प्रशांत किशोर ने फिर मारी नीतीश कुमार की चाहत पर चोट
हनुमाननगर (दरभंगा) ,05 दिसम्बर 2023 (ए)। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा है कि 42 विधायकों की लंगड़ी सरकार चलाने वाले दल के नेता, जो कभी उछलकर कमल के साथ, तो कभी लालटेन के साथ चले जाते हैं। जिसको खुद भरोसा नहीं है कि वो कहां रहेंगे, उनको देश में कौन नेता बना रहा है, इस बारे में सिर्फ उनके लोगों को ही पता है।
आईएनडीआईए की बैठक में नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने के फैसले पर तंज कसते हुए मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उक्त बातें कही । वे दरभंगा के हनुमाननगर में पदयात्रा पर हैं।
आइए महाराष्ट्र को बिहार बना दीजिए
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात ये है कि जो देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य है, जो बेरोजगारी और पलायन के लिए पूरे देश में जाना जा रहा है। उस राज्य के नेता को दूसरे राज्य के लोग और नेता मान जाएंगे कि आइए महाराष्ट्र को बिहार बना दीजिए। किस आधार पर वहां के लोग आपको नेता मानेंगे, आपके पास संख्या बल नहीं है, आपके पास चुनाव के लिए पैसा और संसाधन भी नहीं है। ऐसे में नेता कितनी भी बार मिलकर चाय और नाश्ता कर लें, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारे यहां जल को रिसोर्स की तरह नहीं, बल्कि अभिशाप की तरह देखते हैं, जबकि पानी बिहार की सबसे बड़ी ताकत हो सकती है। मंगलवार को पीके ने 8.5 किलोमीटर तक की पदयात्रा की। इस दौरान हनुमान नगर के फुलवरिया गांव से पदयात्रा की शुरुआत कर पंचोभ, हरिचंदा, गोधीयारी, भगेला, मोहम्मदपुर, भारौल, मुस्तफापुर, बहादुरपुर प्रखंड के तारालाही गांव से होते हुए तारालाही हाई स्कूल तक गए।