर से एक बार पुनः विधायक निर्वाचित भैयालाल राजवाड़े के इर्द गिर्द घुम रहे कुछ व्यक्ति के ऊपर एकदम सटीक बैठता है,जब पहले भाजपा की सरकार थी उस दौरान भी भैयालाल राजवाड़े का करीबी रहा यह व्यक्ति 2018 में सरकार बदलते ही कांग्रेसियों का करीब हो गया, इतना करीब हुआ कि बिना किसी स्थायी व्यवसाय के सत्ता के दम पर आज करोड़पति बन बैठा, मंहगी-मंहगी गाड़ियों का शौकिन यह व्यक्ति ना तो भाजपा की विचारधारा का है और ना ही कांग्रेस की विचारधारा का। लेकिन जिसकी सत्ता उसके हम और खासकर भाजपा की सत्ता में भैयालाल राजवाड़े ही एकमात्र सहारा। भाजपाईयो की माने तो यह व्यक्ति इन दिनों भैयालाल राजवाड़े का फायनेंसर है जिसकी बदौलत वह अपना काम निकालता है।
भैयालाल के तीन रतन जाने जाते है
जैसा कि घटती-घटना ने पहले ही बताया था कि भैयालाल के तीन रतन तो उनमें से यह एक व्यक्ति ही है जो इन दिनों भी भैयालाल राजवाड़े का काफी करीबी बनकर घूम रहा है। बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र में कहीं से प्रभाव ना रखने वाला यह व्यक्ति सत्ता की मलाई खाने में मशहूर है, पार्टी के लिए हर वक्त मौजूद एवं बूथ स्तर तक मेहनत करने वालों कार्यकर्ताओं समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं को भी नीचा दिखलाने की कला में माहिर एक रतन की गतिविधियां भी काफी संदिग्ध हैं। विश्वस्त सूत्रो ने बतलाया कि एक बार पुनः विधायक निर्वाचित भैयालाल राजवाड़े का खुद को सबसे करीबी बतलाकर विभिन्न तरीको से फायदा लेना और अपना स्वार्थ सिद्व करना ही उक्त युवक का धर्म है। ना तो पार्टी और ना ही उसकी विचारधारा कहीं से वह युवक मेल नही खाता और ना ही उसका बैकुंठपुर क्षेत्र में कोई जनाधार है और ना ही सामाजिक अस्तित्व। बतलाया जाता है कि उक्त युवक की सक्रियता से कई युवा एवं पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी भी खासे नाराज हैं पटना क्षेत्र के एक पदाधिकारी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पिछले बार भी भैयालाल राजवाड़े की हार में इस युवक की भूमिका थी। अब जीतने के बाद एक बार फिर स्वार्थ सिद्व करने के लिए सक्रिय होने से कार्यकर्ताओ का मनोबल गिरता है, पदाधिकारी का कहना है कि इस बारे में स्वयं भैयालाल राजवाड़े जी को विचार करना चाहिए और वोट कटवा जैसे लोगो को अपने से दूर करना चाहिए जो कि उनके और पार्टी के लिए भी लाभकारी होगा।
विजय रथ में सवार था एक रतन,जबकि कई वरिष्ठ भाजपाई थे किनारे
गत 3 दिसंबर को विधानसभा चुनाव का परिणाम सामने आने के बाद भाजपा ने बैकुंठपुर में विजय रैली निकाली, मिनी स्टेडियम से निकली रैली में रथ में भैयालाल राजवाड़े सहित जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल सवार थे। साथ ही इस रथ में उक्त युवक को भी देखा गया जो कि कई भाजपाईयो को ही नागवार गुजरा,यह चर्चा का विषय था कि बूथ स्तर तक चुनाव में मेहनत करने वाले और वरिष्ठ भाजपाई इस विजय रथ में नही दिखे लेकिन सत्ता की मलाइ खाने में माहिर यह युवक रथ में सवार था जो कि आपत्तिजनक है।
कांग्रेसी श्री श्रीवास्तव का खास अब भाजपा के नेताओं से संपर्क
विश्वस्त सूत्रो ने घटती घटना को बतलाया कि बिलासपुर में केके श्रीवास्तव जो कि कट्टर कांग्रेसी हैं और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफी करीबी थे। केके श्रीवास्तव का सत्ता में काफी दखल था,प्रशासनिक हस्तक्षेप में भी उनका नाम सुनने को मिलता था। उक्त युवक बिलासपुर में श्री श्रीवास्तव के संपर्क में आकर पिछली कांग्रेस सरकार में भी मलाई खा रहा था मंत्रालय तक पहुंच बनाकर कई कामो में इसकी दलाली चलती थी। इसके पूर्व भाजपा सरकार में भी इसी तरह का काम युवक द्वारा किया जाता था। पहले भाजपा फिर कांग्रेस अब एक बार फिर भाजपा की सत्ता आते ही उक्त युवक सक्रिय हो गया है। इस बारे में आरएसएस के एक पदाधिकारी ने बताया कि इस बार चिन्हित ऐसे लोगो की पहचान कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। युवक भैयालाल राजवाड़े के चुनाव जीतने के बाद से लगातार उनके साथ सक्रिय है, और उसके द्वारा पहले कांग्रेस नेता और मंत्री अब सत्ता बदलने के बाद भैयालाल राजवाड़े के साथ भाजपा के नेताओं एवं संभावित मंत्रियों से मिलना जुलना शुरू कर दिया गया है,जो कि भाजपाईयो को ही नापसंद है।
संजय अग्रवाल मामले में भी सामने आया था श्रीवास्तव का नाम
इन दिनो जेल में बंद बैकुंठपुर के बिल्डर संजय अग्रवाल ने कुछ समय पहले खुद पर कार्यवाही को लेकर बड़े पुलिस अधिकारी से श्रीवास्तव नाम के व्यक्ति पर भी आरोप लगाया था यह श्रीवास्तव वहीं कांग्रेसी व्यक्ति हैं जिनका संपर्क उक्त युवक से है।